होंडा 2 व्हीलर इंडिया ने हाल ही में ऑल-न्यू CBR1000RR-R फायरब्लेड और एसपी सुपरबाइक्स के लिए बुकिंग लेना शुरू कर दिया है, जिनकी एक्स-शोरूम कीमत 30 लाख रुपए से ऊपर होने की उम्मीद है। यदि आपको लगता है कि यह कीमत बहुत ज्यादा है, तो आप होंडा के अपकमिंग सुपस्पोर्ट के लिए थोड़ा इंतजार कर सकते हैं। कंपनी 21 अगस्त को अपनी ऑल न्यू होंडा CBR600RR पेश करेगी। कंपनी ने बाइक का वीडियो टीजर जारी किया है, जिसने इसके डिज़ाइन और फीचर्स की झलक देखने को मिल रही है। 2021 CBR600RR की स्पेसिफिकेशन और अन्य डिटेल्स को लॉन्चिंग के समय ही रिवील किया जाएगा।
फायरब्लेड से भी लिए गए हैं कई डिजाइन एलीमेंट्स
लुक की बात करें तो नई-जनरेसन CBR600RR में कंपनी ने पुरानी और अधिक CBR1000RR-R से कई डिजाइन एलीमेंट्स लिए हैं, जैसे की नए फेयरिंग और स्लीकर ट्विन-एलईडी हेडलाइट्स। हालांकि, अपकमिंग सुपरस्पोर्ट के पहियों, स्विंगआर्म और फ्रेम पहले की तरह ही है। दिलचस्प बात यह है कि होंडा ने आने वाले मॉडल में अंडर सीट एग्जॉस्ट को बरकरार रखा है, जो कि CBR600RR का सिग्नेचर ट्रेल है।
सुपरस्पोर्ट लाल, नीले और सफेद रंग के पारंपरिक होंडा रंगों में दिखाई देगा। नए ब्लेड के विपरीत, CBR600RR इग्निशन के लिए एक पारंपरिक-की प्राप्त करता है। पिछले जीन CBR600RR के मुकाबले इसमें अपडेटेड एनालॉग इंस्ट्रूमेंटेशन मिलेगा। कंपनी ने इसमें एक कलर TFT दिया है, जो राइड मोड सहित सभी आवश्यक चीजों को प्रदर्शित करता है। टीजर वीडियो से देखा जा सकता है कि दूसरी बिट मोटर की लाल-रेखा 15000 से 17000 आरपीएम के बीच है।
599 सीसी का इंजन मिलेगा
इसमें 599 सीसी का फोर सिलेंडर इंजन देखने को मिलेगा, जिसमें पहले की तरह ही पावर मिलता है। हालांकि भी पावर और टॉर्क के बारे में कोई सफाई नहीं दी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह लगभग 118 पीएस (116 हॉर्स पावर) का पावर जनरेट करेगी। सेफ्टी के लिए इसमें ट्रैक्शन कंट्रोल, कॉर्निंग एबीएस समेत कई एडवांस्ड फीचर्स मिल सकते हैं। अंत में, वीडियो छोटे विंगलेट्स को भी दिखाता है, बड़े ब्लेड पर लोगों की तरह नहीं, बल्कि पिछले मॉडल की तुलना में बेहतर एयरो की ओर योगदान करने के उद्देश्य से एक बेहतर डिजाइन के साथ हैं।
भारत में भी हो सकती है लॉन्चिंग
अपकमिंग होंडा CBR600RR का मुकाबला यामाहा R6, कावासाकी ZX-6R और अप्रीलिया आरएस 660 जैसे मिडिल-वेट सुपरस्पोर्ट कैटेगरी की बाइकों से होगा। यह देखते हुए कि नया-जीन ब्लेड शीघ्र ही भारत में आता है, उम्मीद की जा रही है कि होंडा 2 व्हीलर इंडिया इसे भारत में भी लॉन्च करेगी।
देसी सोशल मीडिया ऐप चिंगारी जल्द ही और बेहतर तरीके से भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली है। कुछ दिन पहले ही कंपनी ने आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज जीता और अब कंपनी एंजेलिस्ट इंडिया, आईसिड, विलेज ग्लोबल, लॉगएक्स वेंचर और अन्य से 1.3 मिलियन डॉलर (करीब 9 करोड़ 75 लाख रुपए) की सीड फंडिंग जुटाने में कामयाब रही।
टिकटॉक का स्वदेशी विकल्प के रूप में जानी जाने वाली शार्ट वीडियो शेयरिंग ऐप चिंगारी ने यह फंडिंग सीड राउंड में जुटाई है। इस राउंड का नेतृत्व प्रतिष्ठित वेंचर कैपिटिलिस्ट ने किया, जिनमें एंजेलिस्ट इंडिया, उत्सव सोमानी के आईसीड, विलेज ग्लोबल, लॉगएक्स वेंचर्स और नाउफ्लोट्स के जसमिंदर सिंह गुलाटी शामिल थे।
टेलेंट हायर करने में उपयोग खर्च करेंगे पैसा - सुमित घोष (सीईओ, चिंगारी ऐप)
कंपनी इस फंडिंग का उपयोग प्रोडक्ट डेवलपमेंट में तेजी लाने के लिए और इसे अधिक आकर्षक और कंज्यूमर फोकस्ड बनाने के लिए टैलेंट हायर करने में करेगी। ताकि एक सहज शार्ट वीडियो एंटरटेनमेंट एक्सपीरियंस प्रदान करके एक बड़ा कंज्यूमर बेस तैयार किया जा सके।
चिंगारी ऐप के को-फाउंडर और सीईओ सुमित घोष ने कहा, हम एंजेलिस्ट इंडिया, उत्सव सोमानी के आईसीड, विलेज ग्लोबल और इसकी आंत्रप्रेन्योर के अद्भुत नेटवर्क और ग्लोबल लीडर्स, लॉगएक्स वेंचर्स जैसे निवेशकों के लिए खुश हैं। हमें खुशी है कि निवेशकों ने हमारे विजन में अपार संभावनाएं देखीं और चिंगारी यात्रा में शामिल होना चुना।
एंजेलिस्ट इंडिया के पार्टनर उत्सव सोमानी ने कहा, सुमित और टीम चिंगारी ने दिखाया है कि किस तरह से प्रोडक्ट के फीचर्स को इतनी तेजी से शिप किया जाता है। उनके कान जमीन पर हैं, उपयोगकर्ताओं को सुन रहे हैं और सभी चैनलों पर उनके साथ अनुवाद कर रहे हैं ताकि भारत की मांग करने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए सबसे अच्छा लघु वीडियो सामग्री अनुभव हो।
विलेज ग्लोबल ने आत्म निर्भर भारत ऐप चैलेंज जीतने के लिए ट्विटर पर चिंगारी टीम को बधाई दी
नाउफ्लोट्स के फाउंडर, जसमिंदर सिंह गुलाटी ने कहा, जबकि चिंगारी ब्रेकनेक गति से बढ़ी है, यह भी सुझाव देता है कि भारत में हमेशा हमारे स्वयं के निर्माण की क्षमता है। चिंगारी ने आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज जीतने के साथ, हम होममेड प्रोडक्ट को अपनाने के मामले में एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंच गए हैं।
टिकटॉक के बैन के बाद सुर्खियों में आई चिंगारी ऐप
चाइनीज ऐप टिक टॉक के बैन होने के बाद चिंगारी ऐप को लोगों ने तेजी से अपनाया। कंपनी के मुताबिक, टिकटॉक बैन होने के 22 दिन के अंदर ऐप को 1 करोड़ 10 लाख बार डाउनलोड किया गया था।
कोरोना के कारण लोग खुद की सुरक्षा के प्रति सतर्क हो गए है। हैंड वॉश करना अब एक अंतरराष्ट्रीय जुनून बन गया है और यही नहीं लोग अब अपने स्मार्टफ़ोन और गैजेट्स की साफ-सफाई के प्रति भी जागरूक हो गए हैं। यही वजह है बीते कुछ समय में UV सैनेटाइज़र की डिमांड में तेजी आई हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्टफ़ोन पब्लिक टायलेट से भी अधिक हानिकारक बैक्टीरिया का वहन करता है। हालांकि, अब हम जानते हैं कि स्मार्टफोन और अन्य गैजेट्स को साफ रखना कितना महत्वपूर्ण है। ऐसे में अगर आप UV स्टेरिलाइज़र की तलाश में हैं, तो हमने 10 ऐसे स्टेरिलाइज़र की लिस्ट तैयार की है, जिनकी कीमत 3 हजार रुपए से भी कम है...
इस यूवी सैनेटाइजर बॉक्स में स्मार्टफोन, वॉच, मास्क, ज्वेलरी जैसे आइटम सैनेटाइज किए जा सकते हैं। यह न सिर्फ चीजों को सैनेटाइज करता है बल्कि बदबू खत्म करने की क्षमता रखता है। कंपनी का दावा है कि यह 99.9 फीसदी तक कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस को मारने में सक्षम है। इसमें इस्तेमाल करना भी बेहद आसान है। इसमें वन बटन ऑटोमैटिक डिसइंफेक्टेंट और वन बटन ऑटोमैटिक फ्रेग्रेंस की सुविधा मिलती है।
कॉलमैट का यह UV लाइट स्टेरिलाइज़र सिर्फ 65 ग्राम वजनी है। इसी आसानी से कही भी कैरी किया जा सकता है। यह चार AAA बैटरी के माध्यम से काम करता है, जिसे यूएसबी चार्जर से चार्ज किया जा सकता है। कंपनी का दावा है कि यह सिर्फ 3 सेकंड में एक्टिवेट हो जाता है। इसमें इंडिकेटर लाइट के ब्लू होने के बाद इसे यूज किया जा सकता है। खासबात यह है कि इसे बड़े गैजेट्स जैसे डेस्कटॉप और कम्प्यूटर भी सैनेटाइज किए जा सकते हैं। यह 99.9 फीसदी तक कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस को मारने में सक्षम है।
डोंगल की तरह दिखने वाला ये स्टेरिलाइज़र बेहद काम का है। इसे आसानी से जेब में कैरी किया जा सकता है। इसे आसान से आईफोन में कनेक्ट किया जा सकता है। डिवाइस में कनेक्ट होते ही यह काम करना शुरू कर देता है। अमेरिकन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड यह UVC स्टेरिलाइज़र चंद सेकंड में किसी भी सतह से हानिकारक बैक्टीरिया, कीटाणु और फंगस को खत्म करने में सक्षम है।
यह स्टेरिलाइज़र टीवी रिमोट की तरह दिखता है, हालांकि आकार में थोड़ा छोटा और पतला है। इसमें नीचे की तरह UVC लाइट लगी है जबकि ऊपर की और एक बटन और एलईडी इंडिकेटर है। इसके जरिए 99.9% बैक्टीरिया, वायरस और मोल्ड प्रभावी रूप से मारे जा सकते हैं या निष्क्रिय किए जा सकते हैं। इससे कार का डैशबोर्ड, कीबोर्ड, कपड़े और गैजेट्स को सैनेटाइज किया जा सकता है।
इस स्टेरिलाइज़र बॉक्स में मास्क, फोन, वॉच, मैकअप ब्रश समेत कई छोटे चीजों को सैनेटाइजर किया जा सकता है। खास बात यह है कि इसमें वायरलेस चार्जिंग का ऑप्शन भी मिलता है, लेकिन यह तभी काम का है जब आपके पास वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट करने वाले गैजेट हों। इसके उपयोग से सिर्फ 3 मिनट में 99.9% बैक्टीरिया और वायरस को प्रभावी रूप से मारा या निष्क्रिय किया जा सकता है। इसमें 6.6 इंच तक के फोन रखे जा सकते हैं।
6. UV स्टेरिलाइज़र बैग (33 लीटर)
कीमत: 2249 रुपए
इस यूवी स्टेरिलाइज़र बैग में 33 लीटर की कैपेसिटी मिल जाती है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स, ग्रॉसरी, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स सैनेटाइज किए जा सकते हैं। इसमें स्टेनलेस स्टील वायर रैक लगी है, जो सुनिश्चित करती है कि आइटम को हर तरफ से सैनेटाइज हो सके। अंदर की तरफ रिफ्लेक्टिंग मटेरियल लगा है ताकि यूवी एनर्जी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा सके। कंपनी का दावा है कि कुछ ही मिनटों में यह 99.9% बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करता है।
7. होमशॉप UV स्टेरिलाइज़र बॉक्स
कीमत: 1799 रुपए
UV स्टेरिलाइज़र बॉक्स इंटेलीजेंस ऑटो ऑफ कैपेबिलिटी से लैस है, जिसकी मदद से बॉक्स खोलते है स्टेरिलाइज़िंग प्रक्रिया बंद हो जाती है। इसके अलावा इसमें 10 वॉट वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट भी मिलता है। इसमें 6.2 इंच लंबाई वाले स्मार्टफोन सैनेटाइज किए जा सकते हैं। इसमें छोटे साइज का एमपी3 प्लेयर, ब्लूटूथ हेडसेट, टूथब्रश, वॉच, ग्लासेस, ज्वेलरी सैनेटाइज किए जा सकते हैं।
8. हाउस ऑफ क्विर्क पोर्टेबल स्टेरिलाइज़र
कीमत: 2499 रुपए
यह ट्रैवल सैनेटाइजर बैग है, जिसे सफर के दौरान आसानी से कैरी किया जा सकता है। इसमें फोन, लैपटॉप, वॉच समेत मास्क और कपड़ों को भी आसानी से सैनेटाइज किया जा सकता है। कंपनी का दावा है कि सिर्फ 5 मिनट में यह 99.9% बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करता है।
9. ट्रोस्ट UV स्टेरिलाइज़र
कीमत: 1699 रुपए
यह भी रिमोट कंट्रोल की तरह दिखता है। कंपनी का दावा है कि यह 99.9% बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने में सक्षम है। इससे गैजेट पर भी कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है। इसे मोबाइल फोन, टैबलेट, आईपैड, लैपटॉप, टॉय, रिमोट कंट्रोल, डोर हैंडल्स समेत कई चीजों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सिर्फ 200 ग्राम वजनी है, इसे आसानी से हैंडबैग में रखा जा सकता है।
पांच वॉट क्षमता वाला इस पोर्टेबल UV स्टेरिलाइज़र को इस्तेमाल करना बेहद आसान है। यह चार AAA बैटरी के जरिए काम करता है। इसमें यूवी ट्यूब लगा है। कंपनी का दावा है कि 10 से 15 सेकंड में यह 99.9% बैक्टीरिया और वायरस को खत्म कर देता है। 65 ग्राम वजनी इस स्टेरिलाइज़र को फोल्ड कर आसानी से बैग में रखा जा सकता है।
मानसून के दिनों में कार सबसे सेफ मानी जाती है। हालांकि, तेज बारिश के दौरान कार की ड्राइविंग भी आसान नहीं रह जाती। खासकर, जब पानी कार के विंडशील्ड ग्लास पर तेजी से बहता है तब वाइपर्स चलाने के बाद भी विजिबिलिटी काफी कम रहती है। ऐसे में हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है।
बारिश का पानी कार के ग्लास पर टिके नहीं इसके लिए बाजार में रेन रिपेलेंट मौजूद हैं। इसका इस्तेमाल कार के विंडशील्ड ग्लास पर किया जाता है। इस रिपेलेंट की खास बात है कि ग्लास पर पानी का फ्लो कम कर देता है और उसे बूंदों में बदल देता है।
लंबे समय तक नहीं टिकता रिपेलेंट
रेन रिपलेंट को लेकर ऑटो एक्सपर्ट और यूट्यूबर अमित खरे (आस्क कारगुरु) ने कहा, "इनके इस्तेमाल से पानी ग्लास पर नहीं टिकता ये बात सही है, लेकिन इसका इस्तेमाल जल्दी-जल्दी करना पड़ता है। विंडशील्ड ग्लास पर रिपेलेंट की लाइफ 4 से 5 दिन की होती है, क्योंकि वाइपर्स चलने से रिपेलेंट जल्दी हट जाता है।"
उन्होंने बताया कि यदि कार के बैक ग्लास पर वाइपर नहीं है तब उस पर रिपेलेंट की लाइफ ज्यादा होती है। साथ ही, इसका इस्तेमाल कार के साइड मिरर पर भी कर सकते हैं। बारिश के मौसम में रेन रिपेलेंट को हमेशा कार में रखना चाहिए।
ऐसे काम करता है रिपेलेंट
अमित खरे ने कहा, "रेन रिपेलेंट में पॉलीसिलोक्सन और हाइड्रोक्सी-टर्मिनेटेड इन्ग्रेडिएंट्स होते हैं। जो ग्लास के ऊपर सिंथेटिक हाइड्रोफोबिक की लेयर बना देते हैं। ये एंटी वाटर एलिमेंट होते हैं जो पानी को बूंदों में बदल देते हैं। इससे पानी ग्लास पर टिक नहीं पाती और बिजिबिलिटी बढ़ जाती है। हल्की बारिश में तो कार के वाइपर्स चलाने की भी जरूरत नहीं पड़ती।
विंडशील्ड ग्लास पर लगाने का तरीका
रेन रिपेलेंट एक तरह की पॉलिस होती है, जिसे ग्लास पर बाहर की तरफ लगाया जाता है। इसके इस्तेमाल करने से पहले ग्लास को अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए। ग्लास पर धूल, मिट्टी, पानी या दूसरे तरह की गंदगी नहीं होना चाहिए। इसके बाद किसी कॉटन के कपड़े या फिर फोम शीट के टुकड़े पर रिपेलेंट को लेकर ग्लास पर लगा देना चाहिए।
रेन रिपेलेंट की कीमत
रेन रिपेलेंट को ऑनलाइन मार्केट के साथ दूसरी ऑटो शॉप से भी खरीदा जा सकता है। इनकी कीमत 300 रुपए से शुरू हो जाती है। अच्छी क्वालिटी के रिपेलेंट 500 से 1000 रुपए तक मिल जाते हैं।