Friday, June 26, 2020

चंद सेकंड में किसी भी 2D इमेज को 3D में कन्वर्ट कर सकेंगे यूजर्स, फेसबुक के शोधकर्ताओं ने तैयार किया नया सिस्टम June 26, 2020 at 02:40AM

फेसबुक के शोधकर्ताओं ने एक एंड-टू-एंड सिस्टम तैयार किया है। इससे यूजर्स स्मार्टफोन से ली गई 2D तस्वीरों को चंद सेकंड 3D में कन्वर्ट कर सकेंगे। शोधकर्ताओं ने बताया कि नया फ्रेमवर्क यूजर्स को 3D फोटोग्राफी के लिए अधिक प्रैक्टिकल अप्रोच प्रदान करता है साथ ही कई नई डिजाइन के बारे में सुझाव देता है।
यूजर्स किसी भी मोबाइल डिवाइस पर इसटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकेंगे और रियल टाइम में 2D इमेज को 3D में कन्वर्ट कर सकेंगे वो भी बिना किसी प्रोफेशनल फोटोग्राफीस्किल्स के। इस प्रक्रिया को पूरा होने में केवल चंद सेकंड का समय लगता है और यह सिस्टमनई-पुरानी हर तरह की तस्वीरोंपर काम कर सकता है।

किसी भी फोन पर काम करेगा सिस्टम

  • फेसबुक पर काम के प्रमुख लेखक और शोध वैज्ञानिक जोहान्स कोफ ने कहा, शुरुआत में सभी तस्वीरें ब्लैक एंड व्हाइट और ग्रेन्युल थीं, फिर रंगीन फोटोग्राफी आई और फिर डिजिटल फोटोग्राफी ने हमें उच्च गुणवत्ता और बेहतर-रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें दीं।
  • आखिरकार, इन दिनों हमारे पास 3D फोटोग्राफी है, जिससे हम तस्वीरों को बहुत अधिक जीवंत और वास्तविक महसूस करते हैं। 2D से 3D फोटो तकनीक 2018 के अंत से फेसबुक पर "फोटो फीचर" के रूप में उपलब्ध है। लेकिन इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए फेसबुक यूजर्स को डुअल-लेंस कैमरा वाले फोन से फोटो खींचने की आवश्यकता होती थी।
  • अब, फेसबुक टीम ने इसमें एक एल्गोरिथ्म जोड़ा है जो खुद 2D इनपुट इमेज की गहराई का अनुमान लगाता है और खास बात यह है कि इस तकनीक को किसी भी मोबाइल डिवाइस पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

सिस्टम तैयार करने के लिए फेसबुक एआई की मदद ली गई

  • नए सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए शोधकर्ताओं ने पब्लिक डोमेन में उपलब्ध करोड़ों 3D तस्वीरों के जरिए ट्रेन किया। इसके लिए फेसबुक एआई की मदद ली गई। फ्रेमवर्क में 2D इनपुट इमेज की टेक्चर इनपेंटिंग और जियोमेट्री कैप्चर को भी 3D में कन्वर्ट करना शामिल है, जिससे ऐसी तस्वीरें मिलकी हैं जो अधिक सक्रिय और जीवंत लगती हैं।
  • हर ऑटोमेटेड स्टेप्स जो यूजर के 2D फोटो को सीधे उनके मोबाइल डिवाइस से कन्वर्ट करता है, कई प्रकार के मेक और मॉडल पर चलने के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है और यह डिवाइस की लिमिटेड मेमोरी और डेटा-ट्रांसफर क्षमताओं के साथ काम करने में सक्षम है।
  • टीम ने कहा कि- यूजर्स को इससे तुरंत संतुष्टि मिलती है क्योंकि 3D रिजल्ट्स कुछ ही सेकंड में जनरेट हो जाते हैं।

हाई क्वालिटी डेप्थ पता लगाने के लिए सिस्टम तैयार कर रही फेसबुक

  • फेसबुक पर शोधकर्ता हाई क्वालिटी 3D अनुभवों को बनाने के लिए नए और आविष्कारशील तरीकों की ओर काम कर रहे हैं, जो कंप्यूटर विजन, ग्राफिक्स और मशीन लर्निंग को आगे बढ़ा रहे हैं।
  • भविष्य के लिए टीम मशीन-लर्निंग तरीकों की जांच कर रही है, जो मोबाइल डिवाइस के साथ लिए गए वीडियो के लिए हाई-क्वालिटी डेप्थ का अनुमान लगाने में सक्षम होंगी। फेसबुक के शोधकर्ता अगस्त में SIGGRAPH 2020 कॉन्फ्रेंस में अपने सिस्टम को प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं।


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2D से 3D फोटो कन्वर्ट करने की तकनीक 2018 के अंत से फेसबुक पर "फोटो फीचर" के रूप में उपलब्ध है, लेकिन उस समय इस फीचर का यूज करने के लिए यूजर्स को डुअल-लेंस कैमरा वाले फोन से फोटो खींचने की आवश्यकता होती थी

इंडियन ऑयल ने इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए बैटरी स्वैपिंग सुविधा शुरू की, अब मिनटों में मिल जाएगी फुल चार्ज बैटरी June 26, 2020 at 12:56AM

देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ने शुक्रवार को बैटरी स्वैपिंग सुविधा लॉन्च की। इस सुविधा के शुरू होने से इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) में बैटरी चार्जिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। आईओसी ने यह सुविधा पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध कराई है, जहां से कोई भी ईवी चालक मिनटों में डिस्चार्ज बैटरी के बदले में फुल चार्ज बैटरी ले सकता है।

कहां मिलेगी सुविधा

पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह सुविधा चंडीगढ़ के एक पेट्रोल पंप से शुरू की गई है। आने वाले समय में इस सुविधा को देशभर के 20 अन्य आईओसी आउटलेट्स पर भी शुरू किया जाएगा।

इनको होगा लाभ

शुरुआत में इस सुविधा का लाभ इलेक्ट्रिक ऑटो, इलेक्ट्रिक रिक्शा और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर जैसे कमर्शियल व्हीकल को मिलेगा। इसके अलावा फैक्ट्री फिटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल भी बैटरी सुविधा का लाभ ले सकेंगे।

सन मोबिलिटी के साथ साझेदारी

आईओसीएल ने इस सुविधा के लिएसन मोबिलिटी के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत सन मोबिलिटी बैटरी स्वैपिंग सुविधा के लिए क्विक इंटरचेंज स्टेशन (क्यूआईएस) स्थापित कर रही है।

इन शहरों में भी जल्द शुरू होगी सुविधा

पायलट प्रोजेक्ट के तहत चंडीगढ़ में एक और क्यूआईएस की स्थापना की जाएगा। इसके अलावा अमृतसर और बेंगलुरु में भी एक-एक क्यूआईएस की स्थापना जल्द की जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट में दिल्ली, गुरुग्राम समेत अन्य प्रमुख शहरों को भी शामिल किया जाएगा।

कैसे मिलेगा लाभ

सुविधा का लाभ लेने के लिए ईवी को आईओसीएल के क्यूआईएस ले जाना होगा। यहां पर डिस्चार्ज बैटरी को डिस्पेंसिंग स्टेशन में रखना होगा। इसके कुछ ही देर बाद आपको फुल चार्ज्ड बैटरी मिल जाएगी। सभी प्रकार के तीन/चारपहिया ईवी की बैटरी स्वैप की जा सकेगी। इस पूरी प्रक्रिया के बाद आपको बैटरी चार्ज करने का बिल मिल जाएगा।

प्रत्येक क्यूआईएस पर 14 बैटरी

आईओसीएल के मुताबिक, एक क्यूआईएस पर 14 बैटरी उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा एक प्री-लोडेड स्वैपिंग कार्ड के साथ टच स्क्रीन और एक इलेक्ट्रिसिटी सब मीटर भी क्यूआईएस में लगा है। यह क्यूआईएस थ्री-व्हीलर सेगमेंट को वैकल्पिक एनर्जी सॉल्यूशन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

पिछले साल 4 हजार ईवी की बिक्री

आईओसीएल के चेयरमैन संजीव सिंह के मुताबिक, पिछले साल कुल 35 लाख वाहनों की बिक्री हुई थी। इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या मात्र 4 हजार रही। सिंह का कहना है कि बैटरी चार्जिंग में ज्यादा समय लगने के कारण इन वाहनों की कम बिक्री हो रही है।



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पिछले साल कुल 35 लाख वाहनों की बिक्री हुई थी। इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या मात्र 4 हजार रही।

होंडा मोटरसाइकिल ने पेश किया वारंटी एक्सटेंड प्रोग्राम, 550 दिन पहले खरीद गए वाहन की वारंटी भी 3 साल के लिए बढ़वा सकेंगे June 26, 2020 at 12:19AM

होंडा ने अपने सभी टू व्हीलर्स केवारंटी एनरोलमेंट पीरियड बढ़ाने का ऐलान किया है। यह सुविधा ऑप्शनल है। इक्छुक ग्राहक 550 दिन पहले खरीदे गए वाहनों की वारंटी 3 साल के लिए बढ़वा सकेंगे। इसका मतलब यह है कि अगर वाहन 1.5 साल से कम पुराने है तो उसकीवारंटी बढ़ाईजा सकेगी।

बीएस6 मॉडल को कुल 6 साल की वारंटी मिलेगी
होंडा मोटरसाइकल की एक्सटेंडेट वारंटी स्कीमउन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी जिनके वाहने एक साल से ज्यादा पुराने है। एक्सटेंशन के बाद ग्राहकों को कुल 5 साल की वारंटी मिलेगी ( 2 साल स्टैंडर्ड + 3 साल एक्सटेंडेड) जबकि बीएस 6 मॉडल पर कुल 6 साल की वारंटी मिलेगी (3 साल स्टैंडर्ड + 3 साल एक्सटेंडेड)।

हाई कॉस्ट पार्ट्स भी कवर रहेंगे
होंडा ने कहा है कि एक्सटेंडेड वारंटी की कंडिशन स्टैंडर्ड वारंटी के जैसी ही रहेगी है। कंपनी ने यह भी बताया कि वारंटी में हाई कॉस्ट पार्ट्स भी कवर रहेंगे और यह पूरे भारत के लिए लागू होगी।

होंडा जल्द ही लॉन्च करेगी बीएस6 लीवो

  • कंपनी ने हाल ही में अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 2020 होंडा लीवो बीएस6 मॉडल को टीज किया है। कंपनी ने कुछ दिन पहले ही 2020 ग्राज़िया को 73336 रुपए एक्स-शोरूम कीमत के साथ लॉन्च किया है। नई ग्राज़िया में 8.52PS का पावर और 10.54Nm का टार्क मिलता है। इसमें एसी जनरेटर स्टार्टर सेटअप, PGM-FI और स्टार्टिंग स्टॉप सिस्टम भी शामिल है। इसके अलावा इसमें एलईडी पोजीशन लैंप, नई टेललाइट, रियर इंडिकेटर्स और स्प्लिट ग्रैब रेल शामिल हैं।
  • होंडा लीवो को कंपनी ने कम्यूटर बाइक के तौर पर टीज किया है। हालांकि टीज़र में कंपनी ने ज्यादा जानकारी नहीं दी है लेकिन इसमें हैलोजन हेडलैंप यूनिट, स्कल्प्ड टैंक, पिलियन ग्रैब रेल्स मिलेंगे। यह एक इंजन किल स्विच और एक नए सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के साथ भी आएगी।


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होंडा ने कहा है कि एक्सटेंडेड वारंटी की कंडिशन भी स्टैंडर्ड वारंटी की तरह ही होंगी, इसमें हाई कॉस्ट पार्ट्स भी कवर रहेंगे

सेल्फ ड्राइविंग कार स्टार्टअप Zoox का अधिग्रहण करेगी अमेजन, 7500 करोड़ रुपए में हुआ सौदा June 25, 2020 at 11:13PM

दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन सेल्फ ड्राइविंग स्टार्टअप Zoox का अधिग्रहण करेगी। यह सौदा 1 बिलियन डॉलर यानी करीब 7500 करोड़ रुपए में हुआ है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। हालांकि, इस सौदे की आधिकारिक घोषणा 26 जून को हो सकती है।

डिलिवरी सेवाओं में तेजी लाने में मिलेगी मदद

अमेजन लंबे समय से अपनी डिलिवरी सेवाओं में तेजी लाने और किफायती बनाने की दिशा में काम कर रही है। इस सौदे के जरिए कंपनी को अपनी इस योजना को मूर्तरूप देने में महत्वपूर्ण मदद मिल सकती है। हालांकि, इस मामले से वाकिफ सूत्र इस बात को लेकर स्पष्ट नहीं है कि अमेजन Zoox प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल सेल्फ ड्राइविंग डिलिवरी व्हीकल की फ्लीट बनाने में इस्तेमाल करेगी या नहीं।

जीरो एमिशन व्हीकल तकनीक पर काम कर रही है Zoox

Zoox का मुख्यालय कैलिफोर्निया में है। कंपनी जीरो एमिशन व्हीकल के लिए लेटेस्ट ऑटोमोटिव, रोबोटिक्स और रिन्युएबल एनर्जी तकनीकका इस्तेमाल करती है। रिपोर्ट में कहा गया है इस अधिग्रहण के कारण कंपनी को ताजा फंडिंग जुटाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

निवेशक वापस मांग सकते हैं अपना पैसा

रिपोर्ट के मुताबिक, इस सौदे के बाद Zoox के निवेशक अपना पैसा ब्याज समेत वापस मांग सकते हैं। Zoox में मुख्य रूप से लक्स कैपिटल, डीएफजे और एटलासियन का निवेश है।

कार सेक्टर में निवेश बढ़ा रहा है अमेजन

अमेजन पिछले काफी समय से कार सेक्टर में निवेश बढ़ा रहा है। इसी के तहत अमेजन ने पिछले साल सेल्फ ड्राइविंग कार स्टार्टअप ऑरोरा इनोवेशन इंक (Aurora Innovation Inc) में 530 मिलियन डॉलर करीब 4 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था।



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अमेजन ने पिछले साल सेल्फ ड्राइविंग कार स्टार्टअप ऑरोरा इनोवेशन में 530 मिलियन डॉलर करीब 4 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था। 

यूट्यूब ने शुरू की शॉर्ट वीडियो बनाने वाले ऐप की टेस्टिंग, टिकटॉक से ज्यादा लाइसेंस म्यूजिक का एक्सेस मिलेगा June 25, 2020 at 10:24PM

दुनिया के सबसे बड़े वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने अपने नए मोबाइल ऐप शॉर्ट्स की टेस्टिंग शुरू कर दी है। कंपनी एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म के लिए इसकी टेस्टिंग कर रही है। इस ऐप को शॉर्ट वीडियो बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यूजर इस ऐप से टिकटॉक की तरह 15 सेकंड का वीडियो बनाकर शेयर कर पाएंगे।

ऐप के डेवलपर्स ने अप्रैल में इससे जुड़ी जानकारी शेयर की थी। यूट्यूब के इस ऐप पर यूजर को टिकटॉक से कहीं ज्यादा लाइसेंस म्यूजिक का एक्सेस मिलेगा।

मल्टीपल क्लिप कर पाएंगे रिकॉर्ड
गूगल की अल्फावेट कंपनी ने एक पोस्ट में बताया कि इस ऐप की मदद से यूजर डायरेक्ट मल्टीपल क्लिप रिकॉर्ड करके अपलोड कर पाएंगे। यदि वीडियो 15 सेकंड से कम लंबा है तब इसे सीधे प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जा सकता है। हालांकि, वीडियो की लंबाई 15 सेकंड से ज्यादा है तब उसे फोन गैलेरी में सेव करके अपलोड करना होगा।

कंपनी ने बताई टेस्टिंग की बात
कंपनी ने बताया कि ऐप के फीचर्स की लिमिडेट एंड्रॉयड और आईओएस यूजर्स के साथ टेस्टिंग चल रही है। वे फोन में 'क्रिएट ए वीडियो' पर जाकर उसे अपलोड करके देख रहे हैं। हालांकि, अभी ये साफ नहीं हुआ है कि वीडियो बनाने दौरान टिकटॉक की तरह फिल्टर, इफेक्ट्स, म्यूजिक जैसे फीचर्स मिलेंगे या नहीं।

यूट्यूब द्वारा अभी शॉर्ट वीडियो फीचर अभीयूट्यूब स्टोरी में दिया जा रहा है। जिसे यूट्यूब रील्स कहा जाता है। ये यूजर्स को शॉर्ट वीडियो अपलोड करने का एक्सेस दिया है। कंपनी ने इस फीचर को 2017 में शुरू किया था।

फेसबुक भी लाया कॉलब ऐप
फेसबुक ने भी अपना शॉर्ट वीडियो एंटरटेनमेंट ऐप कॉलब (Collab) लॉन्च किया है। इस ऐप से यूजर म्यूजिक और शॉर्ट वीडियो क्लिप बना सकते हैं। फेसबुक का यह ऐप अभी बीटा वर्जन के लिए लॉन्च हुआ है। इसे कंपनी अभी इन्वाइट-ओनली ऑप्शन के साथ iOS प्लेटफॉर्म पर ऑफर कर रही है।

खास बात है कि ऐप पर एक साथ तीन अलग-अलग शॉर्ट वीडियो रिकॉर्ड करके उन्हें एडिट करके एक बना सकते हैं। यहां से इस वीडियो को डायरेक्टर सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम पर भी शेयर कर सकते हैं। इस ऐप से फेसबुक टिकटॉक को टक्कर देना चाहती है।

भारत में पॉपुलर है टिकटॉक
टिकटॉक की शुरुआत साल 2016 में चीन में हुई थी और 2018 में इस दुनियाभर में पॉपुलारिटी मिली। इसके बाद इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई। 2019 में लॉन्च हुआ टिकटॉक ऐप भारत में काफी तेजी से पॉपुलर हुआ है। डाउनलोडिंग के मामले में इसने कई बड़े ऐप्स को पीछे छोड़ दिया था। साल 2019 में प्ले स्टोर पर वॉट्सऐप के बाद सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने ऐप बन गया था। इस ऐप को 100 करोड़ से ज्यादा बार इन्स्टॉल किया गया है।



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यूट्यूब द्वारा अभी शॉर्ट वीडियो फीचर यूट्यूब स्टोरी में दिया जा रहा है

नए नाम और डिजाइन के साथ लॉन्च होगी 7 सीटर हुंडई क्रेटा, 2021 के अंत तक भारतीय बाजार में कर सकती है डेब्यू June 25, 2020 at 10:16PM

नेक्स्ट जनरेशन हुंडई क्रेटा इस साल की शुरुआत में भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध हो गई थी। 2015 में आए ओरिजनल मॉडल की तरह यह भी 5-सीट कॉन्फ़िगरेशन में उपलब्ध है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अगले साल क्रेटा लाइनअप का नए 7-सीट मॉडल के साथ विस्तार करेगी। नए मॉडल को 'क्रेटा' नहीं बल्कि नए नाम से बाजार में उतारा जाएगा।
कंपनी को उम्मीद है कि नया नाम देने से 7-सीट मॉडल को अलग पहचान देने में मदद मिलेगी। हुंडई पहले भी मिलते जुलते नामों के साथ कारें बाजार में उतार चुकी है जैसे i10, ग्रैंड 10 और ग्रैंड i10 निओस लेकिन नए 7 सीटर क्रेटा के साथ ऐसा नहीं किया जाएगा।

यूनिक डिजाइन से लैस होगी नई 7 सीटर क्रेटा

  • क्रेटा के इस नए मॉडल में सिर्फ नाम और थ्री-रो सीटिंग का ही अंतर नहीं बल्कि डिजाइन में भी अंतर देखने को मिलेगा। नए मॉडल को विदेश में टेस्टिंग के दौरान स्पॉट किया जा चुका है। लीक तस्वीरों के अनुसार इसके बैक साइड में कई बड़े बदलाव के साथ फ्रंट में काफी नए स्टाइल एलीमेंट देखने को मिलेंगे। इसमें मिलने वाली रेडोन ग्रिल स्पोर्टी लुक के साथ आएगी जैसे मर्सिडीज बेंज के कुछ चुनिंदा मॉडलों में भी देखा जा चुका है। नए मॉडल के बम्पर को करीब से देखने पर इसमें सामने पार्किंग सेंसर लगे होने की भी जानकारी मिलती है।
  • साइड व्यू की बात करें तो 7-सीटर क्रेटा अपने रियर क्वार्टर ग्लास के साथ खुद को अलग करेगी, जिसे पतले सी-पिलर के बीच रखा गया है। एसयूवी के इस वर्जन में पीछे की ओर एक फ्लैटर रूफ भी दी गई है ताकि तीसरी-पंक्ति के बैठे यात्रियों के लिए अधिक रूम स्पेस मिल सके। क्रेटा 7-सीटर को एक खास पहचान देने के लिए पूरी तरह से नया टेलगेट डिज़ाइन दिया जाएगा, जो बड़े और सिंपल टेल-लैंप यूनिट के साथ बनाया गया है।

2021 के अंत में भारत में लॉन्च हो सकती है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रेटा 7-सीटर को 2021 में ग्लोबल लॉन्च किया जा सकता है। क्रेटा और इंडियन मार्केट में थ्री-रो एसयूवी की बढ़ती मांग को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि इसे सबसे पहले भारतीय बाजार में लॉन्च किया जा सकता है। उम्मीद की जा रही है कि 2021 के अंत में इसे भारत में लॉन्च किया जा सकता है।

बाजार में डेब्यू करेंगी महिंद्रा और जीप की मिड साइड SUV
ग्राहक इस समय थ्री-रो मिडसाइज एसयूवी के लिए उत्सुक हैं। वहीं, आने वाले वर्षों में उनके सामने कई सारे ऑप्शन मौजूद होंगे। अगले महीने से एमजी हेक्टर प्लस की बिक्री भी शुरू होने जा रही है। 2021 में ऑल-न्यू महिंद्रा XUV500 भी बाजार में एंट्री करने के लिए तैयार है, वहीं जीप भी अपने कंपास बेस्ड 7-सीटर को तैयार कर रही है।



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क्रेटा और इंडियन मार्केट में थ्री-रो एसयूवी की बढ़ती मांग को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि इसे सबसे पहले भारतीय बाजार में लॉन्च किया जा सकता है

मेडिटेशन के जरिए डिप्रेशन, दर्द, घबराहट, नींद नहीं लगने से पा सकते हैं निजात, एक्सपर्ट्स की सलाह-ध्यान के लिए घर में शांत जगह चुनें, धीरे-धीरे शुरुआत करें June 25, 2020 at 10:12PM

अमीलिया नियेरनबर्ग. ध्यान लगाने या मेडिटेशन करने के बहुत सारे फायदे हैं, इसे प्रक्रिया काे कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। दरअसल, लगातारएक जगह स्थिर रहने या बैठे रहनेपर आपका हार्ट रेट कम हो जाता है और कॉर्टिसोल रेट भीकम हो जाता है। इसलिए ध्यान लगाने की आदत आपको डिप्रेशन, दर्द, घबराहट और नींद की परेशानियों से निजात दिला सकती है। यहदिमाग के लिए स्ट्रेचिंग का काम भी करताहै।

ध्यान कैसे लगाते हैं? इसकी शुरुआतकैसी करनीहै?क्या फर्श पर बैठना चाहिए? क्या ऐपकी मदद लेनी चाहिए? कोई मंत्र का जाप करना चाहिए? मेडिटेशन टीचर्स और साइकोलॉजिस्ट कहते हैं कि ध्यान लगाने का हर किसी का अपना तरीका हो सकता है, जो आपको सही लगेउसे अप्लाईकरना चाहिए।

ध्यान लगाने का कोई तरीका नहीं होता है

  • जब आप ध्यान लगाने के बारे में सोचते हैं तो दिमाग में क्या आता है? एक कमल का पोज, योगा मैट, खूबसूरत कमरा? अगर आपको प्रैक्टिस करने में यह कंफर्टेबल लगता है तो बहुत अच्छा है। वहीं कुछ लोग सीधे लेटने, कुर्सी पर बैठना पसंद करते हैं। इसका मकसद होताहै ऐसा पोज खोजना जहां आपका शरीर शांति और मजबूत महसूस करता है।
  • कलाकार टोनी ब्लैकमैन अपने दिमाग और ऊर्जा को शिफ्ट करने के लिए हिप-हॉप म्यूजिक को मिक्स करती हैं। टोनी पहले म्यूजिक के साथ ध्यान लगाने में संकोच करती थीं। वह कहती हैं कि यह कलंक है। बिना प्रार्थना शब्द के ध्यान शब्द का उपयोग करना कमजोर लग सकता है। लेकिनअपने दोस्तों के साथ बातचीत के बाद टोनी ने खुद का म्यूजिक रिकॉर्ड कर इसके साथ मेडिटेशन क्लास चलाने का फैसला किया।

मेडिटेशन के लिए जरूरी है प्रैक्टिस

  • न्यूयॉर्क सिटी में मेडिटेशन स्टूडियो के सीईओ एली बरोस ग्लक कहते हैं कि जब लोग शुरुआत करते हैं तो यह सभी के लिए मुश्किल होता है। जैसा कि आप जिम या म्यूजिक क्लास के पहले सेशनके बाद आप न तो 10 पाउंड वजन कम कर सकते और न ही मोजार्ट बजा सकते।
  • वक्त और जगह तय कर अपने लिए एक फ्रेमवर्क तैयार करें। मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के लजार लैब मेडिटेशन रिसर्च की डायरेक्टर सारा लजार के मुताबिक, 10 और 5 मिनट बेहतर हैं। अगर आपको कोई मानसिक बीमारी है या आप बुरे वक्त से गुजर रहेहैं तो थोड़ा अलर्ट रहें।
  • डॉक्टर लजार के अनुसार, पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसॉर्डर, स्कित्जेफ्रीनिया या बायपोलर डिसॉर्डर से जूझ रहे हैं तो आपको मेडिटेशन गाइड या टीचर के साथ मिलकर काम करना चाहिए।

अपनी जगह तैयार करें

  • आपके घर के कोने में केवल मेडिटेशन के लिए एरिया तैयार करें। अगर आपको लगे तो यहां पौधे, पत्थर या मोमबत्तियां लगाएं। अगर नहीं तो घर में केवल शांत जगह चुनें।
  • यूसीएलए के माइंडफुल अवेयरनेस रिसर्च सेंटर में माइंडफुलनेस एजुकेशन की डायरेक्टर डायना विंस्टन कहती हैं कि मुझे नहीं लगता लोगों को कुछ भी फैंसी करना चाहिए।योगा और मेडिटेशन टीचर टोनी लूपिनाची के मुताबिक, एक अलग जगह होना बहुत जरूरी है। यह आपका बिस्तर नहीं है और न ही काउच।

किसी ऐप की मदद लें

  • यह थोड़ा अजीब लग सकता है, क्योंकि अधिकतर मौकों पर फोन शांतिके दुश्मन होते हैं। कुछ शुरुआती सेशन किसी गाइडेंस के साथ करने से आपको मदद मिलेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि ध्यान लगाने का मतलब एक जगह पर कुछ देर के लिए स्थिर बैठना नहीं है। यह हजारों सालों के इतिहास और ट्रेनिंग के साथ बड़ी फिलॉस्फी का हिस्सा है।

खुद को जाने दें

  • यह आप अपने लिए कर रहे हैं, ताकि आप खुद में और दुनिया में ज्यादा स्थिर रह सकें। इसलिए उस दिन की प्रैक्टिस में खुद को डुबो दें। अगर आप ऐप की मदद नहीं लेना चाहते तो अपनी सोच की मदद ले सकते हैं। सोचें की आप कहीं सुंदर जगह पर हैं और शांत हैं। अपनी शरीर पर ध्यान दें और खुद को सुनें।
  • मेडिटेशन स्पेश्लिस्ट क्रिस टॉलसन चेतावनी देते हैं कि पहले सेशन के बाद ही बहुत ज्यादा उम्मीद न कर लें। हर दिन अलग होने वाला है, क्योंकि आप उस दिन कई अलग-अलग चीजों से गुजरे हो। यह दिमाग खाली करने को लेकर नहीं है, क्योंकि ऐसा संभव नहीं है।
  • क्रिस के मुताबिक, हमारा दिमाग खाली नहीं हो सकता। हम हमारे दिमाग में आने वाली चीजों को कंट्रोल नहीं कर सकते।हम जो कंट्रोल कर सकते हैं वो है कि हम इससे निपटेंगे।
  • क्रिस विचारों और भावनाओं को बादल की तरह समझने की सलाह देते हैं। जब आप ध्यान लगाते हैं तो यह सोचें की आप आसमान को देख रहे हैं। कभी बादल चमक रहे होंगे तो कभी काले होंगे। इन्हें महसूस करें, अपने पैरों के नीचे की घास को महसूस करें और दुनिया को जाते हुए देखें।


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If you are starting meditation, you can take help of the app, choose a quiet place in the house to meditate; Experts advice - start slowly

UVnano चार्जिंग केस से लैस है LG टोन फ्री HBS-FN6 इयरफोन, अल्ट्रा-वायलेट किरणों से इयरफोन के बैक्टीरिया-कीटाणु खत्म करता है June 25, 2020 at 09:07PM

एलजी ने वैश्विक स्तर पर दो नए ट्रू वायरलेस इयरफोन लॉन्च किए हैं। इसमें टोन फ्री HBS-FN4 और HBS-FN6 शामिल हैं, यह मेरिडियन ऑडियो टेक्नोलॉजी से लैस हैं। इसकाहाई-एंड HBS-FN6 वर्जन UVnano चार्जिंग केस के साथ आता है, जिसमें इयरफोन रखते ही ये उन्हें अल्ट्रा-वायलेट लाइटके जरिए डिसइनफेक्ट कर देता है ताकि हर बार यूजर एक साफ-सुथरा इयरफोन इस्तेमाल कर सके। कंपनी का दावा है कि इससे कान में होने वालेसंक्रमणके खतरे को कम किया जा सकता है।

नए एलजी टोन फ्री मॉडल की अगले महीने यूरोप और अमेरिका में बिक्री शुरू होने की उम्मीद है, जबकि एलजी केघरेलू बाजारदक्षिण कोरिया समेत अन्य देशों में इसकीउपलब्धता को लेकर कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है।

UVnano चार्जिंग केस से लैस है टोन फ्री HBS-FN6 वर्जन

  • एलजी टोन फ्री HBS-FN6 एक हाई-एंड वर्जन है, यह एक UVnano चार्जिंग केस के साथ आता है। इयरफोन को चार्ज करने के अलावा यह एडिशनल ऑफ-चार्जर बैटरी लाइफ प्रदान करता है। इसके चार्जिंग केस में अल्ट्रा-वायलेट लाइट का इस्तेमाल किया है, जो इयरफोन को इसके अंदर रखने पर उन्हें डिसइनफेक्टकरता है।
  • यह इयरफोन को उपयोग में न होनेपर उन्हें स्वयं साफ करता है। कंपनी का दावा है यह सामान्य कीटाणुओं और जीवाणुओं को खत्म करता है साथ ही इयरफोन के इंटरनेल मेश और ईयरटिप्स को साफ करता है। यह कान के संक्रमित होने की संभावना को कम कर सकता है और यह भी एक ही इयरफोन को कई यूजर्स के उपयोग के लिए सुरक्षित और स्वच्छ बनाता है।

इयरफोन में मिलता है लाउडस्पीकर जैसे साउंट एक्सपीरियंस

  • खासबात यह है कि दोनों नए एलजी टोन फ्री मॉडल में मेरिडियन ऑडियो की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। मेरिडियन ऑडियो, जो हाई-एंड ऑडियो इक्विपमेंट (जैसे स्पीकर्स और होम थिएटर) की ब्रिटिश मैन्युफैक्चरर और डेवलपर कंपनी है। यह हेडफ़ोन स्पेसियल प्रोसेसिंग के साथ आते हैं, जो यूजर को इयरफोन पर लाउडस्पीकर जैसे साउंड सुनने के एक्सपीरियंस प्रदान करते हैं।

बाहर की आवाज सुनने के लिए एम्बिएंट साउंड मोड

  • इसके अलावा, HBS-FN6 और HBS-FN4 मॉडल दोनों ही नेचुरल, इमर्सिव, बास बूस्ट और ट्रेबल बूस्ट सहित मेरिडियन ऑडियो की कस्टमाइज्ड इक्वलाइज़र और साउंड सेटिंग की सुविधा प्रदान करते हैं।
  • इयरफोन में बेहतर साउंड आउटपुट के लिए इन-कैनाल फिट डिजाइन मिलता है साथ अलावा इसमें एम्बिएंट साउंड मोड भी मिलता है जो यूजर को सुनने के लिए माइक्रोफोन को एक्टिवेट कर अपने आसपास की आवाज सुनने की अनुमति देता है।

दोनों इयरफोन वॉटर रेजिस्टेंट हैं

  • दोनों इयरफोन को वॉटर रेजिस्टेंट के लिए IPX4 रेटिंग दी गई है। एंड्रॉयड डिवाइस में इस्तेमाल करते समय इस पर गूगल असिस्टेंट भी एक्सेस किया जा सकता है।
  • इसमें टच कंट्रोल्स मिलते हैं, जिससे यूजर सीधे इयरफोन पर प्लेबैक और वॉल्यूम को कंट्रोल कर सकते हैं।
  • कंपनी का दावा है कि इसमें 6 घंटे की बैटरी लाइफ मिलती है वहीं चार्जिंग केस से इसे दो बार फुल चार्ज किया जा सकता है। इसमें SBC और AAC ब्लूटूथ कोडेक्स सपोर्ट भी मिलता हैं।


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अगले महीने यूरोप और अमेरिका में बिक्री शुरू होने की उम्मीद है, जबकि एलजी के होम मार्केट दक्षिण कोरिया समेत अन्य क्षेत्रों में उपलब्धता को लेकर कंपनी ने कोई घोषणा नहीं की गई है

अवास्ट के रिसर्चर को गूगल प्ले स्टोर पर मिले 17 ट्रोजन ऐप्स, विज्ञापन के जरिए चुरा रहे यूजर का पर्सनल डेटा June 25, 2020 at 07:09PM

गूगल प्ले स्टोर पर एक बार फिर ट्रोजन ऐप्स के नाम सामने आए हैं। एंटीवायरस और इंटरनेट सिक्योरिटी कंपनी अवास्ट के मुताबिक प्ले स्टोर पर ऐसे 17 ऐप्स मिले हैं, जो यूजर्स के पर्सनल डेटा को चुरा रहे हैं। कंपनी की रिपोर्ट के मुताबिक ये ऐप्स हिडनऐड्स (HiddenAds) कैंपेन के तहत भारत और साउथईस्ट एशिया के यूजर्स को शिकार बनाने का काम कर रहे हैं।

अवास्ट के रिसर्चर के मुताबिक ये ऐप्स प्ले स्टोर पर गेम्स कैटेगरी में है, लेकिन इनका असली काम यूजर की परमिशन के बिना विज्ञापन दिखाकर उनकी जानकारी चुराना है। ये ऐप्स डिवाइस में अपना आइकन छिपा सकते हैं। यहां दिखने वाले विज्ञापन स्किप भी नहीं किए जा सकते।

अवास्ट ने 47 ऐप्स की पहचान की थी
अवास्ट की टीम को 47 ट्रोडन ऐप्स मिले थे। इनमें से गूगल ने 30 ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया था। अवास्ट के थ्रेट ऑपरेशन एनालिस्ट जाकुब वेवरा ने कहा, "जैसे ही यूजर्स इन ऐप्स को डाउनलोड करते हैं, इनमें एक टाइमर शुरू हो जाता है। यूजर एक निश्चित समय के लिए इनमें गेम खेल पाते हैं, जिसके बाद टाइमर ऐप का आइकन गायब कर देता है। आइकन गायब होते ही ये ऐप्स बिना अनुमति विज्ञापन दिखाने शुरू कर देते हैं।"

प्ले स्टोर पर मौजूद हैं कई ऐप्स
अवास्ट ने जिन 17 ऐप्स के बारे में बताया है कि वे अभी भी प्लेट स्टोर पर मौजूद है। इनमें कुछ पॉपुलर ऐप्स जैसे Skate Board - New, Find Hidden Differences, Spot Hidden Differences, Tony Shoot - NEW और Stacking Guys हैं। इनमें से कई ऐप्स को 1.5 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।

फोन में ऐसे करें पहचान
इन ऐप्स का आइकन फोन में दिखाई नहीं देता, ऐसे में इन्हें फोन से हटाना मुश्किल काम हो जाता है। ऐसे में फोन की सेटिंग से ऐप मैनेजर में जाकर आप इन आइकन की पहचान करके वहां से इन्हें अनइन्स्टॉल कर सकते हैं।



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इन ऐप्स का काम यूजर की परमिशन के बिना विज्ञापन दिखाकर उनकी जानकारी चुराना है
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