कोरोनावायरस के चलते दुनियाभर में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। वर्क फ्रॉम होम और सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है। ज्यादातर कंपनियों के लोग घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में मीटिंग और संवाद बनाए रखने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसी ही एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम जिसे काफी पसंद किया जा रहा है, इसमें एक साथ 100 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं। लेकिन अब इस ऐप पर यूजर्स का पर्सनल डेटा चारी कर फेसबुक समेत अन्य कंपनियों से अवैध तरीके से साझा करने के आरोप लग रहे हैं। सोमवार को कैलिफोर्निया की अदालत में जूम के खिलाफ मुकदमा दायर किया। अदालत में सुनवाई के दौरान कंपनी यह बताने में विफल रही कि बिना इजाजत यूजर्स के डेटा को फेसबुक और अन्य कंपनियों के साथ क्या साझा किया गया।
क्लाइंट के ई-मेल एड्रेस लीक कर रहा है
टेकक्रंच वेबसाइट की एक रिपोर्ट में इंटरसेप्ट का हवाला देकर बताया गया है कि इसके वीडियो कॉल एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड नहीं है, यानी बीच में ही प्राइवेसी लीक हो सकती है। मदरबोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक जूम क्लाइंट के ई-मेल एड्रेस लीक कर रहा है। प्राइवेसी लीकिंग के डर से एपल को अपने लाखों मैक कंप्यूटर्स को सुरक्षित करने के लिए इंतजाम करना पड़ा था। इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन ने हाल ही में चेतावनी दी है कि यह ऐप एडमिनिस्ट्रेटर्स को लोगों की गतिविधियों को ट्रैक करने की अनुमति देता है। जूम पर यह भी आरोप लगा कि यह चुपचाप यूजर्स की आदतों के बारे में फेसबुक को डेटा भेज रहा है। मदरबोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक यह आईओएस एंड्रॉयड खोलने पर फेसबुक को नोटिफाई करता है। इस तरह फेसबुक तक डेटा लीक हो जाता है। इस आरोप के बाद जूम के फाउंडर ने ये कहा है कि उस फीचर को कंपनी रिव्यू कर रही है जो यूजर का डेटा फेसबुक के साथ शेयर कर रहा है। हालांकि अब कंपनी ने फेसबुक के साथ डेटा शेयर वाले इस फीचर को हटा दिया है।
भारत में जूम ऐप 10 करोड़ बार हुआ डाउनलोड
ऐप डेटा पर काम करने वाली कंपनी ऐप एन्नी ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक 14 मार्च से 21 मार्च के बीच दुनिया भर में सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप 6.20 करोड़ बार डाउनलोड हुए हैं। साल 2019 में साप्ताहिक औसत बिजनेस ऐप डाउनलोडिंग से यह 90 फीसदी ज्यादा है। यह आईओएस और गूगल प्ले स्टोर पर किसी भी ऐप कैटेगरी में अब तक की सबसे तेज ग्रोथ है। डाउनलोडिंग में मुख्य रूप से गूगल का हैंगआउट मीट, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और जूम क्लाउड मीटिंग्स हैं। रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी और मार्च में सबसे ज्यादा जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप डाउनलोड हुआ है। भारत में यह बहुत तेजी से ग्रोथ करते हुए गूगल प्ले स्टोर से 10 करोड़ बार डाउनलोड हो चुका है। 14 से 21 मार्च के रिकॉर्ड सप्ताह में यह अमेरिका में इस तिमाही में औसत साप्ताहिक डाउनलोडिंग से 14 गुना ज्यादा डाउनलोड हुआ। ब्रिटेन में साप्ताहिक औसत से 20 गुना, फ्रांस में 22 गुना, जर्मनी में 17 गुना, स्पेन में 27 गुना और इटली में 55 गुना ज्यादा डाउनलोड हुआ।
क्या है जूम
जूम एक फ्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप है। इसके जरिए यूजर एक बार में अधिकतम 50 लोगों के साथ बात कर सकते हैं। ऐप का यूजर इंटरफेस आसान है जिस वजह से हर आदमी इसे यूज कर लेता है। ऐप में वन-टू-वन मीटिंग और 40 मिनट की ग्रुप कॉलिंग की सुविधा भी मिलती है। यह आईओएस और गूगल प्ले स्टोर दोनों प्लेटफॉर्म है।
जूम के फाउंडर युआन का अमेरिका ने आठ बार कैंसिल किया वीसा
जूम ऐप की लोकप्रियता के साथ इसके फाउंडर एरिक युआन भी पूरी दुनिया की सुर्खियों में छा गए हैं। हालांकि कोरोना संकट के बीच युआन भी चीन के ही हैं लेकिन अब अमेरिकी हैं। युआन के वीसा ऐप्लीकेशन को अमेरिका ने आठ बार खारिज कर दिया था। नब्बे के दशक में एरिक ने पहली बार बिल गेट्स को इंटरनेट के बारे में बोलते हुए सुना। तभी से वह इस फिल्ड में आकर्षित हुए। कंप्यूटर कोडिंग की स्किल के दम पर 1997 में उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर कंपनी वेबएक्स में इंजीनियर के तौर पर नौकरी मिली। युआन ने 2011 में 40 इंजीनियरों के साथ अपना कंपनी शुरू और जूम को लॉन्च किया। कंपनी में 2018 तक 1700 कर्मचारी हो चुके थे और कंपनी का रेवेन्यू 33 करोड़ डॉलर पार गया है।
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