कोरोनावायरस के कारण जून तिमाही में भारत के स्मार्टफोन शिपमेंट में 51 फीसदी की गिरावट रही है। काउंटरपॉइंट रिसर्च की ओर से शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल से जून अवधि में भारत का स्मार्टफोन शिपमेंट 1.8 करोड़ यूनिट रहा है।
अप्रैल में जीरो शिपमेंट रही थी
रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण अप्रैल महीने में शिपमेंट जीरो रही थी। हालांकि, इसके बाद बाजार सामान्य की ओर लौट रहा है। जून 2020 में भारतीय स्मार्टफोन शिपमेंट में वार्षिक आधार पर 0.3 फीसदी की गिरावट रही है। ब्रांड्स की ओर से पुश करने के कारण जून महीने में मांग में इजाफा रहा है।
ग्राहकों ने कॉन्टैक्टलेस खरीदारी को दी तरजीह
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 इंफेक्शन के खतरे को देखते हुए उपभोक्ताओं ने कॉन्टैक्टलेस और ऑनलाइन चैनल के जरिए खरीदारी को तरजीह दी है। स्मार्टफोन ब्रांड्स ने भी इस बदलाव को पहचाना और ऑनलाइन चैनल्स पर ज्यादा से ज्यादा इन्वेंट्री उपलब्ध कराई। इसी साल मार्च तिमाही में स्मार्टफोन वेंडर्स ने 3.1 करोड़ यूनिट शिप्ड की थी, जबकि जून 2019 तिमाही में 3.7 करोड़ यूनिट का शिपमेंट हुआ था।
कोविड-19 के कारण 40 दिन तक रुका रहा उत्पाद
काउंटरपॉइंट के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट प्राचीर सिंह का कहना है कि कोविड-19 महामारी के कारण करीब 40 दिनों तक स्मार्टफोन का उत्पादन पूरी तरह से रुका रहा। इसके अलावा देशव्यापी लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन की बिक्री भी ठप रही। सिंह के मुताबिक, लॉकडाउन प्रतिबंधों में छूट के साथ ही बिक्री में तेजी दर्ज की गई थी।
फैक्ट्रियां बंद रहने से सप्लाई भी बाधित रही
सिंह का कहना है कि अप्रैल में फैक्ट्रियों के बंद रहने और मार्च में ऑपरेशन शुरू होने के कारण कुछ निर्माताओं को सप्लाई में भी बाधा का सामना करना पड़ा। हालांकि, कुछ ब्रांड्स आयात के जरिए असेंबल किए गए हैंडसेट के जरिए अपने उत्पादों की सप्लाई करने में कामयाब रहे। जून तिमाही के कुछ अंतिम सप्ताह में कंपोनेंट के कस्टमपर फंसने के कारण भी सप्लाई चेन बाधित हुई।
टॉप-5 स्मार्टफोन शिपमेंट ब्रांड
ब्रांड | हिस्सेदारी |
शाओमी | 29 फीसदी |
सैमसंग | 26 फीसदी |
वीवो | 17 फीसदी |
रियलमी | 11 फीसदी |
ओप्पो | 9 फीसदी |
रिपोर्ट की अन्य खास बातें
- 30 हजार रुपए से ऊपर के कीमत वाले प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में वनप्लस टॉप पर रहा।
- अल्ट्रा प्रीमियम सेगमेंट (45 हजार रुपए से ज्यादा कीमत) में एपल ने बाजी मारी।
- मार्च 2020 की 81 फीसदी के मुकाबले जून 2020 तिमाही में चाइनीज ब्रांड्स की हिस्सेदारी घटकर 72 फीसदी पर आई।
फीचर फोन सेगमेंट में आईटेल टॉप पर
रिपोर्ट के मुताबिक, फीचर फोन सेगमेंट में आईटेल ने बाजी मारते हुए 24 फीसदी बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा जमाया है। इसके बाद लावा (23 फीसदी), सैमसंग (22 फीसदी), नोकिया (9 फीसदी) और कार्बन (5 फीसदी) का नंबर आता है। काउंटरपॉइंट का कहना है कि दूसरी तिमाही में फीचर फोन बाजार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और वार्षिक आधार पर इसमें 68 फीसदी की कमी आई है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.