दिग्गज टेक कंपनी गूगल के कर्मचारी अब 2021 तक घर से काम कर सकेंगे। इससे पहले कंपनी ने अपने कर्मचारियों को दिसंबर' 2020 तक घर से काम करने की अनुमति दी थी। इसे अब बढ़ाकर जुलाई 2021 कर दिया गया है। कंपनी ने यह फैसला दुनियाभर में कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते मामले को देखते हुए लिया है।
कंपनी ने कर्मचारियों को ईमेल भेज कर दी जानकारी
द वाॅल जर्नल की खबर के मुताबिक, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने पिछले सप्ताह यह निर्णय लिया है। कंपनी की तरफ से कर्मचारियों के लिए एक ईमेल भेजा गया है। इसमें सुंदर पिचाई ने कहा है कि अब हमारे कर्मचारियों के पास स्वैच्छिक तौर पर 30 जून, 2021 तक घर से काम करने का विकल्प रहेगा। गूगल के करीबन सभी 2 लाख कर्मचारी और कांट्रेक्टर्स वैश्विक स्तर पर घर से काम करने के विकल्प को बढ़ता हुआ देख रहे हैं। यह विकल्प अगले साल जुलाई तक जारी रह सकता है।
अन्य दिग्गज कंपनियां भी कर्मचारियों को दी है राहत
बता दें कि दिग्गज टेक कंपनी फेसबुक अपने अधिकतर कर्मचारियों को इस साल के अंत तक वर्क फ्राॅम होम यानी घर से काम करने की इजाजत दी है। इस बीच ट्विटर ने कहा है कि यह सभी कर्मचारियों को अनिश्चित काल तक घर से काम करने की अनुमति देगा। दिग्गज ई-काॅमर्स कंपनी अमेजन ने अपने कर्मचारियों को इस साल अक्टूबर तक घर से काम करने की सलाह दी है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी इंफोसिस के अब 33 फीसदी कर्मचारी हमेशा के लिए घर से काम कर सकेंगे। वैश्विक स्तर पर कंपनी में कुल 2 लाख 42 हजार 371 कर्मचारी काम करते हैं। इनमें से अब 80 हजार कर्मचारियों को परमानेंट घर से काम करने की छूट दे दी गई है।
कोरोना महामारी और उसके बाद लगे देशव्यापी लॉकडाउन ने साल की शुरुआत में ही पूरी भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री को संकट में डाल दिया था। हालांकि अब सेक्टर में धीरे-धीरे दोबारा रिकवरी हो रही है क्योंकि अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे दोबारा खोला दिया गया है। पिछले दो महीनों में वाहन निर्माताओं ने भी बिक्री में काफी अच्छी वृद्धि दर्ज की लेकिन सेकंड हैंड कारों की तरफ भी लोगों का रूझान बढ़ता दिखाई दे रहा है। ओएलएक्स के सर्वे में कोरोना के कारण बढ़ती सेकंड हैंड कार इंडस्ट्री के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी सामने आईं...
सेकंड हैंड कार की मांग तेजी से बढ़ रही है
ओएलएक्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जुलाई की शुरुआत तक यूज्ड कारों की मांग में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है, यह फरवरी की तुलना में काफी ज्यादा है जब कोविड-19 के प्रभावों को पूरी तरह से महसूस नहीं किया गया था। सेकंड हैंड कार इंडस्ट्री पहले से ही वॉल्यूम के मामले में नई कार बाजार के लगभग एक तिहाई से अधिक है और भविष्य में इसके बढ़ने की उम्मीद है।
ओएलएक्स की स्टडी में मार्च-जून 2020 के महीनों में इकट्ठा की गई 3,800 लोगों की प्रतिक्रियाएं शामिल हैं, इसके अलावा इसके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर 4,50,000 खरीदारों और विक्रेताओं से मिले इनपुट भी लिए गए हैं।
स्टडी में सामने आया कि सर्वे में शामिल 56 प्रतिशत लोग अभी भी अगले 3-6 महीनों में कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, हालांकि उनमें से 1/5th लोगों का झुकाव फाइनेंशियल स्ट्रेस के कारण नई की जगह यूज्ड कारों की तरफ बढ़ गया है। इनमें से 54 प्रतिशत इक्छुक कार खरीदार सेकंड हैंड कार बाजार में घूमने की योजना बना रहे हैं।
नई कार की कीमतें बढ़ी, लेकिन कार खरीदने का बजट कम हुआ
पिछले कुछ महीनों में नए एमिशन और सेफ्टी नियमों लागू होने के कारण नई कारों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है, इसी कारण यूज्ड कार अधिक वैल्यू-फोर-मनी बन गई हैं। नई कारों की कीमत में बढ़ोतरी का प्रभाव बड़े स्तर पर देखने को मिला है। जिस कारण यूज्ड कार सेगमेंट की ओर खरीदारों को रूझान बढ़ रहा है।
सर्वे में शामिल, 72 प्रतिशत लोगों ने कार खरीदने के लिए अपना बजट कम कर लिया है। यूज्ड कार खरीदने के इक्छुक ग्राहक में से आधे अब लगभग 3 लाख रुपए कीमत तक के पैसेंजर व्हीकल तलाश रहे हैं, जबकी लगभग 40 प्रतिशत नई कार के खरीदारों ने भी यही बजट बना रखा है। बता दें, कि वर्तमान में देश में सबसे सस्ती नई कार डैटसन रेडिगो 0.8D है, जिसकी दिल्ली-एक्स शोरूम कीमत 2.83 लाख रुपए है।
55% लोगों खुद का वाहन खरीदने का इरादा बनाया
पब्लिक ट्रांसपोर्ट और शेयर्ड मोबिलिटी इस समय काफी संकट में है, कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की जरूरत है और इसी कारण लोग का खुद के वाहन के प्रति रूझान बढ़ा है।
सर्वे में शामिल 55 प्रतिशत लोगों ने हाल ही में कोविड-19 के कारण खुद के लिए पर्सनल पैसेंजर व्हीकल खरीदने का इरादा बनाया, जबकि कोविड-19 से पहले सिर्फ 48 प्रतिशत लोग ही पर्सनल व्हीकल खरीदना चाह रहे थे।
कोरोनावायरस के प्रकोप ने ऑटोमोटिव इंडस्ट्री को गहरा झटका दिया है। हालांकि रिकवरी हो रही है लेकिन रास्ता थोड़ा लंबा और कठिन है और इसका फायदा उठाने के लिए पहले से यूज्ड कार बाजार अच्छी तरह से तैयार है।
सैमसंग ने अपने सबसे किफायती स्मार्टफोन के तौर पर गैलेक्सी M01 कोर को लॉन्च कर दिया है। इसे पिछले हफ्ते इंडोनेशिया में लॉन्च किए गए गैलेक्सी A01 कोर के रीब्रांडेड वर्जन भी कहा जा रहा है। सैमसंग गैलेक्सी M01 कोर गूगल के एंड्रॉइड गो ऑपरेटिंग सिस्टम पर बेस्ड है और सिंगल रियर कैमरा के साथ आता है। इसमें दो स्टोरेज ऑप्शन हैं, जिसमें 32 जीबी तक का ऑनबोर्ड स्टोरेज मिलता है। इसके अलावा, गैलेक्सी M01 कोर तीन कलर ऑप्शन में उपलब्ध है।
सैमसंग गैलेक्सी M01 कोर: भारत में कीमत
भारत में सैमसंग गैलेक्सी M01 कोर के 1 जीबी रैम और 16 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 5,499 रुपए है जबकि इसके 2 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 6,499 रुपए है। दोनों ही मॉडल ब्लैक, ब्लू और रेड कलर ऑप्शन में उपलब्ध है। 29 जुलाई से इन्हें सैमसंग के रिटेल स्टोर्स, सैमसंग इंडिया ई-स्टोर समेत सभी लीडिंग ऑनलाइन स्टोर से खरीदा जा सकेगा।
बता दें कि, सैमसंग गैलेक्सी A01 कोर को इंडोनेशिया में IDR 1,099,000 (यानी लगभग 5,600 रुपए) की शुरुआती कीमत के साथ लॉन्च किया गया था।
सैमसंग गैलेक्सी M01 कोर: स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
फोन में दो नैनो सिम सपोर्ट मिलेगा और यह एंड्रॉइड गो पर वन यूआई पर काम करेगा जिसमें डार्क मोड इंटीग्रेशन समेत इंटेलीजेंट इनपुट और इंटेलीजेंट फोटोज जैसे फीचर्स मिलते हैं।
फोन में 5.3 इंच का एचडी प्लस टीएफटी डिस्प्ले है और यह क्वाड-कोर मीडियाटेक 6739 प्रोसेसर पर काम करता है, इसमें 2 जीबी तक रैम मिलती है।
फोटो और वीडियो के लिए, गैलेक्सी M01 कोर में सिर्फ एक रियर कैमरा मिलेगा, जो 8-मेगापिक्सेल कैमरा का है। इसके अलावा इसमें LED फ्लैश मिलता है।
सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए इसमें 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा सेंसर भी है।
सैमसंग ने गैलेक्सी M01 कोर पर 32 जीबी तक का ऑनबोर्ड स्टोरेज दिया है जो माइक्रोएसडी कार्ड से बढ़ाया जा सकता है।
कनेक्टिविटी के लिए इसमें वाई-फाई 802.11 ए / बी / जी / एन, ब्लूटूथ, जीपीएस / ए-जीपीएस, माइक्रो-यूएसबी और एक 3.5 एमएम हेडफोन जैक मिलता है।
फोन में 3000mAh की बैटरी है, जिसे एक बार चार्ज करने पर 11 घंटे तक का बैकअप दिया जाता है। इसके अलावा, यह 8.6 मिमी मोटाई के साथ आता है।
कोरोना संकट के कारण कई जगहों पर दोबारा लॉकडाउन लग चुका है। ऐसे में ऑफिस से लेकर दुकानें तक लगभग सब कुछ बंद है। ऐसी स्थिति में भी अगर आपको जरूरी काम से बाहर जाना पड़े, तो सावधानी के तौर पर पहले ही पूरी तैयारी कर लें, ताकि अगर बीच रास्ते में कार खराब हो जाए तो दूसरों से मदद मांगने से पहले हम खुद उस स्थिति से निपट सके। हमने कुछ ऐसे ही टूल्स की लिस्ट तैयार की है, जिनका सफर के दौरान गाड़ी में होने बेहद जरूरी है....
1. एयर कम्प्रेसर
घर से निकलने से पहले कार का टायर प्रेशर चेक करके ही निकले। फिर भी अगर रास्ते में टायर पंक्चर हो जाए, हवा कम हो जाए या निकल जाएं, तो आपकी गाड़ी में एयर कम्प्रेसर होना बेहद जरूरी है। आजकल ज्यादातर गाड़ियों में कंपनी फिटेड ट्यूबलेस टायर्स आ रहे है, जिनमें पंक्चर होने पर तुरंत हवा नहीं निकलती। ऐसे स्थिति में टायर में दोबारा हवा भरकर सफर शुरू किया जा सकता है या किसी मैकेनिक की दुकान तक पहुंचा जा सकता।
2. ट्यूबलेस टायर पंक्चर किट
यह किट काफी किफायती होती है और ऑनलाइन भी आसानी अवेलेबल है। सफर के दौरान अगर कार पंक्चर हो जाए, तो पांच से दस मिनट में ट्यूबलेस टायर का पंक्चर रिपेयर किया जा सकता है। इसके लिए किसी एक्सपर्ट की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। पंक्चर रिपेयर करने के बाद कार में रखे एयर कम्प्रेसर से दोबारा हवा भरकर सफर शुरू किया जा सकता है।
3. जंपर केबल
कार में पुरानी बैटरी है, जिसे लॉकडाउन के कारण बदलवा नहीं पाए, तो सावधानी के तौर पर कार में जंपर केबल जरूर रख लें। बीच सफर में यदि बैटरी बंद हो जाए या किसी कारण से डिसचार्ज हो जाए, तो किसी दूसरी कार की बैटरी में केबल जंपर लगाकर डिसचार्ज हो चुकी बैटरी को दोबारा स्टार्ट किया जा सकता है।
4. स्पेयर टायर (स्टेपनी) और जैक
लंबे सफर के दौरान, एक एक्स्ट्रा टायर (जिसे आमतौर पर स्टेपनी भी कहते हैं) कार में रखना ही समझदारी होगी। न सिर्फ स्टेपनी बल्कि टायर बदलने में इस्तेमाल होने वाले अन्य टूल जैसे जैक और अन्य औजार भी कार में रख लें। ताकि मुसीबत के समय खुद ही टायर बदला जा सके। ध्यान रहें कि स्टेपनी की कंडीशन भी अच्छी हो।
5. मिनी फायर एक्सटिंग्यूशर
कार में सेफ्टी के लिहाज से छोटा सा फायर एक्सटिंग्यूशर होना भी जरूरी है। कई बार वायरिंग में खराबी के चलते शॉर्ट सर्किट या आग लग जाती है। ऐसे में अगर कार में फायर एक्सटिंग्यूजर होगा, तो समय रहते आग पर काबू पाकर बड़े हादसे से बचा जा सकेगा।
6. इमरजेंसी ट्रायंगल या टॉर्चलाइट
लंबे सफर के दौरान कार में इमरजेंसी ट्रायंगल रख लेना चाहिए। कार खराब होने के दौरान इसे कार के पास रखा जाता है ताकि रास्ते से निकल रहे अन्य वाहनों को अलर्ट मिल सके ताकि कोई हासदा न हो। इसमें लाल रंग के रिफ्लेक्टर लगे होते हैं, जिससे अन्य वाहनों को दूर से ही अलर्ट मिल जाता है ताकि समय रहते वो अपने रफ्तार कम कर ले और दूरी बना लें। वहीं, टॉर्चलाइट इसलिए जरूरी है ताकि रात के अगर कार में कोई खराबी आ जाए तो उसे लाइट की मदद से चेक किया जा सके।
7. टो केबल (tow Cable)
जब कार खराब हो जाए और उपाय करने के बाद भी अगर स्टार्ट नहीं हो रही हो, तो ऐसे में कार टो (खींच के) करके सर्विस सेंटर या गैराज तक ले जाना ही आखिरी विकल्प रह जाता है। लेकिन उसके लिए जरूरी है आपके पास एक मजबूत टो केबल हो जो टूटे ना वरना और काम बिगड़ जाएगा। इसलिए लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हैं, तो बेहतर होगा कि एक अच्छी क्वालिटी की टो केबल कार में जरूर रख लें।
8. मिनी टूल किट
कार में मिनी टूल किट होना बेहद जरूरी है। क्योंकि सफर के दौरान कार बंद हो जाए और ऐसी स्थिति में कोई पार्ट्स खोलना पड़ जाए, तो आपको दूसरों निर्भर न होना पड़े। क्या पता लॉकडाउन और कोरोना के डर से कोई आपकी मदद करे न करे।
9. सीट बेल्ट और विंडो कटर
यह भले ही दिखने में छोटा सा टूल है लेकिन मुसीबत में यह आपकी जान बचा सकता है। यह दोनों ही चीजें एक ही डिवाइस में मिल जाती। इसमें आगे की तरफ नुकिला पार्ट रहता है जिससे इमरजेंसी में आसानी से कार के कांच तोड़े जा सकते हैं, वहीं पीछे की तरफ धारदार ब्लेड लगी होती है, जिससे सीट बेल्ट आसानी से काटा जा सकता है। लंबे सफर के दौरान कार में यह टूल होना जरूरी है, क्योंकि मुसीबत बोल कर नहीं आती।
10. व्हील चॉक
इसे भी सेफ्टी टूल के तौर पर देखा जा सकता है। यह खासतौर पर ऐसे समय काम आएगा जब कार ढलान वाली सतह पर चढ़/उतर रही हो और अचानक बंद हो जाए। ऐसे समय में आसपास ईंट-पत्थर ढूंढने में समय बर्बाद करने के बजाए तुरंत व्हील चॉक का इस्तेमाल करें ताकि ढलान पर गाड़ी स्थिर खड़ी रहे लुढके ना।
मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम में अपने ग्राहकों के लिए कुछ नए फीचर एड किए हैं। अब यूजर टेलीग्राम में 2GB तक की फाइल ट्रांसफर कर सकेगा। फाइल किसी भी प्रकार की हो सकती है। टेलीग्राम की ओर से ऑफिशल नोटिफिकेशन में बताया गया है कि मोबाइल एपयूजर अपनी प्रोफाइल में वीडियो लगा सकते हैं।
प्रोफाइल पिक्चर की जगह लगा सकेंगे वीडियो
नए अपडेट के साथ यूजर अपनी प्रोफ़ाइल पिक्चर को प्रोफ़ाइल वीडियो में बदल सकता है। ये वीडियो तब दिखाई देगा जब कोई आपकी प्रोफाइल खोलेगा। इसके अलावा चैट के दौरान देखने वाला आपकी वीडियो प्रोफ़ाइल के लिए खास फ्रेम भी चुन सकेंगे।
इससे पहले थी 1.5GB की लिमिट
इससे पहले टेलीग्राम ऐप पर 1.5GB तक की फाइल शेयर की जा सकती थी। इसे 2014 में तक किया गया था। लेकिन अब यूजर्स और फ़ाइल के बढ़ते साइज को देखते हुए इसे 2GB किया गया है।
डेस्कटॉप पर भी मिलेगी मल्टीपल अकाउंट की सुविधा
यदि किसी यूजर को ऐसी जगह से लगातार मैसेज आते हैं जो सेव नहीं है तो टेलीग्राम चैट को अपने आप म्यूट कैटेगिरी में डाल देगा। अब, 500 से अधिक सदस्यों वाले बड़े ग्रुप के मालिक अब अपनी गतिविधि और ग्रोथ को ग्राफ के जरिए देख सकेंगे। इसमें मैसेजों की संख्या और मैसेजेस की एवरेज लेंथ की जानकारी होगी। भविष्य में यह सुविधा 100 सदस्यों वाले ग्रुप के लिए भी उपलब्ध होगी। इसके अलावा टेलीग्राम डेस्कटॉप अब मोबाइल ऐप की तरह कई अकाउंट को सपोर्ट करेगा।
टिकटॉक ने अमेरिका में टॉप क्रिएटर को फाइनेंशियल मदद देने के लिए 200 मिलियन डॉलर (1.5 हजार करोड़ रुपए) का फंड लॉन्च किया है।
टिकटॉक क्रिएटर फंड उन यूजर्स को प्रोत्साहित करेगा, जो अपने करियर को बढ़ावा देने के लिए क्रिएटिव कंटेंट तैयार कर रहे हैं। यानी जिन यूजर्स के वीडियो पर ज्यादा व्यूज, कमेंट आते हैं, तो उन्हें कंपनी की तरफ से इस बात के पैसा मिलेंगे।
टिकटॉक ने ब्लॉग से दी जानकारी
टिकटॉक अमेरिका के महाप्रबंधक वैनेसा पप्पास ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि टिकटॉक टॉप कंटेंट क्रिएटर, जो अच्छे कंटेंट के माध्यम से अपनी आजीविका चलाते हैं, उनकी मदद के लिए टिकटॉक अमेरिका के पास 200 मिलियन डॉलर है, जिससे क्रिएटर्स की मदद की जाएगी।
कंपनी ने बताया कि इस फंड को साल के अंत में देना शुरू किया जाएगा। ऐसे यूजर्स जो ऐप से पैसे कमाना चाहते हैं, उन्हें काफी मदद मिलेगी। हालांकि, कंपनी ने इस बात की जानकारी शेयर नहीं की है कि क्रिएटर को कितना पैसा मिलेगा और कितनी बार मिलेगा।
भारत में बैन हो चुका है टिकटॉक
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब टिकटॉक को अमेरिका सहित कई बाजारों में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। डोनाल्ड ट्रम्प सरकार ने टिकटॉक पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ यूजर्स डेटा साझा करने का आरोप लगाया, वहीं हाल ही में भारत में टिकटॉक सहित 59 चीनी ऐप को प्रतिबंधित कर दिया गया।