Monday, May 4, 2020

मैजिक की-बोर्ड हुआ एपल मैकबुक प्रो (2020); 32 जीबी तक रैम मिलेगी, भारत में कीमत 1.23 लाख रुपए May 04, 2020 at 05:07AM

अमेरिकी टेक कंपनी एपल ने मैकबुक प्रो का मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसकी खासियत यह है कि इसमें 13 इंच की स्क्रीन मिलेगा और मैजिक की-बोर्ड मिलेगा, जिसे पुराने बटरफ्लाई कीबोर्डसे रिप्लेस किया गया है। इसमें 10th जनरेशन इंटेल कोर प्रोसेसर मिलेगा जो पुराने मॉडल से 80 फीसदी ज्यादा बेहतर परफॉर्म करेगा। इसमें 16 जीबी रैम मिलेगी, जिसे 32 जीबी तक बढ़ाया जा सकेगा। बेस वैरिएंट में 256 जीबी का स्टोरेज मिलेगा, जिसे 4 टीबी तक बढ़ाया जा सकेगा।

भारत में कीमत और उपलब्धता

  • नए मैकबुक प्रो 2020 मैजिक की-बोर्ड फीचर को लेटेस्ट मैकओएस कैटालिना के साथ लॉन्च किया गया है। ये टच बार, टच आईडी, स्टीरियो स्पीकर्स और ऑल डे बैटरी लाइफ से लैस है।
  • भारत में इसकी शुरुआती कीमत 1.23 लाख रुपए है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण फिलहाल कंपनी ने इसकी उपलब्धता के बारे में कोई सफाई नहीं दी है। हालांकि आने वाले दिनों में इसे ऑथोराइज्ड एपल सेंटर्स से खरीदा जा सकेगा।
  • यूएस में इसकी शुरुआती कीमत $1,299 लगभग 98300 रुपए है। हालांकि स्टूडेंट्स को यह $100 कम यानी लगभग 7600 रुपए कम में मिलेगा।

फीचर्स और स्पेसिफिकेशन

  • नए मैकबुक प्रो 2020 के फीचर्स की बात करें तो इसमें 13 इंच का रेटिना डिस्प्ले दिया गया है। ये 16GB/32GB रैम और 256GB/512GB/1TB/4TB स्टोरेज ऑप्शन में अवेलेबल है। इसमें दमदार क्वाड कोर प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है। इसकी मेमोरी स्टैंडर्ड 3733MHz दी गई है।
  • डिजाइन की बात करें तो इसके डिजाइन में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। इसमें मैजिक की-बोर्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसमें 6K डिस्प्ले का इस्तेमाल किया गया है जो प्रो डिस्प्ले XDR फीचर को सपोर्ट करता है।

क्या है मैजिक की-बोर्ड

  • नए मैकबुक प्रो 2020 में इस्तेमाल होने वाले मैजिक की-बोर्ड को पहले मैकबुक प्रो 16 इंच मॉडल के लिए इस्तेमाल किया जा चुका है। इसके अलावा इसे पिछले महीने लॉन्च हुए मैकबुक एयर में इस्तेमाल किया गया है। मैजिक की-बोर्ड की खास बात ये है कि इसमें रीडिजाइन किया हुआ सीजन मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया गया है। गेमिंग के दौरान इस की-बोर्ड का इस्तेमाल करके आसानी से नेविगेट किया जा सकता है। इसमें टच बार और टच-आईडी भी दिया गया है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
देशव्यापी लॉकडाउन के कारण फिलहाल कंपनी ने इसकी उपलब्धता के बारे में कोई सफाई नहीं दी है।

कंपनी ने कहा: Mi और रेडमी यूजर्स खुद तय कर सकेंगे कि कंपनी उनके इन्कॉग्निटो ब्राउजिंग डेटा को ट्रैक करे या नहीं May 04, 2020 at 03:08AM

डेटा चोरी के आरोपों को झेल रहे शाओमी अब एक और बयान सामने आया है। शाओमी का कहना है कि अब हम यह बात यूजर पर छोड़ रहे हैं कि वे अपना डेटा कंपनी के साथ शेयर करना चाहते हैं या नहीं। लेकिन सवाल है कि यह संभव कैसे होगा। इस पर कंपनी ने बताया कि अब यूजर यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि श्याओमी उनके प्राइवेट ब्राउजिंग डेटा को ट्रैक कर सके या नहीं। हाल ही में कंपनी ने इस बात से खारिज किया था कि वे एमआई और रेडमी फोन यूजर्स कि गतिविधियों को ट्रैक करते हैं, जिस समय वे इन्कॉग्निटो मोड में ब्राउजिंग कर रहे होते हैं।

हालांकि इस बात पर अभी भी संशय बना हुआ है कि क्यों कोई कंपनी प्राइवेट मोड में ब्राउजिंग के दौरान यूजर को ट्रैक करेगी लेकिन शाओमी के केस से पुष्टि होती है कि वास्तव में यह मामला है। दूसरे शब्दों में कहें तो शाओमी के पास सबसे अधिक संभावना है कि वे एमआई और रेडमी फोन यूजर्स को ट्रैक करने की कि वे वेब पर क्या सर्च कर रहे हैं या तक कि इन्कॉग्निटो मोड में वे क्या देख रहे हैं। मामला सामने आने के बाद भी यह उम्मीद नहीं लग रही है कि कंपनी जल्द ही इस गंभीर मामले को खत्म करेगी। क्योंकि कंपनी अपने यूजर्स को इस फीचर को चुनने और ना चुनने की अनुमति दे रही है।

क्या था मामला

  • 30 अप्रैल को फोर्ब्स ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें शाओमी पर प्राइवेट डेटा और फोन का डेटा कलेक्ट करने का आरोप लगाया था । रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी अपने यूजर्स की प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ कर रही है। यह पूरा काम शाओमी के ब्राउजर प्रोडक्ट के जरिए किया जा रहा है, जिसमें एमआई ब्राउजर (जो सभी एमआई फोन में डिफॉल्ट ब्राउजर के तौर पर मिलता है), एमआई ब्राउजर प्रो और मिंट ब्राउजर शामिल हैं।
  • रिपोर्ट के मुताबिक साइबर सिक्योरिटी रिसर्च करने वाले Gabi Cirlig ने पाया कि उनका रेडमी नोट 8 स्मार्टफोन वेब और फोन डेटा दोनों ही सिंगापुर और रूस के रिमोट सर्वर पर भेज रहा है। यह सर्वर चीन की टेक कंपनी अलीबाबा से शाओमी ने रेंट पर लिए हैं। फोर्ब्स ने इस मुद्दें को संज्ञान में लिया और इसकी स्वतंत्र जांच की जिसके लिए उन्होंने एक और सिक्योरिटी रिसर्चर की मदद ली। जांच में सामने आया कि शाओमी यूजर्स के सभी ब्राउजिंग डेटा जिसमें- वेबसाइट, सर्च इंजन और श्याओमी की न्यूज फीड शामिल था। यह ट्रैकिंग इनकोग्निटो मोड में भी जारी थी। डिवाइस यह भी रिकॉर्ड कर रहा था कि यूजर कौन से फोल्डर खोल रहा है और स्क्रीन पर क्या सिलेक्ट कर रहा है।

सभी दावे झूठे, प्राइवेसी के प्रति सख्त है कंपनी- शाओमी

  • कंपनी ने अपनी सफाई में कहा कि रिसर्च में किए गए दावे झूठे हैं और प्रावेसी और सुरक्षा उनके लिए सबसे अहम है। इसके साथ ही उसने कहा कि वह डेटा प्राइवेसी से संबंधित कानूनों और नियमों का सख्त तौर पर पालन करती है। लेकिन कंपनी ने फोर्ब्स को बताया कि ब्राउजिंग डेटा को इकट्ठा किया जा रहा है। कंपनी ने इससे भी इनकार किया कि ब्राउजिंग डेटा को इनकोग्निटो मोड में भी रिकॉर्ड किया जा रहा है।
  • कंपनी के डेटा को इकट्ठा करने की एक दूसरी वजह भी हो सकती है जो यूजर के व्यवहार को समझना हो सकता है। कंपनी एक एनालिटिक्स कंपनी सेंसर एनालिटिक्स की सेवाओं का इस्तेमाल कर रही है। चीनी स्टार्टअप सेंसर डेटा ने 2015 में स्थापित होने के बाद से 60 मिलियन डॉलर जमा किए हैं। श्याओमी के प्रवक्ता ने कहा कि सेंसर एनालिटिक्स कंपनी के लिए डेटा एनालिटिक्स सोल्यूशन देती है। जमा हुए डेटा को कंपनी के खुद के सर्वर पर स्टोर किया जाता है और सेंसर एनालिटिक्स या किसी दूसरी थर्ड पार्टी कंपनी के साथ साझा नहीं किया जाता।

मनु कुमार जैन ने दी सफाई
शाओमी इंडिया के हेड मनु कुमार जैन ने ट्विटर पर एक पोस्ट करके कहा है कि कंपनी पर डेटा ट्रैक करने का आरोप लग रहा है, वह बेबुनियाद है। भारत का डेटा भारत में ही है और हम इसका दुरुपयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय यूजर्स का डेटा पिछले दो सालों से इंडिया में ही सेव होता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
शाओमी इंडिया के हेड मनु कुमार जैन ने ट्विटर पर एक पोस्ट करके कहा है कि कंपनी पर डेटा ट्रैक करने का आरोप लग रहा है, वह बेबुनियाद है।

डॉक्टरों से हुई लापरवाही लेकिन एपल वॉच ने बचाई बुजुर्ग महिला की जान, ईसीजी रिपोर्ट में बताया- रक्त वाहिकाओं में बन रहे हैं खून के थक्के May 04, 2020 at 12:01AM

एपल वॉच द्वारा लोगों की जान बचाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल में एक मामला सामने आया कि जिसमें एपल वॉच की वजह से 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की जान बच पाई जोकि वॉच की ईसीजी फंक्शनैलिटी की वजह से संभव हो पाया। वॉच ने हृदय संबंधित समस्या की पहचान की जो अस्पताल में हुई ईसीजी के दौरान भी पकड़ में नही आ सकी। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यूरोपीयन हार्ट जर्नल में बताया कि बुजुर्ग महिला ने जोहान्स गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय (जर्मनी) के यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर मेंज में सामान्य एनजाइना लक्षणों (रक्त संचार कम होने से उठे सीने में दर्द) की जांच कराई। उन्होंने बताया कि उन्हें दो बार praesyncopy का सामना भी करना पड़ा। (praesyncopy, ऐसी स्थिति जिसमें दिमाग में ऑक्सीजन युक्त रक्त का संचार कम होने के कारण बेहोशी छाने लगती है)

डॉक्टर्स की ईसीजी रिपोर्ट में सब नॉर्मलग
महिला के सारी समस्या सुनने के बाद डॉक्टर्स ने शुरुआती तौर पर 12-चैनल ईसीजी की। टेस्ट के दौरान इस्किमिया (ischaemia) के कोई लक्षण सामने नहीं आया। (ischaemia, जिसमें रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के जामने के कारण अंगों में सहीं तरह से रक्त नहीं पहुंच पाता है)

एपल वॉच की ईसीजी में मायोकार्डियल इस्किमिया की पुष्टि
बाद में महिला ने डॉक्टर्स को खुद के लिए हुए ईसीजी टेस्ट के रिजल्ट दिखाए, जो उन्होंने अपनी एपल वॉच से लिए थे। जिसमें महिला को एसटी सेगमेंट डिप्रेशन का खुलासा हुआ। इन टेस्ट में डॉक्टर्स को महिला में मायोकार्डियल इस्किमिया (Myocardial Ischemia) के लक्षण भी मिले, जिसके बाद उन्होंने उन्हें कैथेराइजेशन लैब में ट्रांसफर किया। इसके बाद उनकी कोरोनरी अर्ट्री स्टेंटिंग हुई जिसके बाद अगले दिन उन्हें घर भेज दिया गया। (Myocardial Ischemia, जिसमें रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के जामने के कारण हृदय तक बेहतर तरीके से रक्त संचार नहीं हो पाता)

पीडीएफ में स्टोर कर सकते हैं एपल वॉच की ईसीजी
स्टडी में सामने आया कि स्मार्ट टेक्नोलॉजी से आने से इलाज के नई तरीके खोजे जा रहे हैं। एपल वॉच के केस में मोबाइल ऐप इंस्टॉल करते ही यह ईसीजी रिकॉर्ड करना शुरू कर देती है। इसे पीडीएफ फॉर्म में स्टोर भी किया जा सकता है। ऐसे में एपल स्मार्टवॉच को सिर्फ अनियमित हार्ट रेट मॉनिटर करने के काम के अलावा रक्त संचार मापने के काम में भी लिया जा सकता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
स्टडी में सामने आया एपल स्मार्टवॉच सिर्फ अनियमित हृदय गति ही नहीं बल्कि अनियमित रक्त संचार पर भी नजर रखती है।

एलजी ने फोन समेत कई प्रोडक्ट्स की प्री-बुकिंग शुरू की, फोल्डेबल फोन पर 5 हजार रु. तो टीवी बुक करने पर 15 हजार रु. तक का डिस्काउंट मिल रहा May 03, 2020 at 09:40PM

लॉकडाउन के दौरान लोगों का रूझान जानने के लिए एलजी मेने स्मार्टफोन समेत टीवी, फ्रिज जैसे कई होम अप्लायंसेज के रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। फोल्डेबल फोन एलजी G8X ThinQ की खरीदारी करने पर ग्राहकों को 5 हजार रुपए का इंस्टेंट डिस्काउंट और दो हजार रुपए के ब्लूटूथ हेडसेट मिलेगा, तो टीवी खरीदने पर 15 हजार रुपए तक कैशबैक दिया जा रहा है। वहीं एसी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन समेत अन्य होम अप्लायंसेज पर 12.5 फीसदी तक का कैशबैक दिया जा रहा है। कंपनी ने डेडिकेटेड साइट जारी की है, जिनपर सभी प्रोडक्ट्स और उनसे जुड़े ऑफर्स के बारे में जानकारी दी है। ग्राहक 15 मई तक प्री-बुकिंग कर सकेंगे।

30 मई से पहले खरीदारी करने पर ही मिलेगा।

कंपनी ने डेडिकेटेड साइट जारी की है, जिसमें लॉकडाउन के दौरान भी चुनिंदा प्रोडक्ट्स की प्री-बुकिंग की जा रही है। हालांकि इस समय देश में गैर जरूरी चीजों कि बिक्री फिलहाल बैन है, ऐसे में कंपनी सिर्फ ग्राहकों का रूझान जानने के लिए प्री-बुकिंग कर रही है ताकि अंदाजा लगाया जा सके कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद कितने लोग इन्हें खरीदेंगे। बुकिंग करने पर कंपनी का एग्जीक्यूटिव ग्राहकों से संपर्क कर ऑफर की जानकारी मुहैया कराएगा। ऑफर का लाभ ग्राहकों को 30 मई से पहले खरीदारी करने पर ही मिलेगा।

साइट के मुताबिक ऑफर की जानकारी

  • एलजी के फोल्डेबल स्मार्टफोन एलजी G8X ThinQ की कीमत 50 हजार रुपए है। कंपनी ने इसे दिसंबर 2018 में लॉन्च किया था। इसकी प्री-बुकिंग करने पर ग्राहकों को 5 हजार रुपए का इंस्टेंट डिस्काउंट और 2 हजार रुपए कीमत के जाबरा ब्लूटूथ हेडसेट दिया जा रहा है।
  • एलजी टीवी और ऑडियो प्रोडक्ट्स की बुकिंग करने वाले ग्राहकों को क्रेडिट-डेबिट कार्ड से खरीदी करने पर 15 फीसदी ( अधिक्तम 15 हजार रुपए तक) कैशबैक दिया जाएगा, 17500 रुपए तक की एक ईएमआई की छूट या लकी ड्रा में LK7 स्पीकर खरीदने का मौका मिलेगा। OLED या UHD टीवी खरीदने पर ग्राहक को 35,990 रुपए एक अन्य टीवी जीतने का मौका मिलेगा। इसके अलावा एलजी टीवी खरीदने पर 10 हजार रुपए तक का निश्चित उपहार दिया जाएगा।
  • होम अप्लायंसेज जैसे फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन, वॉटर प्यूरिफायर, एयर प्यूरिफायर, डिशवॉशर और माइक्रोवेव खरीदने वाले ग्राहकों को 12.5 फीसदी तक का कैशबैक और 5 हजार रुपए तक का निश्चित उपहार दिया जाएगा। इन सभी प्रोडक्ट्स की डिलीवरी लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगी।

LG की डेडिकेटेड माइक्रोसाइडट पर जाने के लिए क्लिक करें



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कंपनी ने चुनिंदा प्रोडक्ट्स और ऑफर की डिटेल जानकारी के लिए एक डेडीकेटेड वेबसाइट की शुरुआत की है।

वीवो ने शुरू किया स्मार्ट रिटेल प्रोग्राम, ग्राहक एसएमएस के जरिए घर बैठे मंगवा सकेंगे अपना पसंदीदा वीवो स्मार्टफोन May 03, 2020 at 07:46PM

ग्रीन और ऑरेंज जोन में स्मार्टफोन शॉप खोलने और फोन बिक्री की इजाजत मिलने के बाद स्मार्टफोन कंपनी वीवो ने "स्मार्ट रिटेल प्रोग्राम" शुरू किया है। जिसमें ग्राहक वीवो के फेसबुक पेज (@vivoIndia), वीवो ई-स्टोर (shop.vivo.com) और 8955771110 पर एसएमएस कर अपनी पसंदीदा वीवो स्मार्टफोन ऑर्डर कर सकेंगे। इसके तहत वीवो फोन को 30 हजार ब्रांड एंबेसडर और 20 हजार रिटेलर्स की मदद से ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा। वीवो के डायरेक्टर (ब्रांड स्ट्रैटजी) निपुन मार्या की मानें, तो वीवो के कुल ग्राहकों में 60 फीसदी ऑफलाइन कस्टमर हैं।

फोन की होम डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध
फेसबुक पेज और एसएमएस से ग्राहक कंपनी के ब्रांड एबेंसडर से जुड़कर फोन से जुड़ी सारी डिटेल हासिल कर सकेंगे। इसके बाद अगर ग्राहक को फोन पसंद आता है, तो ब्रांड एंबेसडर ग्राहक के नजदीकी रिटेलर्स तक उसकी सारी डिटेल भेजते हैं, जहां से ग्राहक जाकर फोन खरीद सकते हैं। साथ ही रिटेलर्स ग्राहक को फोन की होम डिलीवरी भी कराएंगे। वीवो ने बताया कि मौजूदा वक्त में एसएसएस बेस्ड कनेक्टिविटी जारी है, जबकि अन्य दो ऑपेरशन ग्राहकों के लिए 12 मई से पहले उपलब्ध हो जाएंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कंपनी ने 2014 में भारतीय बाजार में एंट्री की थी, देशभर में 660 से ज्यादा सर्विस सेंटर्स हैं
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...