Friday, December 13, 2019

एग्जिट पोल में प्रधानमंत्री जॉनसन की पार्टी को 140 सीटों पर जीत मिली, विपक्ष बोला- ब्रेग्जिट की वजह से हार हुई December 12, 2019 at 05:24PM

लंदन. ब्रिटेन में शुक्रवार को आम चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए। शुरुआती नतीजों में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सत्तासीन कंजरवेटिव पार्टी को 140सीटों पर जीत मिली। हालांकि, विपक्षी लेबर पार्टी भी 80 सीटें जीत चुकी है। एग्जिट पोल्स के मुताबिक, जॉनसन की पार्टी आसानी से बहुमत के आंकड़े को पार करेगी और 650 सीटों वाली संसद में 368 सीटेंजीतेगी। वहीं विपक्ष को 191 सीटें मिलने का अनुमान है।

इसी बीच लेबर पार्टी के अध्यक्ष इयान लेवेरी ने कहा है कि ब्रेग्जिट के लिए दूसरी बार जनमत संग्रह का प्रस्ताव देकर उनकी पार्टी ने गलती की। लेवेरी ने कहा कि इसके पीछे पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन की कोई गलती नहीं है। हम यूके के लोगों की भावनाओं को नहीं समझ पाए।

भारतीय मूल की कंजरवेटिव नेता और ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने कहा, “जीतने के बाद सरकार सबसे पहले ब्रेग्जिट डील खत्म करने का काम करेगी। यह क्रिसमस से पहले भी हो सकता है।”

ब्रेग्जिट से नतीजों पर क्या फर्क?
ब्रिटेन में यह पांच साल में तीसरे आम चुनाव हैं। वहीं 100 साल में यह पहली बार है, जब चुनाव दिसंबर में हो रहे हैं। कंजरवेटिव पार्टी और बोरिस जॉनसन का चुनाव में साफ संदेश है,‘ब्रेग्जिट पूरा करना।’ वहीं लेबर पार्टी इस पर बातचीत और दोबारा जनमत संग्रह चाहती है। लिबरल डेमोक्रेट पार्टी ब्रेग्जिट रद्द करने के पक्ष में है। माना जा रहा है कि ब्रिटिश जनता ब्रेग्जिट पूरा करने के लिए कंजरवेटिव के पक्ष में वोट करेगी। अगर सत्ता बदली तो विपक्षी पार्टियों के पास ब्रेग्जिट पर दोबारा जनमत संग्रह कराएगी और इससे देश फिर ईयू से बाहर होने की मुश्किलों में फंस जाएगा।

नए पीएम के लिए तीन चेहरों की चर्चा, चौथी दौड़ में नहीं पर महत्वपूर्ण

उम्मीदवार पार्टी वादे
पीएमबोरिस जॉनसन कंजरवेटिव
  • ब्रेग्जिट डील पूरी करना
  • इनकम टैक्स, इंश्योरेंस में योगदान और वैट नहीं बढ़ाएंगे
  • पॉइन्ट आधारित इमिग्रेशन
जेरेमीकॉर्बिन लेबर
  • ब्रेग्जिट पर फिर बातचीत
  • उद्योगों का दोबारा राष्ट्रीयकरण
  • कॉर्पोरेट टैक्स में बढ़ोतरी, अमीरों से 5% ज्यादा टैक्स
जो स्विंसन डेमोक्रेटिक लिबरल
  • ब्रेग्जिट डील रोक देंगे
  • टैक्स में मामूली बढ़ोतरी
  • क्लाइमेट चेंज से निपटने के लिए अलग से फंड रखेंगे
निकोला स्टर्जन स्कॉटिश नेशलिस्ट अहम:प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं। पर सरकार बनाने में बहुमत हासिल करने में इनकी पार्टी की अहम भूमिका होगी।

आगे क्या: दोबारा जनमत संग्रह संभव

1).जॉनसन अगर बहुमत हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं तो फिर वो अपनी शर्तों पर यूरोपीय संघ से अलग होंगे। इसी के लिए यह चुनाव करवाया गया है।1- जॉनसन अगर बहुमत हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं तो फिर वो अपनी शर्तों पर यूरोपीय संघ से अलग होंगे। इसी के लिए यह चुनाव करवाया गया है।

2).अगर कोई दूसरी पार्टी जीतती है या कोई अन्य प्रधानमंत्री बनता है तो मुमकिन है कि वो ब्रिटेन को लोगों के सामने ब्रेग्जिट मसले पर दूसरे जनमतसंग्रह का प्रस्ताव रखे।

3).‘नो डील ब्रेग्ज़िट’ यानी बिना किसी समझौते के ब्रिटेन के ईयू से निकलने के आसार भी हैं पर इसका ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर होगा।

सत्ता का गणित मैजिक नंबर 326
4.57 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर 68% कुल जनसंख्या के
650 संसदीय सीटें हैं देश में 326 बहुमत का आंकड़ा
  • स्कॉटलैंड-आयरलैंड भी यूनाइटेड किंगडम के चुनाव में शामिल होते हैं।

युवा अहम:63 हजार युवा लिस्ट से जुड़े
युवाओं की बढ़ती भागीदारी को यूथक्वैक कहा जा रहा है। चुनाव आयोग ने स्नैपचैट के साथ अभियान चलाकर 63 हजार से ज्यादा युवाओं को वोटिंग के लिए रजिस्टर किया।



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बाएं- कंजरवेटिव पार्टी के नेता प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन।

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