Monday, April 13, 2020

टोयोटा ने 4th जनरेशन हैरियर एसयूवी को पेश किया, पेट्रोल और हाइब्रिड इंजन ऑप्शन में अवेलेबल, 222 हॉर्स पावर तक की ताकत मिलेगी April 13, 2020 at 04:47AM

टोयोटा ने अपने 4th जनरेशन हैरियर एसयूवी को ऑफिशियली पेश कर दिया है। यह कंपनी के TNGA प्लेटफार्म पर बेस्ड है, जो थर्ड जनरेशन हैरियर की तुलना में ज्यादा स्पोर्टी है। कंपनी ने इसके डिजाइन में कई सारे बदलाव किए हैं। इसमें लंबा बोनट, बड़े एयर डैम, क्रोम एलीमेंट्स, स्लिम एलईडी हेडलाइट्स और टेल लाइट्स दिए गए हैं। फिलहाल कंपनी ने इसकी भारत में लॉन्चिंग को लेकर कोई सफाई नहीं दी है। हालांकि इसे इस साल इंटरनेशनल मार्केट में लॉन्च किया जा सकता है। फिलहाल इसकी कीमत को लेकर भी कंपनी ने कोई ऐलान नहीं किया है। कंपनी ने फर्स्ट जनरेशन हैरियर का 1990 में लॉन्च किया था।

12.3 इंच का टचस्क्रीन मिलेगा
केबिन की बात करें तो इसमें 12.3 इंच का बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा जो डैशबोर्ड के ठीक सेंटर में स्थित है। एसी के लिए भी टच कंट्रोल्स दिए गए हैं तो स्क्रीन के नीचे दिए गए हैं जिसकी बगल में इंजन स्टार्ट-स्टॉप बटन मिलता है। इसमें बड़ा सा इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिए गया है, जिसके दोनों और डायल लगे हैं।

कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है टोयोटा हैरियर
इसके अलावा इसमें जेबीएल ऑडियो सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक पैनोरमिक सनरूप, कंपनी का सेफ्टी सेंस कोलिजन मिटिगेशन सिस्टम, डिजिटल रियर व्यू मिरर समेत कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। कंपनी का कहना है कि इसके हाइब्रिड मॉडल में 100V AC/ 1,500W पावर आउटलेट मिलेगा, जिसे कार पावर जनरेटर की तरह इस्तेमाल करेगी।

दो तरह के इंजन ऑप्शन मिलेंगे।

  • नई हैरियर में पेट्रोल और हाइब्रिड दो तरह के इंजन ऑप्शन मिलेंगे। दोनों ही 4 व्हील ड्राइव ऑप्शन मिलेगा। इसका स्टैंडर्ड पेट्रोल इंजन 2.0 लीटर डायरेक्ट इंजेक्शन 4 सिलेंडर यूनिट से लैस होगा। इसमें 171 हॉर्स पावर की ताकत और 207 एनएम का टॉर्क मिलेगा। यह स्टैंडर्ड सीवीटी गियरबॉक्स से लैस है।
  • हाइब्रिड मॉडल के 2 व्हील ड्राइव वैरिएंट में 178 हॉर्स पावर जनरेट करने वाला 2.5 लीटर का पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 88kW इलेक्ट्रिक मोटर से लैस होगा। इसमें कुल 218 हॉर्स पावर की ताकत मिलेगी। जबकि 4 व्हील ड्राइव में एडिशल 40kW की इलेक्ट्रिक मोटर मिलेगी, जो रियर एक्सेस को पावर देगी। इसमें कुल 222 हॉर्स पावर की ताकत मिलेगी। इसमें भी स्टैंडर्ड तौर पर सीवीटी गियरबॉक्स मिलेगा।


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Toyota Harrier Price| 4th generation Toyota Harrier SUV revealed, available in petrol and hybrid engine options get power up to 222hp

दृष्टिबाधितों के लिए गूगल ने लॉन्च किया ब्रेल कीबोर्ड, इसे इस्तेमाल करने के लिए नहीं पड़ेगी अतिरिक्त ऐप और हार्डवेयर की जरूरत April 13, 2020 at 01:03AM

गूगल ने एंड्रॉयड डिवाइस यूजर्स के लिए ब्रेल की बोर्ड टॉकबैक लॉन्च कर दिया है। इसे खासतौर से दृष्टिबाधित यूजर्स के लिए तैयार किया गया है। कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि गूगल में ब्रेल डेवलपर्स के अलावा ब्लाइंड और लो-विजन जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के साथ मिलकर इसे कीबोर्ड को तैयार किया है।

इसमें स्टैंडर्ड 6 बटन लेआउट मिलेगा

उन्होंने बताया कि इसे वे लोग आराम से इस्तेमाल कर सकेंगे जिन्होंने ब्रेल में पहले कभी टाइपिंग की हो। इसमें स्टैंडर्ड 6 बटन लेआउट दिया गया है। हर बटन 6 ब्रेल डॉट्स में से एक का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे टैप करने पर, कोई भी अक्षर या प्रतीक बनता है। उदाहरण के तौर पर ए टाइप करने के लिए 1 डॉट को दबाना होगा और बी टाइप करने के लिए डॉट 1 और 2 दोनों को एक साथ दबाना होगा। यह एंड्रॉयड के डॉक्युमेंट्स से लेकर जीमेल तक सभी टेक्स्ट फील्ड में काम करेगा। साथ ही अक्षर और शब्द को डिलीट करने की सुविधा भी देगा।

एंड्रॉयड 5.0 या उससे लेटेस्ट वर्जन में काम करेगा

ब्रेल कीबोर्ड को एंड्रॉयड 5.0 लॉलीपॉप या उससे लेटेस्ट वर्जन के एंड्रॉयड ओएस पर चलने वाले डिवाइस के लिए लॉन्च किया गया है। इसे इस्तेमाल करने के लिए कोई एडिशनल ऐप या हार्डवेयर की जरूरत नहीं पड़ती। गूगल ने बताया कि ब्रेल की-बोर्ड यूज करने के लिए सेटिंग के एक्सेसिबिलिटी सेक्शन में जाकर टॉकबैक ऑन करना होगा। ऑन होने के बाद यह कीबोर्ड सभी ऐप्स के साथ काम करेगा।



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Google launches Braille keyboard for visually impaired, no additional app and hardware required to use it

युद्ध में क्षतिग्रस्त रोबोट की तरह दिखता है ये ब्लूटूथ स्पीकर, फुल चार्ज करके 30 घंटे तक गाने सुने सकेंगे April 12, 2020 at 11:16PM

जापान की कंपनी जियो ने ब्लूटूथ स्पीकर ग्रावास्टर पेश किया है। कंपनी ने इसे काफी यूनिक कॉन्सैप्ट में डिजाइन किया है। देखने में यह मैटेलिक स्पाइडर रोबोट सा दिखता है और इसे इस तरह से सजाया गया है जैसे यह किसी युद्ध में क्षतिग्रस्त हुआ हो। स्पीकर में हैंड पेंटेड जिंक अलॉय शेल दिया गया है जिसमें बिल्ट-इन एलईडी लाइट्स लगी हैं जो गाने की रिदम से साथ फ्लैश होती है।

20 वॉट का है स्पीकर
यह 20 वॉट का स्पीकर ट्रायंगुलर सपोर्ट स्ट्रक्चर में लगा है और इसे शॉक-एब्जॉर्बर डिजाइन दिया गया है, जिससे स्टेब्लाइज्ड साउंड क्लालिटी मिलती है। कंपनी जल्द ही इसे अलग-अलग तरह के कलर, मटेरियल और शेप में बनाने पर काम कर रही है। इसके अलग-अलग पार्ट्स पर अलग फंक्शन होंगे।

सिंगल चार्जिंग में 30 घंटे चलेगा
यह डिवाइस ऑक्स केबल के साथ आता है। इसमें चार्जिंग और पेयरिंग के लिए यूएसबी टाइप सी और यूएसबी 2.0 केबल मिलती है। गेमिंग और म्यूजिक स्ट्रीमिंग के लिए इस्तेमाल करने के लिए इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी की सुविधा मिलती है। बेहतक स्टीरियो आउटपुट के लिए दो ग्रावास्टर स्पीकर्स को एक साथ लिंक किया जा सकता है। एक बार चार्ज करने पर यह 30 घंटे तक चलेगा।



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This Bluetooth speaker looks like a war-damaged robot, will be able to listen to songs for 30 hours at full charge

आईआईटी-बॉम्बे के शोधकर्ताओं ने तैयार किया स्मार्ट स्टेथोस्कोप, डॉक्टर्स दूर से ही कोरोना संक्रमितों के सीने की आवाज सुन सकेंगे, फोन पर देख सकेंगे सिग्नल्स April 12, 2020 at 07:33PM

कोरोना से निपटने के लिए देश के आईआईटी जैसे उच्च शिक्षा संस्थान लगातार नए इनोवेशन कर रहे हैं। हाल ही में आईआईटी-बॉम्बे की टीम ने स्मार्ट स्टेथोस्कोप तैयार किया है। इसकी मदद से कोरोना संक्रमितों के सीने की आवाज को दूर से सुना जा सकेगा और रिकॉर्ड भी किया जा सकेगा। इसका फायदा यह होगा कि इससे डॉक्टरों को संक्रमित होने से बचाया जा सकेगा। स्मार्ट स्टेथोस्कोप से मरीज के सीने का ऑस्कल्टेटेड (auscultated) साउंड और डेटा ब्लूटूथ की मदद से डॉक्टर तक पहुंचेगा, जिससे उन्हें मरीजों के नजदीक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

आईआईटी-बॉम्बे को डिवाइस का पेटेंट मिला
आईआईटी-बॉम्बे की टीम को इस डिवाइस का पेटेंट भी मिल चुका है। ये मरीज की ऑस्कल्टेटेड साउंड को रिकॉर्ड करेगा और उसके हेल्थ रिकॉर्ड के रूप में स्टोर करेगा। इसे एनालिसिस और फॉलोअप लेने के लिए अन्य डॉक्टरों के साथ साझा भी किया जा सकेगा।

स्टार्टअप 'आयुडिवाइस' ने इसे तैयार किया

  • आईआईटी टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर द्वारा संचालित स्टार्टअप 'आयुडिवाइस' ने इसे तैयार किया है। टीम में हाल ही में एक हजार स्टेथोस्कोप देशभर के विभिन्न हॉस्पिटल्स और हेल्थ केयर सेंटर्स में भेजे हैं। इसे रिलायंस हॉस्पिटल और पीडी हिंदुजा हॉस्पिटल के डॉक्टरों से क्लीनिकल इनपुट लेकर तैयार किया है।
  • टीम के डेवलपर्स में से एक आदर्शा ने बताया कि कोरोना संक्रमितों का सांस लेने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में अभी तक डॉक्टर्स संक्रमितों के सीने की आवाज जैसे घरघराहट और दरारें सुनने के लिए पारंपरिक स्टेथोस्कोप का ही इस्तेमाल कर रहे थे, यह आवाज बीमारी बढ़ने के साथ बदलती जाती है। उन्होंने आगे बताया कि ऐसे में इलाज करते समय डॉक्टरों के संक्रमित होने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है। हाल ही में डॉक्टरों और हेल्थ वर्करों के संक्रमित होने के कई मामले भी सामने आ चुके हैं।

कैसे काम करेगा स्मार्ट स्टेथोस्कोप

  • स्मार्ट स्टेथोस्कोप के बारे में जानकारी देते हुए आदर्शा ने बताया कि इसमें एक ट्यूब है, जो दो ईयरपीस से कनेक्ट है। यह ट्यूब बैकग्राउंड की आवाज को हटाते हुए बॉडी की आवाज को ट्रांसमिट करता है।
  • उन्होंने बताया कि इसकी दूसरी खास बात यह है कि यह स्मार्ट स्टेथोस्कोप कई साउंड को फिल्टर और एम्प्लीफाई करता है और उन्हें इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल में बदलता है। इस साउंड को साफ सुनने के लिए आगे भी एम्प्लीफाई किया जा सकता है।
  • सिग्नल को फोनोकार्डियोग्राम के रूप में स्मार्टफोन और लैपटॉप पर देखा जा सकता है। हालांकि पारंपरिक स्टेथोस्कोप की क्षमताएं काफी सीमित है। इसमें न आवाज को रिकॉर्ड किया जा सकता है, न ही उन्हें किसी से शेयर किया जा सकता है। इसमें न विजुअलाइजेश संभव है और न ही ग्राफ देखकर असामान्यताओं की पहचान करना संभव है।


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प्रतीकात्मक चित्र
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