शाओमी ने Mi 10 सीरीज स्मार्टफोन के लिए एंड्रॉयड 11 ऑपरेटिंग सिस्टम को रोलआउट शुरू कर दिया है। कंपनी ने इस ओएस का अपडेट अपने बीटा प्रोग्राम के 6 महीने बाद Mi 10 में दिया है। अब यूजर को फोन में MIUI 12 के अपडेट के साथ लेटेस्ट ओएस भी मिलेगा। कंपनी ने Mi 10 को एंड्रॉयड 10 के साथ मई में लॉन्च किया था।
Mi इंडिया ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी है कि उसने Mi 10 के लिए एंड्रॉयड 11 को रोलआउट कर दिया है। इस नए अपडेट का नाम V12.2.2.0.RJBINXM है। इसका साइज 2.8GB है। यूजर्स को इसका अपडेट चेक करने के लिए Settings > About phone में जाना होगा।
रेडमी और पोको में पहले ही मिला अपडेट
शाओमी ने जून में Mi 10 के लिए बीटा रिलीज करने के बाद एंड्रॉयड 11 का टेस्टिंग की थी। हालांकि, Mi 10 कंपनी का पहला ऐसा स्मार्टफोन नहीं है जिसमें एंड्रॉयड 11 का अपडेट मिल रहा हो। कंपनी पिछले महीने रेडमी नोट 9 प्रो के लिए एंड्रॉयड 11 का अपडेट दिया था। हाल ही में उसने पोको F2 प्रो के लिए नया ऑपरेटिंग सिस्टम का अपडेट शुरू किया है।
शाओमी के विपरीत, वनप्लस और सैमसंग सहित कई कंपनियों ने इस साल के शुरुआत में एंड्रॉयड 11 का अपडेट के कुछ समय बाद ही अपने फ्लैगशिप फोन में इसका ओएस दे दिया था। गूगल ने सितंबर में अपने पिक्सल फोन के लिए नया एंड्रॉयड ओएस दिया था।
सैमसंग गैलेक्सी A72 से जुड़ी नई रूमर्स के मुताबिक, अब इसमें क्वाड-कैमरा सेटअप मिलेगा। पहले इसमें पेंटा रियर कैमरा मिलने की बात कही जा रही थी। एक टिप्सटर ने सोशल मीडिया पर इस फोन की इमेज शेयर की है, जिसमें इसके बैक में 4 कैमरा नजर आ रहे हैं। इसमें पांचवां सेंसर नहीं मिलेगा।
टिप्सटर Snapdrachun 888 5G के मुताबिक, गैलेक्सी A72 में चार रियर कैमरा सेटअप किए गए हैं। हालांकि, ट्वीट में इस फोन से जुड़े दूसरी बातें नहीं बताई गई हैं। ये फोन 5G को सपोर्ट करेगा। वहीं, इसके फ्रंट में पंच होल डिस्प्ले कैमरा मिलेगा।
पहले 64-मेगापिक्सल कैमरा के रूमर्स थे
सितंबर में ऐसी खबरें आई थीं कि ये सैमसंग गैलेक्सी A72 कंपनी का पहला ऐसा स्मार्टफोन होगा जिसमें पेंटा रियर कैमरा मिलेगा। ऐसी रूमर्स थी कि इसमें 64-मेगापिक्सल का प्राइमरी शूटर, 12-मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड कैमरा, 8-मेगापिक्सल टेलीफोटो कैमरा 3x ऑप्टिकल जूम के साथ, 5-मेगापिक्सल मैक्रो कैमरा और 5-मेगापिक्सल डेप्थ सेंसर होगा। वहीं, फोन के फ्रंट में 32-मेगापिक्सल का सेंसर मिलेगा।
ओआईएस टेक्नोलॉजी मिलने की संभावना
ऐसा भी माना जा रहा है कि सैमसंग इस स्मार्टफोन में ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन (OIS) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकती है, जो कंपनी अगले साल से A सीरीज के हाई-एंड मॉडल में इस्तेमाल करने वाली है। यह फीचर आमतौर पर सैमसंग के फ्लैगशिप गैलेक्सी एस और गैलेक्सी नोट सीरीज स्मार्टफोन तक ही सीमित है।
रिलायंस जियो सस्ते 4G स्मार्टफोन और अन्य कनेक्टेड डिवाइस लाने के लिए रिलयलमी समेत कई अन्य कंपनियों के साथ काम कर रहा है। इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2020 में बोलते हुए रिलायंस जियो के डिवाइस एंड मोबिलिटी के प्रेसीडेंट सुनील दत्त ने कहा कि 2G हैंडसेट इस्तेमाल कर रहे लोगों को 4G या 5G पर अपग्रेड करने के लिए सस्ते डिवाइस उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
सस्ते जियोफोन के जरिए 4G कनेक्टिविटी का लाभ दिया
सुनील दत्त ने कहा कि एक ऑर्गेनाइजेशन के तौर पर रिलायंस ने पहले सस्ते जियोफोन के जरिए 4G कनेक्टिविटी के लाभ दिए हैं। अन्य 4G डिवाइस के लिए हम रियलमी और अन्य कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। इसके जरिए हम लोगों को और सस्ते डिवाइस देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जियो स्मार्टफोन सेगमेंट के अलावा अन्य कनेक्टेड डिवाइस लाने पर भी विचार कर रही है।
इनोवेशन के लिए कई अवसर खोलेगा 5G
रियलमी के CEO माधव सेठ ने कहा कि 5G भविष्य में इनोवेशन के लिए कई अवसर खोलेगा और यह केवल स्मार्टफोन तक सीमित नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक 5G फोन पहुंचाने में चिपसेट की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सेठ ने कहा कि 5G को लेकर हम भारत के साथ ग्लोबल स्तर पर सही ट्रैक पर चल रहे हैं और मुझे लगता है कि इसमें मीडियाटेक की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है।
लोगों तक किफायती कीमत में 5G डिवाइस पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी
माधव सेठ ने कहा कि हम हार्डवेयर प्रदाता हैं। मुझे लगता है कि लोगों की जेब के अनुसार कीमत वाले अधिक से अधिक 5G डिवाइस पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। हमें यह काम डिवाइस की तकनीक से समझौता किए बिना करना है। चिपसेट मैन्युफैक्चर कंपनी मीडियाटेक इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अंकू जैन का कहना है कि कंपनी ने महामारी के दौरान डिजिटल तकनीक को मजबूती से एडॉप्ट किया है।
टेलीकम्युनिकेशन टायकून और भारती एंटरप्राइजेज लिमिटेड के चेयरमैन सुनील मित्तल ने कहा है कि सैटेलाइट स्टार्टअप वनवेब 2022 से ग्लोबल स्तर पर ब्रॉडबैंड सेवाएं देना शुरू कर देगा। वनवेब को सुनील मित्तल ने ब्रिटेन सरकार की मदद से बैंकरप्सी से बाहर निकाला है।
मई-जून 2022 से शुरू हो सकती है ब्रॉडबैंड सेवा
यूनाइटेड नेशंस इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेश यूनियन और सऊदी अरब कम्युनिकेशन रेगुलेटर CITC की ओर से आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में सुनील मित्तल ने कहा कि मई-जून 2022 से वनवेब की ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू हो सकती हैं। इसमें करीब 18 महीने का समय है। मित्तल ने कहा कि वनवेब का सैटेलाइट समूह पूरे ग्लोब और दुनिया की एक-एक इंच को कवर करेगा।
एलन मस्क और जेफ बेजोस से होगा मुकाबला
सैटेलाइट से ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए तैयार हो रहे वनवेब का मुकाबला अमेरिका के दिग्गज कारोबारी एलन मस्क और जेफ बेजोस से होगा। एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजी कॉर्प और जेफ बेजोस की अमेजन डॉट कॉम इंक लो-अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट देने की तैयारी कर रही हैं।
ब्रॉडबैंड सेवा की टेस्टिंग कर रही है स्पेसएक्स
वनवेब इसी साल मार्च में ब्रैंकरप्सी में चली गई थी। तब से अब तक एलन मस्क ने अपनी कंपनी स्पेसएक्स के जरिए हजारों सैटेलाइट लॉन्च किए हैं। स्पेसएक्स इनके जरिए स्टारलिंक सैटेलाइट समूह बना रहा है। स्पेसएक्स अब अपनी सेवाओं का संभावित ग्राहकों के साथ टेस्टिंग कर रही है। हालांकि, वनवेब की तरह स्टारलिंक की सेवा पूरी दुनिया में उपलब्ध नहीं होगी।
वनवेब ने अब तक 74 स्पेसक्राफ्ट ऑर्बिट में भेजे
वनवेब की योजना 648 स्पेसक्राफ्ट ऑर्बिट में भेजने की है। इसमें से अब तक 74 स्पेसक्राफ्ट ऑर्बिट में भेज दिए हैं। कंपनी इसी महीने स्पेसक्राफ्ट की लॉन्चिंग को दोबारा से शुरू करने की योजना बना रही है। हालांकि, सैटेलाइट समूह बनाने के लिए कंपनी अभी तक आवश्यक फंड नहीं जुटा पाई है।
7 बिलियन डॉलर तक की आएगी लागत
648 सैटेलाइट का समूह बनाने में 5.5 से 7 बिलियन डॉलर तक की लागत आएगी। इसका आधा करीब आधा हिस्सा 2 से 2.5 बिलियन डॉलर की राशि का निवेश भारती एयरटेल और ब्रिटिश सरकार करेंगी। शेष राशि का इंतजाम निवेशकों के जरिए किया जाएगा। सुनील मित्तल ने कहा कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
वन वेब को 2014 में स्थापित किया गया था
वनवेब को उद्यमी ग्रेग वायलार द्वारा 2014 में स्थापित किया गया था। यह लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट बनाता है और हाई स्पीड ब्रॉडबैंड टेलीकॉम सेवा प्रदान करता है। भारती एंटरप्राइजेज वनवेब के संस्थापक सदस्यों में से एक थी। कंपनी में उसकी रणनीतिक हिस्सेदारी थी।
सब-4-मीटर एसयूवी इन दिनों भारत में काफी ज्यादा बिक रही है और इसकी लोकप्रियता भी लगातार बढ़ रही है। इस सेगमेंट में कई सारे विकल्प उपलब्ध हैं, और रेनो अलगे साल इसमें एक और एसयूवी जोड़ने वाली है। वास्तव में, खरीदार अन्य सेगमेंट से यहां पलायन कर रहे हैं, क्योंकि अन्य सेगमेंट में गिरावट देखने को मिल रही है, खासतौर से सेडान के मामले में।
दिलचस्प बात यह है कि इस सेगमेंट के लगभग सभी वाहन लगभग अपने फर्स्ट-जनरेशन फेज में हैं। नए मॉडल में, निसान मैग्नाइट, हुंडई वेन्यू और किआ सोनट है, लेकिन फोर्ड ईकोस्पोर्ट और मारुति विटारा ब्रेजा थोड़े पुराने हैं। शुक्र है, हम इनके नेक्स्ट जनरेशन मॉडल के बारे में खबरें सुन रहे हैं, जो नए साल की शुरुआत में देखने को मिल सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि इनमें से कौन सी सब-4 मीटर एसयूवी आपके लिए वैल्यू फोर मनी होगी, तो आगे पढ़ते रहिए!
1. निसान मैग्नाइट (Nissan Magnite)
कीमत: 4.99-9.97 लाख रुपए तक
इस सेगमेंट में सबसे नई लेटेस्ट एंट्री मैग्नाइट है, और यह वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो कनेक्टिविटी, 360-डिग्री कैमरा और 7-इंच टीएफटी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर प्रदान करने वाला एकमात्र वाहन है।
मैग्नाइट में कोई डीजल इंजन विकल्प नहीं मिलेगा, लेकिन एक स्मूद सीवीटी गियरबॉक्स जरूर उपलब्ध है। अफोर्डेबलिटी के संदर्भ में, मैग्नाइट ने हर प्रतिद्वंद्वी पीछे छोड़ दिया है और आपको निश्चित रूप से इस वाहन पर विचार करना चाहिए यदि आपका बजट कम है तो।
2. हुंडई वेन्यू (Hyundai Venue)
कीमत: 6.75-11.65 लाख रुपए
हुंडई वेन्यू भारतीय बाजार में पहली कार थी जो कनेक्टेड कार टेक (ब्लू लिंक) के साथ आई थी और यह ढेर सारे इंजन ऑप्शन प्रदान करती है।
जबकि इसके 1.2 लीटर पेट्रोल और 1.5 लीटर टर्बो-डीजल पावरप्लांट केवल मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध हैं, 1.0 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन मैनुअल, डुअल-क्लच ऑटो या एक iMT (ऑटो-क्लच मैनुअल) गियरबॉक्स ऑप्शन के साथ आता है।
3. किआ सोनेट (Kia Sonet)
कीमत: 6.71-12.99 लाख रुपए
किआ सोनेट में ढेर सारे सेगमेंट-फर्स्ट फीचर्स मिलते हैं, वास्तव में, यह भारत की सबसे ज्यादा फीचर्स से लैस सब-कॉम्पैक्ट-एसयूवी है, जिसमें वेंटिलेटेड सीट, माइक्रो-प्रोटेक्शन एयर फिल्टर, साउंड मूड लाइटिंग और 10.25 इंच का इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन (सेगमेंट में सबसे बड़ी) विद प्रीमियम बोस स्पीकर सिस्टम समेत कई इंटरेस्टिंग फीचर्स से लैस है। टॉप-ट्रिम पर छह एयरबैग भी मिलते हैं, जो काफी इम्प्रेसिव है।
इंजन विकल्प वेन्यू के समान हैं, लेकिन ट्रांसमिशन विकल्प फिर से सेगमेंट में सबसे अच्छा हैं। 1.5 लीटर टर्बो-डीजल पर 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन भी उपलब्ध है जो सेगमेंट में पहले हैं और 1.0 लीटर टर्बो-पेट्रोल, iMT और DCT ऑप्शन उपलब्ध हैं। यदि आप एक स्टाइलिश दिखने वाली फीचर-लोडेड कार चाहते हैं, तो सोनेट आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकती है।
4. टाटा नेक्सन (Tata Nexon)
कीमत: 6.99-12.70 लाख रुपए
टाटा नेक्सन ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग स्कोर करने वाली पहली मेड-इन-इंडिया कार है। यह सेगमेंट की सबसे किफायती कार है, जो सनरूफ प्रदान करती है।
इसमें पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन ऑप्शन में उपलब्ध है, जिसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ट्रांसमिशन के विकल्प मिल जाते हैं। यदि आप खूब सारी खूबियां और एक अच्छी सवारी/हैंडलिंग बैलेंस वाली एक सुंदर कार चाहते हैं, तो अपने पैसे नेक्सन पर लगा सकते हैं।
5. फोर्ड ईकोस्पोर्ट (Ford EcoSport)
कीमत: 8.19-11.73 लाख रुपए
फोर्ड ईकोस्पोर्ट इस समूह का सबसे पुराना वाहन है, हालांकि यह इस सेगमेंट को बनाने वाला नहीं है; बल्कि इसका श्रेय काफी समय पहले बंद हो चुकी प्रीमियर रियो को जाता है। भले ही यह पुराना है, ईकोस्पोर्ट यहां काफी मजबूत दिखता है, जो टेल-माउंटेड स्पेयर और साइड-ओपनिंग बूट की बदौलत दिखता है। टॉप-लेवल ट्रिम्स में छह एयरबैग भी मिलते हैं।
इसमें डीजल का ऑप्शन उपलब्ध है, और पेट्रोल वैरिएंट को एक ऑप्शनल ऑटोमैटिक गियरबॉक्स मिलता है। यदि आपको ओल्ड स्कूल डिजाइन पसंद हैं और अच्छी हैंडलिंग वाली कार चाहते हैं, तो आप ईकोस्पोर्ट आपके लिए बेहतरीन ऑप्शन हो सकती है।
कुल मिलाकर इस सेगमेंट में मारुति ब्रेजा सबसे लोकप्रिय वाहन है, और किआ सोनेट की कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने के बावजूद, मारुति अभी भी बाजार में अपनी जगह बनाए हुए हैं। इसमें कोई डीजल इंजन का विकल्प नहीं मिलता, हालांकि इसमें एक 4-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स उपलब्ध है।
इसके प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में इसमें फीचर्स की कमी हो सकती है, और यह भी हो सकता है कि इसे ड्राइव रोमांचक न लगे, लेकिन यदि आप आसान रखरखाव के साथ एक नो-नॉनसेंस कार चाहते हैं, तो विटारा ब्रेजा आपको 1.5 लीटर नैचुरली एक्सिरेटेड पेट्रोल इंजन विद स्मार्ट हाइब्रिड इंजन, जो ऑटोमैटिक वर्जन में उपलब्ध है के साथ खुश रखेगी।
यह छोटा टोयोटा क्रॉसओवर केवल एक रिबैज्ड विटारा ब्रेजा है, जिसमें समान पावरट्रेन, इक्विपमेंट आदि हैं। अर्बन क्रूजर में केवल एक अलग बैज, एक अलग सर्विस सेंटर और एक लंबी स्टैंडर्ड वारंटी है।
अगर आपको विटारा ब्रेजा पसंद है और ये अंतर आपको पसंद आते हैं, तो इसके बजाय टोयोटा पर अपना पैसा लगा सकते हैं।
8. महिंद्रा XUV300 (Mahindra XUV300)
कीमत: 7.94-12.29 लाख रुपए
ग्लोबल एनकैप के क्रैश-टेस्ट परिणामों के अनुसार, महिंद्रा XUV300 भारत में बनी सबसे सुरक्षित एसयूवी है। यह इस सेगमेंट में एकमात्र वाहन है जो सात एयरबैग, ऑल व्हील डिस्क ब्रेक्स और डुअल-जोन क्लाइमेंट कंट्र्रोल प्रदान करता है।
यह पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन ऑप्शन में उपलब्ध है और डीजल में एक ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी उपलब्ध है। आप इसकी सुरक्षा, इंटीरियर स्पेस (बूट को छोड़कर) और कंफर्ट का आनंद ले सकते हैं, विशेष रूप से हायर वैरिएंट में।
इन दिनों महंगी और लग्जरी कारों में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के लिए आर्मरेस्ट दिया होता है। लॉन्ग ड्राइव के दौरान हाथों के आराम के लिए आर्मरेस्ट जरूरी होता है। हालांकि, कई पुरानी कारों में या फिर नई कार के बेस वैरिएंट में आर्मरेस्ट नहीं मिलता। ऐसे में इसे आप अलग से भी कार में फिक्स कर सकते हैं। इनकी कीमत काफी कम होती है। इनसे हाथों को आराम तो मिलता ही है, इनमें दिया बॉक्स ऑर्गेनाइजर का काम भी कर करता है।
क्या होता है आर्मरेस्ट?
ड्राइवर और फ्रंट सीट के बीच हैंडब्रेक वाली जगह पर एक बॉक्स फिक्स कर दिया जाता है। ये बॉक्स आर्मरेस्ट का काम करता है। इस पर ड्राइवर अपने लेफ्ट और पैसेंजर अपने राइट हैंड को रख सकते हैं। लॉन्ग ड्राइविंग के दौरान अक्सर एक हाथ हवा में रहता है जिससे पैसेंजर अनकम्फर्टेबल होने लगता है। इस आर्मरेस्ट में एक बॉक्स भी होता है, जिसमें जरूरी सामान रखा जा सकता है। इन दिनों कार कंपनियां टॉप वैरिएंट में इसका इस्तेमाल करती हैं।
आर्मरेस्ट की खासियत...
आर्मरेस्ट से ड्राइवर और पैसेंजर इस डिवाइस के काफी कम्फर्टेबल हो जाता है
इससे कार कंपनी का लोगो रहता है जिससे कार का लुक भी बेहतर हो जाता है
ये एडजेस्टेबल होते हैं जिन्हें जरूरत के हिसाब से आगे-पीछे मूव कर सकते हैं
इनमें एक बॉक्स होता है जिसमें खुले पैसे, चाबी या दूसरा छोटा सामान रख सकते हैं
आर्मरेस्ट के नीचे का हिस्सा ओपन रहता है जिससे हैंडब्रेक लगाने में प्रॉब्लम नहीं होती
इसकी फिटिंग करना आसान होता है, आप घर पर इसे लगा सकते हैं
आर्मरेस्ट की कीमत
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर इनकी कीमत 700 रुपए से शुरू हो जाती है। आपकी गाड़ी के मॉडल और कंपनी के हिसाब से इसकी कीमत बढ़ जाती है। लगभग सभी मॉडल के आर्मरेस्ट अब मार्केट में मिल जाते हैं। आप इन्हें ऑफलाइन मार्केट से भी खरीद सकते हैं।