मौसम बदलने की शुरुआत होने लगी है। गुलाबी सर्दी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। घूमने-फिरने के लिए इस मौसम को सबसे अच्छा माना जाता है। देशभर में अब कोविड महामारी का असर कम हो रहा है। ऐसे में इस विंटर सीजन में कई लोग कार से ट्रैवलिंग का प्लान कर सकते हैं।
आप भी कार से घूमने का प्लान बना रहे हैं तब कार और ड्राइव दोनों की सेफ्टी के बारे में आपको पता होना चाहिए। यूट्यूबर ऑटो एक्सपर्ट अमित खरे (आस्क कारगुरु) ने विंटर में कार और ड्राइविंग की सेफ्टी से जुड़ी 10 जरूरी बातें बताई हैं।
1. कार के फॉग लैम्प सही रखें
यदि आपकी कार के फॉग लैम्प काम नहीं कर रहे हैं तब उन्हें सही करवा लें। यदि कार में फॉग लैम्प नहीं हैं तब उसे फिक्स करवा लें। सर्दी के मौसम में जब धुंध होती है तब फॉग लैम्प बेहद काम के साबित होते हैं।
2. वाइपर को चेक करें
यदि आपकी कार के वाइपर की रबड़ थोड़ी सी भी खराब हो रही है, तब उसे भी बदल डालें। कार वाइपर की कीमत 200 रुपए के करीब से शुरू हो जाती है। सर्दी के मौसम में जब फॉग होता है या फिर ओस गिरती है, तब वाइपर विंडशील्ड को साफ करने का काम करते हैं।
3. डिफॉगर का इस्तेमाल
सर्दी के मौसम में यदि बाहर धुंध ज्यादा है और आपकी कार में डीफॉगर दिया है, तब उसका इस्तेमाल करना चाहिए। कई बार रियर ग्लास पर मॉयश्चर आ जाता है, ऐसे में डीफॉगर की मदद से उसे जल्दी साफ कर सकते हैं। डीफॉगर ग्लास पर हीट जनरेट करता है जिससे मॉयश्चर खत्म हो जाता है।
4. टायरों में प्रेशर ओवर नहीं हो
सर्दी के मौसम में टायर का प्रेशर का सही रहना काफी जरूरी हो जाता है। खासकर हवा ज्यादा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। ठंड में ज्यादा नमी की वजह से सड़कें पूरी तरह सूखी नहीं होती। ऐसे में गाड़ी की स्पीड ज्यादा है और अचानक से ब्रेक लगाने पड़े तब कार के स्किड होना का खतरा रहता है। सर्दी में टायरों की रबर थोड़ी सिकुड़ जाती है।
5. इमरजेंसी इंडिकेटर के इस्तेमाल से बचें
बारिश के मौसम की तरह सर्दी के मौसम में भी इमरजेंसी इंडिकेटर ऑन करने से बचना चाहिए। इसका सबसे बड़ा नुकसान ये होता है कि गाड़ी मोड़ते वक्त आप इंडिकेटर का इस्तेमाल नहीं कर पाते। ऐसे में पीछे या आगे से आ रही गाड़ी से एक्सीडेंट होने खतरा बन जाता है। इसकी जगह हेडलाइट का इस्तेमाल करना चाहिए।
6. इंजन का गर्म होने दें
जब भी आप सर्दी के मौसम में कार को स्टार्ट करते हैं, तब 5 मिनट तक इंजन को गर्म होने दें। इस दौरान आप एक्सीलेटर का इस्तेमाल नहीं करें। एक्सीलेटर का इस्तेमाल करने से कार के इंजन पर असर होता है। खासकर, आपकी गाड़ी में डीजल इंजन है तब उसे 5 मिनट तक स्टार्ट रखना जरूरी हो जाता है।
7. बैटरी का चार्ज करते रहें
जिन कार की बैटरी पुरानी हो चुकी है वे सर्दी के मौसम में प्रॉब्लम करने लगती हैं। ऐसे में बैटरी को सही करना सबसे जरूरी हो जाता है, क्योंकि कार का स्टार्ट होना बैटरी से जुड़ा होता है। ऐसे में यदि आप अपनी कार को डेली यूज नहीं करते हैं तब हर 3 दिन में कार को 5 से 6 किलोमीटर जरूर चलाएं।
8. एंटी फॉगिंग एलिमेंट का इस्तेमाल
सर्दी के दिनों में कार के अंदर फॉग आना आम बात है। इसे दूर करने के लिए आप एंटी फॉगिंग स्प्रे, सिलिका जेल जैसे किसी एलिमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो कपड़े की छोटी पोटली में चावल भरकर भी रख सकते हैं। इससे कार के अंदर फॉग की प्रॉब्लम काफी दूर होगी।
9. एसी का इस्तेमाल
बात थोड़ी अजीब है लेकिन विंडशील्ड के मॉयश्चर को हटाने का ये सबसे बेस्ट तरीका होता है। यदि आपकी कार में ज्यादा लोग हैं तब उनकी बॉडी टेम्प्रेचर से कार के अंदर का टेम्प्रेचर बढ़ जाता है। ऐसे में यदि कार के बाहर का टेम्प्रेचर 8 से 10 डिग्री है तब आप एसी का टेम्प्रेचर 18 से 20 डिग्री तक कर सकते हैं। भाप हटाने के लिए हीटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
10. लो विस्कोसिटी ऑयल का इस्तेमाल
यदि आपके एरिया में सर्दी ज्यादा है तब आपको लो विस्कोसिटी इंजन ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। खासकर पहाड़ों में रहने वाले लोगों को 5W-30 या 0w-30 इंजन ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। ये ऑयल इंजन का काफी स्मूद रखते हैं। पहाड़ों में रहने वालों को गाड़ी का इंजन गर्म जरूर करना चाहिए, ये ब्रेक के लिए भी जरूरी होता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today