Tuesday, November 17, 2020

सितंबर 2022 में लॉन्च होगा एपल का पहला फोल्डेबल आईफोन, फिलहाल चल रही है टेस्टिंग-रिपोर्ट November 17, 2020 at 02:30AM

एपल अपने पहले फोल्डेबल आईफोन को डेवलप करने के लिए जोर-शोर से काम कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी सितंबर 2022 में अपना पहला फोल्डेबल हैंडसेट लॉन्च करना चाहती है।

एपल इसके लिए ताइवान के मटेरियल सप्लायर हॉन हाई और निप्पॉन निप्पॉन से लगातार संपर्क बनाए हुए है। रिपोर्ट के मुताबिक, एपल अपने पहले फोल्डेबल आईफोन में OLED या माइक्रो-एलईडी स्क्रीन तकनीक का उपयोग कर सकती है, जिसे सैमसंग द्वारा बनाया जाएगा। कंपनी फिलहाल स्क्रीन और बेयरिंग की टेस्टिंग में व्यस्त है।

ताइवानी मीडिया फर्म Money.udn.com ने सप्लाई चेन सोर्स का हवाला देते हुए बताया कि एपल वास्तव में 2022 में अपना पहला फोल्डेबल आईफोन लाने पर काम कर रही है। कंपनी फिलहाल फोल्डेबल आईफोन की स्क्रीन और बेयरिंग की टेस्टिंग कर रही है। साउथ कोरियाई कंपनी सैमसंग डिस्प्ले सप्लाई करेगी और बेयरिंग कई सप्लायर्स द्वारा बनाए जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू निक्को मुख्य सप्लायर होगी और हॉन हाई कंपनी फोल्डेबल हैंडसेट को असेंबल करने का काम करेगी। हॉन-हाई को आईफोन के लिए एपल की सबसे बड़ी फाउंड्री में से एक बताया गया है।

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कठोर टेस्टिंग से गुजरेगा हैंडसेट

  • निप्पॉन निप्पॉन भी फोल्डेबल आईफोन के लिए बेयरिंग की खरीद करेगा।
  • फोल्डेबल हिंज के लिए एपल ताइवानी कंपनी द्वारा किए गए रिसर्च और डेवलपमेंट पर बहुत अधिक निर्भर करेगा।
  • किसी भी फोल्डेबल फोन की मजबूती पता लगाने के लिए उसकी कठोर टेस्टिंग की जाती है।
  • पिछले फोल्डेबल फोन की ड्यूरेबिलिटी मापने के लिए फोन को लगभग एक लाख बार टेस्ट किया गया।
  • न्यू निक्को, जैसा कि उल्लेख किया गया है, बड़े पैमाने पर इन बेयरिंग का उत्पादन करेगा।

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एपल फाइल करा चुकी है पेटेंट

  • यह पहली बार नहीं है जब हम एपल के फोल्डेबल फोन के बारे में सुन रहे हैं। फरवरी में, एपल ने एक फोल्डेबल फोन के लिए एक नए हिंज डिजाइन का पेटेंट कराया। पेटेंट से पता चलता है कि एपल एक यूनिक हिंज डिजाइन बनाने की कोशिश कर रहा है, जो लचीली स्क्रीन के लिए दो डिस्प्ले के बीच पर्याप्त स्थान को सक्षम बनाता है, जब फोन मुड़ा हुआ हो। हिंज के बीच में बनाया गया यह स्थान किसी भी क्रीज या तनाव को रोकने के लिए एक घुमावदार अवस्था में रहने की अनुमति देता है। इसे अचीव करने के लिए हिंज मूवेबल फ्लैप का उपयोग करता है।
  • फोल्डेबल फोन का सेगमेंट अभी भी बहुत ही लाजवाब है, पिछले साल सैमसंग ने पहली बार कमर्शियल फोल्डेबल फोन का अनावरण किया था। इस फोल्डेबल हैंडसेट ने कई समस्या सामने आईं, जिससे लॉन्चिंग में देरी देखी गई, लेकिन इसके बाद गैलेक्सी जेड फोल्ड 2 लॉन्च हुआ, जो बहुत स्मूथ है। एपल, अपनी प्रतिष्ठा को देखते हुए, एक फोल्डेबल आईफोन लॉन्च करने से पहले सभी खामियों को बाहर निकालना चाहता है।


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हॉन-हाई को आईफोन के लिए एपल की सबसे बड़ी फाउंड्री में से एक बताया गया है। (डेमो इमेज)

चीनी कंपनी हुवावे ने अपने सब-ब्रांड ऑनर को बेचा, पिछले 2 सालों से कंपनी कर रही थी संघर्ष November 17, 2020 at 01:36AM

अमेरिका के चीनी कंपनियों के बीच चल रहे तनाव का असर अब चीनी कंपनी हुवावे पर नजर आ रहा है। हुवावे ने अपने सब-ब्रांड ऑनर स्मार्टफोन के बिजनेस को बेच दिया है। कंपनी ने भी इसकी पुष्टि की है। कंपनी अपने बजट स्मार्टफोन बिजनेस को बेचकर ब्रांड के असतित्व को बचाने में लगी हुई है।

खरीदारों के एक कंसोर्टियम ने बताया कि उसने हुवावे के ऑनर स्मार्टफोन ब्रांड का अधिग्रहित किया है। खरीदारों में बजट ब्रांड के 30 से अधिक चीनी एजेंट और डीलर शामिल रहे। बता दें कि हुवावे पिछले दो सालों से अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच हुवावे को अपने बिजनेस को लेकर संघर्ष का सामना करना पड़ रहा था।

15 बिलियन डॉलर में बिकी कंपनी
चीन में ही स्थित कंपनी शेनज़ेन झिक्सिन न्यू इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड को ऑनर की व्यवसायिक संपत्तियां बेची जा रही हैं। खबरों के मुताबिक, हुवावे और शेनज़ेन के बीच यह डील करीब 15.2 बिलियन डॉलर (100 बिलियन युआन) में हुई है। इस डील से ऑनर के चैनल सेलर और सप्लायर्स को इस मुश्किल घड़ी से उबरने में मदद मिलेगी।

अमेरिका में ऑनर स्मार्टफोन को प्रतिबंधों के घेरे में लाए जाने की वजह से हुवावे को किसी भी अमेरिकी कंपनी के साथ बिजनेस करने की मनाही थी।

कंपनी ने अपने एक बयान में कहा, "एक बार ऑनर को बेच दिए जाने पर हुवावे के पास इसका कोई शेयर नहीं होगा। हुवावे इसके व्यवसाय प्रबंधन में किसी भी तरह से शामिल नहीं होगा। ना ही हुवावे के पास नई ऑनर कंपनी को लेकर निर्णय लेने संबंधी अधिकार होंगे। कंपनी के अस्तित्व को बनाए रखने या इसे सुचारू रूप से जारी रखने के लिए ऑनर के इंडस्ट्री चेन ने यह कदम उठाया है।

अमेरिकी प्रतिबंध से हुआ नुकसान
हुवावे को पिछले दो साल से अमेरिकी प्रतिबंध झेलना पड़ रहा है और गूगल और क्वालकॉम जैसी अमेरिकी कंपनियों के साथ बिजनेस की मनाही के बाद से हुवावे और ऑनर दोनों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। ट्रम्प प्रशासन ने अपने स्मार्टफोन और 5G टेलीकम्युनिकेशन इक्युपमेंट में इस्तेमाल होने वाले चिपसेट और सॉफ्टवेयर जैसी जरूरी टेक्नोलॉजी से जुड़ी सभी चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। उनका ऐसा मानना है कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। बता दें कि हुवावे 5G टेलीकम्युनिकेशन से जुड़ी सबसे बड़ी कंपनी थी।

2013 में लॉन्च हुई थी कंपनी
हुवावे ने ऑनर ब्रांड को साल 2013 में लॉन्च किया था। कंपनी इस ब्रांड के तहत बजट और मिडरेंज स्मार्टफोन को लॉन्च करती थी और पिछले 7 सालों में ऑनर ने बाजार में 70 मिलियन यूजर्स के साथ अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी। अब ऑनर के 7000 कर्मचारियों को भी शेनज़ेन में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

ग्लोबल मार्केट में पिछड़ी हुवावे
पिछले साल ग्लोबल स्मार्टफोन मार्केट में हुवावे बिक्री के मामले नंबर-1 पर थी। इस बार सैमसंग ने उसे पछाड़ दिया। पिछले दिनों आई इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त महीने में कोरियन कंपनी सैमसंग की ग्लोबल मार्केट में साझेदारी 22 फीसदी हो गई है। वहीं पिछले साल टॉप पोजिशन पर रही हुवावे इस बार दूसरे स्थान पर है। हुवावे की मार्केट में हिस्सेदारी अगस्त महीने में गिरकर 16 फीसदी रह गई, जो अप्रैल महीने में 21 फीसदी थी।

आईडीसी और कैनलिस के अनुसार, सैमसंग पहले ही जुलाई-सितंबर तिमाही में शीर्ष स्थान हासिल कर चुकी है। वहीं, हुवावे को ग्लोबल स्मार्टफोन बिक्री के लिए दूसरा स्थान मिला है।



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पिछले साल ग्लोबल स्मार्टफोन मार्केट में हुवावे बिक्री के मामले नंबर-1 पर थी

फेसबुक-इंस्टा पर फोटो-वीडियो को सुरक्षित रख सकेंगे क्रिएटर्स, कंपनी ने दी नई सुविधा November 16, 2020 at 11:18PM

फेसबुक ने कंटेंट क्रिएटर्स की मदद करने के लिए राइट्स मैनेजर तक पहुंच का विस्तार करने की घोषणा की है। इससे ऐसे यूजर्स को फायदा होगा, जिनके पास कंटेंट की एक बड़ी या बढ़ती हुई लिस्ट है, और अब वे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कब-कैसे और कहां कंटेंट शेयर करना है, इस पर नियंत्रण रख सकेंगे।

इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि- पेज एडमिन अब राइट्स प्रोटेक्शन के लिए फोटो-वीडियो सब्मिट कर सकते हैं, और इस फीचर का विस्तार कर सकते हैं साथ ही ज्यादा क्रिएटर्स फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फिर से अपलोड किए गए वीडियो और फोटोज पर टेकडाउन इश्यू जारी कर सकते हैं जो उनके स्वामित्व में हैं।

कंपनी ने कलेक्ट एड अर्निंग टूल में सुधार किया

  • फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजर जेनवेइश प्राइमस ने कहा, "पेज एडमिन उनके द्वारा बनाए गए कंटेंट के लिए एक आवेदन जमा कर सकते हैं, जिसे वे सुरक्षित करना चाहते हैं।" कंपनी ने और अधिक क्रिएटर्स को राइट मैनेजर कंटेंट से विज्ञापन आय एकत्र करने और अधिक देशों में इन-स्ट्रीम विज्ञापनों को पेश करने की क्षमता देने की भी घोषणा की।
  • फेसबुक ने अपने बयान में कहा, "राइट्स मैनेजर के भीतर, हमने अपने कलेक्ट एड अर्निंग टूल में सुधार किया है और उपलब्धता का विस्तार कर रहे हैं, जिसका अर्थ है कि अब ज्यादा क्रिएटर्स मेल खाने वाले वीडियो से विज्ञापन के जरिए कमाई करने में सक्षम होंगे।"
  • कंपनी ने मॉनेटाइजेबल मैचों को स्पॉट करने के लिए एक नया फिल्टर व्यू जोड़ा है, मॉनेटाइजेशन के अवसरों, निर्यात करने योग्य रेवेन्यू रिपोर्ट और कैप्चर किए गए वीडियो पर स्वामित्व लिंक रखने के दौरान विज्ञापन से कमाई करने के लिए बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा। इसके अलावा, क्रिएटर स्टूडियो ऐप में नया इन-स्ट्रीम विज्ञापन टॉगल करना, मोबाइल डिवाइसेस से इसे मैनेज करना आसान बनाता है।

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नए वीडियो इनसाइट्स भी लॉन्च किया
सोशल नेटवर्क ने राइट होल्डर्स को उनकी सुरक्षा गतिविधियों को निर्धारित करने और ऑप्टिमाइज करने में मदद करने के लिए नए वीडियो इनसाइट्स भी लॉन्च किए हैं। "हमने मिस्र, इराक, मोरक्को और तुर्की में इन-स्ट्रीम विज्ञापनों का विस्तार किया है, जिसमें उन 45 देशों को जोड़ा गया है जहां इन-स्टीम कार्यक्रम पहले से ही उपलब्ध है"।



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Creators can now protect their images, videos on FB, Instagram

मौजूदा वातावरण में कई गुना बढ़े साइबर अटैक, रोजाना 4 लाख से ज्यादा मैलवेयर की पहचान November 16, 2020 at 10:32PM

कोरोना के बीच देश में साइबर सुरक्षा एक नई चुनौती बनकर उभरा है। नेशनल साइबर सिक्युरिटी को-ऑर्डिनेटर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) राजेश पंत का कहना है मौजूदा वातावरण में देश में साइबर अटैक कई गुना बढ़ गए हैं। देश की साइबर सिक्युरिटी के मुखिया का कहना है कि देश में रोजाना 4 लाख मैलवेयर और 375 साइबर अटैक की पहचान की जाती है।

तीन चुनौतियों का सामना कर रहा है देश

HDFC बैंक की ओर से आयोजित एक इवेंट में बोलते हुए पंत ने कहा कि आप हमेशा दो 'C' (Challenge) की बात करते हैं। इसमें एक चुनौती कोरोना और दूसरी चुनौती साइबर है। चीन का नाम लिए बगैर पंत ने कहा कि वास्तव में हम जहां पर हैं, वहां 3 'C' हैं। तीसरे 'C' का संबंध नॉर्दर्न बॉर्डर से है जहां से हमें तीसरी चुनौती मिल रही है।

क्लिक के जरिए फंसाने वालों से सावधानी बरतें

पंत ने कहा कि वॉयस कॉल के जरिए फंसाने वालों के साथ लोगों को क्लिक के जरिए फंसाने वालों से भी सावधानी बरतनी चाहिए। क्लिक के जरिए फंसाने वाले इंटरनेट यूजर की जानकारी चुरा लेते हैं। सिर्फ लिंक पर क्लिक करने की बीमारी एक अन्य कारण है जहां पर मैलवेयर भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को हाल के सिटी यूनियन बैंक के फ्रॉड के बारे में पढ़ना चाहिए। यहां एक यूजर ने क्लिक के जरिए कोर बैंकिंग सिस्टम में एंट्री ली। उसी समय उसकी बांग्लादेश बैंक और कॉसमॉस बैंक के सिस्टम में भी एंट्री हो गई।

पर्सनल साइबर सुरक्षा बढ़ाएं यूजर

साइबर सिक्युरिटी चीफ ने कहा कि यह कमजोरियां लगातार जारी रहेंगी। पर्सनल सुरक्षा बढ़ाना और जरूरी तकनीकी कदम उठाना ही इस समस्या समस्या का एकमात्र समाधान है। HDFC बैंक के चीफ रिस्क ऑफिसर जिमी का कहना है कि हमें हर समय सावधान रहने की जरूरत है।



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साइबर सिक्युरिटी चीफ राजेश पंत का कहना है कि पर्सनल सुरक्षा बढ़ाना और जरूरी तकनीकी कदम उठाना ही साइबर अटैक से बचने का एकमात्र समाधान है।

नोकिया 2.4 भारत में 26 नवंबर को लॉन्च होगा, इसमें डुअल-रियर कैमरा और रियर फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा November 16, 2020 at 09:48PM

फिनलैंड की कंपनी HMD ग्लोबल नोकिया 2.4 स्मार्टफोन भारतीय बाजार में 26 नंवबर को लॉन्च करेगी। इस स्मार्टफोन को यूरोप में सितंबर में लॉन्च किया जा चुका है। कंपनी ने ट्विटर पर टीजर शेयर किया है जिसमें फोन 10 दिन में लॉन्च होने की बात की गई है। बता दें कि नोकिया 2.4 HD+ डिस्प्ले और रियर-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आएगा। ये लो-बजट स्मार्टफोन हो सकता है।

नोकिया ने ट्विटर पर 14 सेकंड का वीडियो टीजर शेयर किया है। इसमें फोन के फीचर्स या स्पेसिफिकेशन की कोई डिटेल नहीं हैं, लेकिन फोन का बैक पैनल का ड्रॉ नजर आ रहा है। जिससे ये साफ हो रहा है कि इसमें डुअल-रियर कैमरा और रियर पैनल फिंगरप्रिंट सेंसर दिया है। कंपनी ने लॉन्चिंग काउंटडाउन शुरू होने की बात की है।

यूरोप में इस फोन की कीमत 119 यूरो (करीब 10,500 रुपए) है। भारतीय बाजार में ये इसी कीमत में लॉन्च हो सकता है। फोन को यूरोप में चारकोल, डस्क और फिरोज कलर में लॉन्च किया गया है।

नोकिया 2.4 के स्पेसिफिकेशन (यूरोप)

  • ये फोन डुअल-नैनो सिम के साथ आता है, वहीं एंड्रॉयड 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करता है। फोन में 6.5-इंच HD+ (720x1,600 पिक्सल) डिस्प्ले दिया है, जिसका आस्पेक्ट रेशियो 20:9 है। फोन में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो P22 प्रोसेसर के साथ 2GB और 3GB रैम के ऑप्शन दिए हैं।
  • फोन में 13 मेगापिक्सल का डुअल रियर कैमरा सेटअप किया गाय है। इसका दूसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का है, जो डेप्थ सेंसर के साथ आता है। सेल्फी के लिए इसमें 5 मेगापिक्सल कैमरा दिया है, जो नॉच डिस्प्ले के साथ दिया है। फोन का ऑनबोर्ड स्टोरेज 32GB और 64GB है। इसे माइक्रो SD कार्ड की मदद से 512GB तक बढ़ाया जा सकता है।
  • कनेक्टिविटी के लिए इसमें 4G LTE, Wi-Fi 802.11 b/g/n, ब्लूटूथ 5.0, GPS/ A-GPS, NFC, FM रेडियो, माइक्रो-USB और 3.5mm हेडफोन जैक के ऑप्शन दिए हैं। फोन के बैक पैनल पर फिंगरप्रिंट सेंसर दिया है। इसमें 4,500mAh की बैटरी दी है।


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फोन को यूरोप में चारकोल, डस्क और फिरोज कलर में लॉन्च किया गया है

भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध माइक्रोसॉफ्ट सरफेस गो 2 और बुक 3, देखें वैरिएंट वाइज प्राइस लिस्ट November 16, 2020 at 09:47PM

टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने मंगलवार को भारत में सरफेस गो 2 और सरफेस बुक 3 लॉन्च करने की घोषणा की। दोनों डिवाइस क्रमशः 42,999 रुपए और 156,999 रुपए की शुरुआती कीमत के लिए बिक्री के लिए उपलब्ध है। इन्हें कमर्शियल अथॉराइज्ड री-सेलर, रिटेलर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से खरीदा जा सकेगा।

सरफेस गो 2: बेसिक स्पेसिफिकेशन और फीचर्स

  • सरफेस गो 2 की बात करें तो, नए डिवाइस का डिजाइन पुराने मॉडल के समान ही है लेकिन इसमें कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। सरफेस गो 2 में 10.5 इंच का बड़ा पिक्सल-सेंस डिस्प्ले है। कंपनी का दावा है कि नए डिवाइस में पहले से बेहतर बैटरी लाइफ मिलेगी। इंटेल 8th-जनरेशन कोर एम प्रोसेसर की बदौलत यह पुराने मॉडल की तुलना में 64% तेज परफॉर्म करता है।
  • सरफेस गो 2 स्टूडियो माइक डुअल-माइक्रोफोन सॉल्यूशन के साथ आता है, जो बेहतर वॉयस क्लेरिटी देने के लिए पॉपुलर है।
  • इसमें 5-मेगापिक्सल का फ्रंट-फेसिंग कैमरा भी है, साथ ही एक नया कैमरा ऐप है जो यूजर के डॉक्युमेंट्स और व्हाइट-बोर्ड को स्कैन करने की अनुमति देता है।
  • खास बात यह भी है कि यह सरफेस पेन सपोर्ट के साथ आता है।
  • यूजर टाइप कवर और एक्सेसरीज के साथ सरफेस गो को पर्सनलाइज्ड कर सकते हैं, जो प्लेटिनम, ब्लैक, पॉपी रेड और आइस ब्लू समेत कई कलर ऑप्शन में उपलब्ध हैं।

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सरफेस बुक 3: बेसिक स्पेसिफिकेशन और फीचर्स

  • अब बात करते हैं सरफेस बुक 3 की। पुराने मॉडल की तुलना में थर्ड-जनरेशन सरफेस लैपटॉप में ज्यादा बेहतर बैटरी लाइफ मिलती है।
  • माइक्रोसॉफ्ट का दावा है कि सरफेस बुक 3 एक बार फुल चार्ज करने पर 17.5 घंटे तक का बैकअप दे सकता है।
  • सरफेस बुक 2 की तुलना में बुक 3 में बैटरी आउटपुट 50% तक बेहतर है।
  • सरफेस बुक 3, 13-इंच और 15-इंच स्क्रीन साइज में उपलब्ध है, जो पिक्सल-सेंस डिस्प्ले तकनीक से लैस है।
  • सरफेस बुक 3, NVIDIA GeForce GTX या क्वाड्रो RT3 GPU के साथ 10th-जनरेशन इंटेल कोर प्रोसेसर पर चलता है।
  • टॉप-एंड मॉडल 32GB रैम को भी सपोर्ट कर सकता है।

भारत में बढ़ रहा डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर का क्रेज, साल के अंत कर 7.5 लाख से ज्यादा यूनिट्स बिकने की उम्मीद

मॉडल वाइज प्राइस लिस्ट

मॉडल वैरिएंट कीमत
सरफेस गो 2 P/4/64GB 42,999 रुपए
M/4/64GB 47,599 रुपए
P/8/128GB 57,999 रुपए
M/8/128GB 63,499 रुपए
सरफेस बुक 3 13 इंच i5/8/256GB 1,56,299 रुपए
13 इंच i7/16/256GB 1,95,899 रुपए
13 इंच i7/32/512GB 2,37,199 रुपए
13 इंच i7/32/1TB 2,59,299 रुपए
15 इंच i7/16/256GB 2,20,399 रुपए
15 इंच i7/32/512GB 2,66,499 रुपए
15 इंच i7/32/1TBGB 2,86,199 रुपए
15 इंच i7/32/512 Qdr 3,21,899 रुपए
15 इंच i7/32/1TB QdrCOMM 3,40,399 रुपए


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एयरटेल दे रही 3 महीने का फ्री यूट्यूब प्रीमियम सब्सक्रिप्शन, ग्राहकों को ऐसे मिलेगा इसका फायदा November 16, 2020 at 09:06PM

एयरटेल ग्राहकों को तीन महीने के लिए फ्री यूट्यूब प्रीमियम मेंबरशिप दे रही है। इस मेंबरशिप को लेने के लिए उन्हें एयरटेल थैंक्स ऐप पर जाना होगा। ये मेंबरशिप प्लान 22 अप्रैल, 2021 तक लिया जा सकेगा। हालांकि, फ्री यूट्यूब प्रीमियम मेंबरशिप ऑफर केवल चुनिंदा एयरटेल ग्राहकों तक सीमित है।

भारती एयरटेल ने ग्राहकों को पहले डिज्नी+ हॉटस्टार वीआईपी सब्सक्रिप्शन का फ्री एक्सेस देने की शुरुआत की थी। यह सब्सक्रिप्शन कंपनी ने अपने प्लेटिनम टीयर ग्राहकों को दिया था।

क्या है यूट्यूब प्रीमियम मेंबरशिप?
यूट्यूब प्रीमियम मेंबरशिप लेने के बाद यूजर बिना किसी विज्ञापन के वीडियो का मजा ले सकते हैं। साथ ही, उन्हें इस सर्विस में यूट्यूब ओरिजनल और यूट्यूब म्यूजिक का फ्री एक्सेस भी मिलता है। इसमें गानों को ऑफलाइन और बैकग्राउंड में प्ले किया जा सकता है। यूजर को इस सर्विस के लिए 129 रुपए महीने के खर्च करने होते हैं।

यूट्यूब प्रीमियम प्लान
यूजर 2 महीने फ्री 129/महीना
स्टूडेंट 1 महीने फ्री 79/महीना
फैमिली 1 महीने फ्री 189/महीना

इन यूजर्स को मिलेगा फायदा
यूट्यूब प्रीमियम ऑफर 22 अक्टूबर, 2020 से शुरू हुआ था, जो 22 अप्रैल, 2021 को खत्म हो जाएगा। यह ऑफर केवल उन ग्राहकों को मिलेगा जिनके पास वर्तमान में यूट्यूब म्यूजिक प्रीमियम, यू्ट्यूब प्रीमियम, यूट्यूब रेड या गूगल प्ले म्यूजिक का सब्सक्रिप्शन मौजूद नहीं है। ग्राहकों के पास पहले भी यूट्यूब प्रीमियम ट्रायल या किसी भी बताई गई सर्विस का सब्सक्रिप्शन नहीं होना चाहिए। ट्रायल अवधि के खत्म होने पर ग्राहकों को 129 रुपए महीने खर्च करने होंगे। हालांकि, सब्सक्राइबर्स चाहें तो मेंबरशिप रद्द कर सकते हैं।

कंपनी डिज्नी+ हॉटस्टार सब्सक्रिप्शन भी दे रही
एयरटेल ने अपने ब्रॉडबैंड और प्रीपेड ग्राहकों के लिए एक साल के लिए डिज्नी+ हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन फ्री देने की शुरुआत की थी। यह ऑफर 499 रुपए या ज्यादा के पोस्टपेड प्लान और 999 रुपए या ज्यादा के ब्रॉडबैंड प्लान पर उपलब्ध है। वहीं, प्रीपेड यूजर्स के लिए ये सब्सक्रिप्शन 401 रुपए, 612 रुपए, 1,208 रुपए, 2,599 रुपए और अन्य प्लान पर मौजूद है। बता दें कि डिज्नी+ हॉटस्टार कां मंथली सब्सक्रिप्शन चार्ज 399 रुपए है।



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एयरटेल ने अपने ब्रॉडबैंड और प्रीपेड ग्राहकों के लिए एक साल के लिए डिज्नी+ हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन फ्री देने की शुरुआत की थी

भारत में बढ़ रहा डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर का क्रेज, साल के अंत कर 7.5 लाख से ज्यादा यूनिट्स बिकने की उम्मीद November 16, 2020 at 08:46PM

भारत में स्मार्ट स्पीकर का क्रेज दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्ट होम स्पीकर्स का शिपमेंट भारत में साल के अंत तक 7.5 लाख यूनिट के पार पहुंचने की उम्मीद है, जो अब तक के सबसे उच्च स्तर है। इसका नेतृत्व अमेजन इको डिवाइस कर रहा है, जनवरी-सितंबर की अवधि में इसकी कुल बाजार हिस्सेदारी 95.9 प्रतिशत थी।

शाओमी ने सितंबर की तिमाही में यूनिट शिपमेंट द्वारा 7.1 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ एक अच्छी शुरुआत की। गूगल के पास इस साल के लिए (सितंबर तक) 1.2 प्रतिशत की कुल बाजार हिस्सेदारी है।

'भारतीय स्मार्ट टेक्नोलॉजी तेजी से अपना रहे हैं और इसमें एक स्मार्ट स्पीकर की तरह आवाज से कंट्रोल होने वाले डिवाइस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। फैसल कावोसा, संस्थापक और मुख्य विश्लेषक, टेकआर्क ने कहा- कि यूजर्स इसे समझते हैं और उस डिवाइस में निवेश कर रहे हैं जो उपयोगी होने के साथ-साथ मजेदार यूजर एक्सपीरियंस भी प्रदान करता है।'
कावोसा ने 'इंडियन स्मार्ट स्पीकर मार्केट स्कैन' रिपोर्ट में बताया कि- अमेजन ने इस मौके को अच्छे तरह से भुनाया है और इको डिवाइस को लोकप्रिय बनाने के लिए यूजर्स को बहुत अधिक इंगेजिंग कंटेंट देने के लिए ऐप्स की एक विशाल रेंज प्रदान की है।

डिस्प्ले वाला स्मार्ट स्पीकर सबसे लोकप्रिय

  • जुलाई-सितंबर की बात करें तो, इस अवधि में अमेजन इको डॉट थर्ड जनरेशन सबसे ज्यादा बिकने वाला स्मार्ट स्पीकर था। रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवधि में बिकने वाले स्मार्ट स्पीकर्स में 53 फीसदी अमेजन इको डॉट थर्ड जनरेशन थे।
  • जनवरी-सितंबर की संचयी (cumulative) अवधि के लिए, अमेजन इको मॉडल का शेयर 70.4 प्रतिशत की भारी वृद्धि के साथ खड़ा था। स्मार्ट स्पीकर का औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) 5,560 रुपए था, जो कि ओवरऑल शिपमेंट में डिस्प्ले-इनेबल्ड डिवाइसेस के अनुपात में वृद्धि होने से और अधिक हो सकता है।
  • जुलाई-सितंबर की अवधि के लिए, औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) 6,100 रुपए था। भारत में डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर खरीदने का चलन बढ़ रहा है।
  • तीसरी तिमाही में, पिछली तिमाही की तुलना में डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर का शिपमेंट 87 प्रतिशत बढ़ा। तीसरी तिमाही के लिए डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर की कुल हिस्सेदारी 6.4 प्रतिशत थी, जो कि तिमाही प्रतिशत रिकॉर्डिंग के उच्चतम 9.7 प्रतिशत थी।
  • रिपोर्ट में बताया गया है कि- डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर्स में, 65.9 प्रतिशत (हर 3 में से 2) 8-इंच स्क्रीन डिस्प्ले साइज के साथ थे। यह अमेजन इको शो 8 को सबसे लोकप्रिय डिस्प्ले वाला स्मार्ट स्पीकर बनाता है। "डिस्प्ले-इनेबल्ड स्मार्ट स्पीकर्स में, अन्य कॉम्पीटिटर्स के लिए अभी भी स्कोप है, खासकर तब जब ट्रेंड जोर पकड़ रहा है"।


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तीसरी तिमाही के लिए डिस्प्ले वाले स्मार्ट स्पीकर की कुल हिस्सेदारी 6.4 प्रतिशत थी।

टिप्सटर ने Mi 11 प्रो की डिटेल लीक की, इसमें कर्व्ड डिस्प्ले और 80 वॉट वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा November 16, 2020 at 07:27PM

शाओमी के नए फ्लैगशिप स्मार्टफोन Mi 11 प्रो के डिस्प्ले और स्पेसिफिकेशन की डिटेल टिप्सटर ने लीक की है। टिप्सटर के मुताबिक, फोन में QHD+ डिस्प्ले मिलेगा। यानी इसमें Mi 10 प्रो और Mi 10T प्रो की तुलना में ज्यादा बेहतर डिस्प्ले होगा। इन दोनों स्मार्टफोन में फुल HD+ डिस्प्ले दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी Mi 11 प्रो को अगले साल लॉन्च कर सकती है।

एंड्रॉयड डिवाइस पर फोकस्ड ब्लॉग PlayfulDroid के टिप्सटर ने Weibo पर पोस्ट करते हुए बताया कि Mi 11 प्रो 120Hz रिफ्रेश रेट डिस्प्ले के साथ आएगा। ये QHD+ रेजोल्यूशन को सपोर्ट करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी रिफ्रेश रेट Mi 10 प्रो के 90Hz रिफ्रेश रेट से ज्यादा, लेकिन Mi 10T प्रो के रिफ्रेश रेट 144Hz से कम होगी।

क्या है डिस्प्ले रिफ्रेश रेट?
एक सेकंड में डिस्प्ले के ऊपर कितनी बार इमेज को पेंट किया जाता है, इसे हर्ट्ज (Hz) में मापते है। आसान शब्दों में कहा जाए तो एक सेकंड में डिस्प्ले पैनल कितनी बार डेटा रिफ्रेश करता है, उसे रिफ्रेश रेट कहते हैं।

Mi 11 प्रो का कैमरा
टिप्सटर के मुताबिक, इस स्मार्टफोन में सिंगल सेल्फी कैमरा मिलेगा, जो स्क्रीन के टॉप-लेफ्ट कॉर्नर पर होगा। ऐसे रूमर्स भी है कि इसका कर्व्ड डिस्प्ले होगा।

Mi 11 प्रो की डिटेल सामने आने से कुछ दिन पहले Mi 11 को गीकबेंच वेबसाइट पर मॉडल नंबर M2012K11C के साथ देखा गया है। इन दोनों स्मार्टफोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 875 प्रोसेसर मिल सकता है। वहीं, ये एंड्रॉयड 11 बेस्ड न्यू MIUI ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेंगे। इस नई सीरीज में 48-मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड एंगल कैमरा सेंसर मिलेगा।

फरवरी में लॉन्च होने का अनुमान
अभी शाओमी ने Mi 11 सीरीज को लेकर ऑफिशियली कोई जानकारी शेयर नहीं की है, लेकिन जिस तरह से इस सीरीज को लेकर बातें सामने आ रही हैं और लगातार इसके स्पेसिफिकेशन लीक हो रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये फरवरी 2021 में लॉन्च हो सकती है।

Mi 11 प्रो की न्यू सीरीज शाओमी के 80 वॉट फास्ट वायरलेस चार्जिंग के साथ आ सकती है। कंपनी का दावा है कि इस चार्जर से 4,000mAh की बैटरी 19 मिनट में फुल चार्ज हो जाती है।



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इस नई सीरीज में 48-मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड एंगल कैमरा सेंसर मिलेगा

फ्री वाई-फाई का लालच देकर अब हैकर नहीं चुरा पाएंगे निजी डेटा, बस फोन में करें यह छोटी सी सेटिंग November 16, 2020 at 05:30PM

फ्री वाई-फाई मिल जाने पर कुछ लोग खुश हो जाते हैं और बिना देर किए नेटवर्क से कनेक्ट होकर उसे इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। कई बार यूजर्स को इसका काफी बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता है। कई हैकर्स फ्री वाई-फाई का लालच देकर घात लगाए बैठे रहते हैं, और जैसे ही कोई व्यक्ति उनके लालच में फंसता है, हैकर्स अपना काम शुरू कर देते हैं।

अगर आप भी फ्री वाई-फाई की तलाश में रहते हैं, तो हम आपको एक वाई-फाई से संबंधित एक ऐसी ट्रिक बता रहे हैं, जिससे आप मलिशियस या संवेदनशील वाई-फाई नेटवर्क से बच सकेंगे। चलिए शुरू करते हैं...

1. सबसे पहले अपने फोन की Settings में जाकर Connections पर जाएं।

2. यहां Wifi दिखाई देगा, इस पर टैप करें और इसके अंदर (थ्री डॉट्स पर क्लिक करें) सेटिंग्स पर क्लिक कर Advanced पर जाना होगा।

3. Advanced पर क्लिक करते ही आपके सामने कई सारे ऑप्शन आ जाएंगे, इनमें से आपको Detect Suspicious Networks ढूंढ कर ऑन करना होगा।

Detect Suspicious Networks सेटिंग का काम यह है कि जब भी आप किसी वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट होते हैं और यदि उस नेटवर्क पर संवेदनशील गतिविधियां होती हैं, या हैकर्स उस नेटवर्क के जरिए आपके फोन में घुसपैठ कर डेटा चुराने की कोशिश करता है, जो यह सेटिंग तुरंत यूजर को अलर्ट कर उस नेटवर्क से फोन को खुद-ब-खुद डिसकनेक्ट कर देती है, जिससे आपका डेटा सुरक्षित रहता है।

नोट- जब भी किसी वाई-फाई नेटवर्क से फोन को कनेक्ट करे, सुरक्षा को देखते हुए यह सेटिंग हमेशा ऑन रखें।



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कई हैकर्स फ्री वाई-फाई का लालच देकर घात लगाए बैठे रहते हैं और जैसे ही कोई व्यक्ति उनके लालच में फंसता है, हैकर्स अपना काम शुरू कर देते हैं।
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