जीप इंडिया जल्दी ही कंपास एसयूवी का एक स्पेशल एडिशन वैरिएंट पेश करने के लिए तैयार है, इसे नाइट ईगल नाम दिया गया है। यह मिड-स्पेक लॉन्गिट्यूड प्लस ट्रिम लेवल पर बेस्ड होगा और इसे आने वाले हफ्तों में लॉन्च किया जाएगा। कंपनी ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर नाइट ईगल की एक टीज़र इमेज भी जारी की है।
कंपास नाइट ईगल एडिशन में क्या नया मिलेगा?
खास बात यह है कि कंपास नाइट ईगल सिर्फ ब्लैक पेंट स्कीम में उपलब्ध होगा और इसमें ब्लैक जीप बैज के साथ ग्रिल और विंडो लाइन पर भी ग्लॉस ब्लैक डिटेलिंग मिलेगी। यहां तक कि 18 इंच के अलॉय व्हील पर भी ग्लॉस ब्लैक फिनिश दी जाएगी।
नाइट ईगल के केबिन के अंदर इंफोटेनमेंट स्क्रीन और एसी वेंट्स के चारों तरफ ग्लॉस ब्लैक ट्रिम मिलेगी साथ ही स्पेशल टेक्नो पार्ट-लेदर सीट अपहोल्स्ट्री मिलेगी।
इसके अलावा उम्मीद की जा रही है कि नाइट ईगल एडिशन में एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले फंक्शनैलिटी के साथ 8.4-इंच यूकनेक्ट टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, की-एंट्री के साथ पुश-बटन स्टार्ट, डुअल-ज़ोन ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, ज़ेनॉन प्रोजेक्टर हेडलैंप, डुअल एयरबैग, ABS के साथ EBD और ब्रेक असिस्ट, ESP और हिल-स्टार्ट असिस्ट मिल सकता है।
क्या कंपास नाइट ईगल में नया इंजन मिलेगा?
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में जीप कंपास को पिछले महीने नए पेट्रोल और डीजल इंजन ऑप्शन मिले। हालांकि, भारत के लिए कंपास नाइट ईगल स्टैंडर्ड कंपास के 1.4-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन (जो 163 पीएसम का पावर और 250 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है) और 2.0-लीटर टर्बो-डीजल इंजन के साथ आएगा (जो 173 हॉर्स पावर और 350 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है)।
दोनों इंजन स्टैंडर्ड 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आते हैं, पेट्रोल में 7-स्पीड डुअल-क्लच ऑटो और डीजल में 9-स्पीड टॉर्क-कन्वर्टर ऑटोमैटिक ऑप्शन भी मिलता है
डीजल इंजन के साथ सर्फेस-स्पेसिफिक-मोड के साथ एक फोर-व्हील-ड्राइव सिस्टम भी मिलता है।
जीप के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स?
FCA इंडिया 2021 की शुरुआत में फेसलिफ्टेड जीप कंपास लॉन्च करेगी, जिसमें कई डिज़ाइन बदलावों की उम्मीद है, जिसमें रीडिज़ाइन किए गए हेडलाइट्स, बंपर और ग्रिल शामिल हैं। उसके बाद कार कंपनी कंपास के 7-सीट वर्जन (कोडनेम 598 या जीप 'डी-एसयूवी') को पेश करेगा, जिसमें पहले से ज्यादा शक्तिशाली 2.0-लीटर टर्बो-डीजल इंजन मिल सकता है।
कीमत के मामले में, नाइट ईगल कंपास के लॉन्गिट्यूड प्लस वैरिएंट से थोड़ा महंगा हो सकता है।
लॉन्गिट्यूड प्लस की शुरुआती दिल्ली एक्स शोरूम कीमत 19.70 लाख रुपए (पेट्रोल) है। इसके डीजल वैरिएंट की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 20.30 लाख रुपए है जो 22.86 लाख रुपए तक जाती है।
रेडमी नोट 9 को अप्रैल में ग्लोबली लॉन्च किया गया था। हाल ही में कंपनी ने बताया कि भारत में इसे 20 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा। अब एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में इसे 6GB रैम ऑप्शन के साथ उतारा जा सकता है। ग्लोबल मार्केट में इसे सिर्फ 3GB रैम और 4GB रैम वैरिएंट के साथ लॉन्च किया गया था। भारतीय मॉडल में 3 GB रैम ऑप्शन नहीं मिलेगा। सीरीज के रेडमी नोट 9 प्रो और रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स मॉडल भारतीय बाजार में साल की शुरुआत में लॉन्च किए जा चुके हैं।
4GB रैम ऑप्शन होगा बेस वैरिएंट
गिज्मोचाइना ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि रेडमी नोट 9 के भारतीय मॉडल में नया 6GB रैम ऑप्शन मिलेगा। वैश्विक मॉडल को 3GB+64GB और 4GB+128GB स्टोरेज ऑप्शन में लॉन्च किया गया था। भारतीय वैरिएंट में 3GB रैम नहीं मिलेगा। हालांकि 4GB रैम ऑप्शन को बेस वैरिएंट के तौर पर उतारा जाएगा। रेडमी नोट 9 भारतीय वर्जन के लिए इंटरनल स्टोरेज ऑप्शन बढ़ा है या नहीं, यह देखना बाकी है।
रेडमी नोट 9: संभावित कीमत
वैश्विक स्तर पर रेडमी नोट 9 की कीमत 3GB+64GB स्टोरेज ऑप्शन के लिए 199 डॉलर (लगभग 15,100 रुपए) और 4GB+128GB स्टोरेज मॉडल की कीमत $249 (लगभग 18,900 रुपए) है।
भारतीय मॉडल की कीमत भी लगभग इसी रेंज में हो सकती है, हालांकि 6GB रैम ऑप्शन की कीमत थोड़ी ज्यादा भी हो सकती है। फोन को फॉरेस्ट ग्रीन, पोलर व्हाइट, मिडनाइट ग्रे कलर ऑप्शन में ग्लोबली लॉन्च किया गया था।
भारत में इसे 20 जुलाई को दोपहर 12 बजे लॉन्च किया जाएगा, जहां इसकी कीमत और उपलब्धता के बारे में डिटेल जानकारी दी जाएगी।
रेडमी नोट 9: स्पेसिफिकेशन
रैम में बदलाव के अलावा, रेडमी नोट 9 भारतीय मॉडल के स्पेसिफिकेशन अप्रैल में ग्लोबली लॉन्च किए गए वैरिएंट से मिलती-जुलती ही होनी चाहिए।
ग्लोबल वैरिएंट एंड्रॉयड 10 बेस्ड MIUI 11 पर चलता है, और इसमें 6.53 इंच का फुल-एचडी प्लस (1080x2340 पिक्सल) आईपीएस डिस्प्ले है।
यह मीडियाटेक हेलियो G85 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर से लैस है। इंटरनल स्टोरेज ऑप्शन्स में 64GB और 128GB स्टोरेज शामिल हैं। माइक्रोएसडी कार्ड से इसे 128GB तक बढ़ाया जा सकता है।
फोटोग्राफी के लिए इसमें क्वाड कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें 48-मेगापिक्सल का प्राइमरी शूटर, 8-मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा, 2-मेगापिक्सल का सेंसर और 2-मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर मिलता है। सेल्फी के लिए इसमें फोन में 13-मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है।
रेडमी नोट 9 में 5020mAh की बड़ी बैटरी है, जो 18W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। बॉक्स के साथ 22.5W फास्ट चार्जर मिलता है।
बैक पैनल पर सिक्योरिटी के लिहाज से फिंगरप्रिंट सेंसर मिलता है, जो क्वाड कैमरा यूनिट के ठीक नीचे दिया गया है।
कनेक्टिविटी के लिए USB Type-C पोर्ट, ब्लूटूथ, 3.5mm ऑडियो जैक, NFC (चुनिंदा बाजार), इंफ्रारेड (IR) ब्लास्टर, GPS, A-GPS मिलते हैं।
एंट्री लेवल सेगमेंट ने भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में लंबे समय से अपना वर्चस्व कायम रखा है, वहीं सब-कॉम्पैक्ट सेगमेंट भी इस समय काफी लोकप्रिय हो रहा है। यदि आप एक नई कार खरीदने की योजना बना रहे हैं और 8 लाख रुपए या उससे कम का बजट है, तो किन कारों पर विचार किया जा सकता है? हमने आपके लिए देश की उन टॉप फाइव BS6-कंप्लेंट कारों की लिस्ट तैयार की है, जिनकी एक्स-शोरूम कीमत 8 लाख रुपए से कम है...
1. मारुति सुजुकी बलेनो
मारुति सुजुकी बलेनो लंबे समय से देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली प्रीमियम हैचबैक रही है। हालांकि अब इसमें डीजल इंजन उपलब्ध नहीं है। बलेनो एकमात्र BS6-कंप्लेंट 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती है। यह इंजन 83PS का मैक्सिमम पावर और 113Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है।
बलेनो एक माइल्ड-हाइब्रिड सिस्टम के साथ भी उपलब्ध है, जो आइडल स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम और 7PS की ज्यादा पावर के साथ माइल्ड-हाइब्रिड तकनीक को जोड़ गया है। ट्रांसमिशन के लिए इसमें ऑप्शनल सीवीटी ऑटोमैटिक के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स ऑप्शन उपलब्ध है।
अगर बजट 8 लाख रुपए से भी कम है तो भी बलेनो के काफी सारे वैरिएंट चुने जा सकते हैं, जिसमें सिग्मा ट्रिम जिसकी कीमत 5.63 लाख रुपए है से लेकर अल्फा मैनुअल ट्रिम शामिल हैं, जिसकी कीमत 7.61 लाख रुपए है (दोनों कीमतें, एक्स-शोरूम), जबकि आप दो ड्यूलजेट ट्रिम्स और एंट्री-लेवल ऑटोमैटिक वैरिएंट के लिए भी जा सकते हैं।
मॉडल
इंजन
कीमत*
बलेनो Sigma
1.2L|83PS|113Nm
5.63 लाख रुपए
बलेनो Delta
1.2L|83PS|113Nm
6.44 लाख रुपए
बलेनो Zeta
1.2L|83PS|113Nm
7.01 लाख रुपए
बलेनो DualJet Delta
1.2L|90PS|113Nm
7.33 लाख रुपए
बलेनो Alpha
1.2L|83PS|113Nm
7.61 लाख रुपए
बलेनो Delta CVT
1.2L|90PS|113Nm
7.76 लाख रुपए
बलेनो DualJet Zeta
1.2L|86PS|113Nm
7.89 लाख रुपए
2. टाटा अल्ट्रोज
एक तरफ जहां हुंडई एलीट i20 और मारुति सुजुकी बलेनो ने प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में अपना वर्चस्व कायम कर लिया है, टाटा मोटर्स ने आखिरकार अल्ट्रोज़ के रूप में एक योग्य प्रतिद्वंद्वी लॉन्च किया है, जो एक बहुत मजबूत दावेदार है।
अल्ट्रोजको दो BS6-कंप्लेंट पॉवरट्रेन के साथ पेश किया जा रहा है, जिसमें 86PS पावर और 113Nm टॉर्क जनरेट वाला 1.2 लीटर पेट्रोल और 90PS पावर और 200Nm टॉर्क जनरेट करने वाला 1.5-लीटर डीजल इंजन शामिल है।
8 लाख रुपए के बजट में आप वर्तमान में उपलब्ध टाटा अल्ट्रोज़ के किसी भी पेट्रोल वैरिएंट के साथ जा सकते हैं हालांकि डीजल में XE डीजल और XM डीजल ट्रिम्स ही चुने जा सकते हैं, जिनकी एक्स-शोरूम कीमत क्रमशः 6.99 लाख रुपए और 7.75 लाख रुपए है।
मॉडल
इंजन
कीमत*
टाटा अल्ट्रोज XE पेट्रोल
1.2L|86PS|113Nm
5.29 लाख रुपए
टाटा अल्ट्रोज XM पेट्रोल
1.2L|86PS|113Nm
6.15 लाख रुपए
टाटा अल्ट्रोज XT पेट्रोल
1.2L|86PS|113Nm
6.84 लाख रुपए
टाटा अल्ट्रोज XE डीजल
1.5L|90PS|200Nm
6.99 लाख रुपए
टाटा अल्ट्रोज XZ पेट्रोल
1.2L|86PS|113Nm
7.44 लाख रुपए
टाटा अल्ट्रोज XZ (O) पेट्रोल
1.2L|86PS|113Nm
7.69 लाख रुपए
टाटा अल्ट्रोज XM डीजल
1.5L|90PS|200Nm
7.75 लाख रुपए
3. हुडई एलीट i20
हुंडई एलीट i20 ने BS4 से BS6 में कन्वर्ट होने के साथ ही एलीट ने अपने ऑप्शनल ऑटोमैटिक और डीजल पावरट्रेन को खो दिया। हैचबैक अब केवल चार ट्रिम में उपलब्ध है, जिसमें से तीन 8 लाख रुपए से कम कीमत में बेचे जा रहे हैं, जिसमें मैग्ना प्लस (6.49 लाख रुपए), स्पोर्ट्ज़ प्लस (7.36 लाख रुपए) और स्पोर्ट्ज़ प्लस डुअल टोन (7.66 लाख रुपए) शामिल हैं।
कार अब एकमात्र 1.2-लीटर चार-सिलेंडर के साथ नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ आती है, जो 83PS का पावर और 113Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इंजन में स्टैंडर्ड 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन मिलता है।
मॉडल
इंजन
कीमत*
हुंडई एलीट i20 Magna Plus
1.2L|83PS|114Nm
6.49 लाख रुपए
हुंडई एलीट i20 Sportz Plus
1.2L|83PS|114Nm
7.36 लाख रुपए
हुंडई एलीट i20 Sportz Plus Dual Tone
1.2L|83PS|114Nm
7.66 लाख रुपए
4. मारुति सुजुकी डिजायर
मारुति सुजुकी ने कुछ महीने पहले डिजायर के लिए एक मिड-लाइफ फेसलिफ्ट लॉन्च किया जिसमें विशेष रूप से कॉस्मेटिक अपग्रेड किया गया था। डिजायर को एक नए BS6 कंप्लेंट 1.2-लीटर डुअलजेट इंजन मिला। यह वही 90PS पावर, 113Nm टॉर्क और माइल्ड-हाइब्रिड तकनीक से लैस पेट्रोल इंजन है जिसे बलेनो के साथ पेश किया गया है।
डिजायर 5-स्पीड मैनुअल समेत 5-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स और एक आइडल स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम के साथ आती है।
टॉप-एंड ZXi प्लस और ZXi Plus AT को छोड़कर, 8 लाख रुपए के बजट में डिजायर के किसी भी वैरिएंट को चुन सकते हैं, जिसमें LXi (5.89 लाख रुपए), VXi (6.79 लाख रुपए), VXi AT (7.31 लाख रुपए), ZXi (7.48 लाख रुपए) और ZXi AT (8 लाख रुपए) शामिल हैं।
मॉडल
इंजन
कीमत*
डिजायर LXi
1.2L|90PS|113Nm
5.89 लाख रुपए
डिजायर VXi
1.2L|90PS|113Nm
6.79 लाख रुपए
डिजायर VXi AT
1.2L|90PS|113Nm
7.31 लाख रुपए
डिजायर ZXi
1.2L|90PS|113Nm
7.48 लाख रुपए
5. होंडा अमेज
अमेज अपने सेगमेंट की कुछ कारों में से एक है, जो BS4 से BS6 में कन्वर्ट होने के बाद भी पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन ऑप्शन में उपलब्ध है। सब-4 मीटर सेडान में 1.2-लीटर, नेचुलरी एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन मिलता है जो 90PS पावर और 110Nm का टॉर्क जनरेट करता है, साथ ही 1.5-लीटर का डीजल इंजन 100PS का पीक पावर और 200Nm का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करता है। वहीं CVT ऑटो ट्रांसमिशन के साथ यह 80PS पावर और 160Nm टॉर्क जनरेट करता है।
8 लाख से कम बजट में अमेज के E, S, V, S CVT और VX पेट्रोल वैरिएंट के साथ-साथ E डीजल ट्रिम को चुना जा सकता है। इन वैरिएंट्स की कीमत 6.09 लाख रुपए (E), 6.81 लाख रुपए (S), 7.44 लाख रुपए (V), 7.71 लाख रुपए (S CVT), 7.92 लाख रुपए (VX) और 7.55 लाख रुपए (E डीजल) है। (सभी कीमतें, एक्स-शोरूम)
फेसबुक ने घोषणा की है कि वह कोरोना महामारी के बारे में गलत सूचना के प्रसार को सीमित करने के लिए अगले सप्ताह अपने प्लेटफॉर्म पर 'Facts About Covid-19' नाम का डेडिकेटेड सेक्शन लॉन्च करेगी। यह सेक्शन मंगलवार को लॉन्च किया जा सकता है।
यह आम मिथकों की सत्यता की पुष्टि करेगाजिनकी डब्ल्यूएचओद्वारा पहचान की गई है-जैसे कि ब्लीच पीने से याहाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेने से कोविड-19 महामारीको रोक सकता है। फेसबुक ने एक बयान में कहा, इस हफ्ते हम कोविड-19 इंफॉर्मेंशन सेंटर का डेडिकेटेड सेक्शन लॉन्च कर रहे हैं, जिसे फैक्ट अबाउट कोविड-19 नाम दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि- यह महामारी के बारे में गलत जानकारी से लड़ने के लिए चल रहेहमारे अभियान का नया कदम है।
अलर्ट के जरिए फेसबुक-इंस्टाग्राम यूजर को मास्क पहनने की याद दिलाएंगे
लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए कंपनी मास्क पहनने की याद दिलाने के लिए फेसबुक ऐप और इंस्टाग्राम के टॉप पर अलर्ट भी डाल रही है। जिसे देखकर लोगों को मास्क पहनने की याद आ जाए।
60 करोड़ लोगों ने कोविड-19 इंफॉर्मेंशन के लिए पॉप-अप पर क्लिक किया
कंपनी ने बताया कि - "हमने अपने कोविड-19 इंफॉर्मेंशन सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य अधिकारियों के संसाधनों से दो बिलियन (यानी 200 करोड़) से अधिक लोगों को जोड़ा है और फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पॉप-अप को 600 मिलियन (यानी 60 करोड़) से अधिक लोगों ने अधिक जानने के लिए क्लिक किया है।
संक्रमितों के लिए फेसबुक-इंस्टाग्राम पर इकट्ठा किए लगभग 750 करोड़ रु.
उन्होंने बताया कि- जनवरी के बाद से, लोगों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कोविड-19 संक्रमितों की मदद के लिए करीब $100 मिलियन (लगभग 750 करोड़ रुपए) से अधिक का फंड इकट्ठा किया है।
कोरोना को लेकर अमेरिका की प्रतिक्रिया कम प्रभावी रही- मार्क जुकरबर्ग
इस बीच, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने ट्रम्प प्रशासन के कोविड-19 महामारी को संभालने के तरीके के भी आलोचना की है। फेसबुक के सीईओ के अनुसार, कई विकासशील देशों की तुलना में बीमारी के लिए अमेरिका की प्रतिक्रिया कम प्रभावी रही है।
सोशल वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक अपना नया हेडक्वार्टर लंदन में बना सकता है। इस संबंध में टिकटॉक की ब्रिटेन सरकार से बातचीत चल रही है। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र के हवाले से रॉयटर्स की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से संबंध तोड़ने के लिए टिकटॉक यह कदम उठा रहा है। चीन से संबंध होने के कारण टिकटॉक को भारत समेत कई देशों में प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि प्रतिबंधों से निपटने के लिए टिकटॉक यह नई रणनीति अपना रहा है।
अन्य शहरोंके नाम पर भी विचार
सूत्रके मुताबिक, नया हेडक्वार्टर बनाने के लिए टिकटॉक लंदन समेत अन्य शहरों के नाम पर भी विचार कर रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी शहर के नाम पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि लंदन के अलावा अन्य किन शहरों के नाम पर विचार हो रहा है। लेकिन टिकटॉक ने इस साल अमेरिका के कैलिफोर्निया में हायरिंग तेज की है। इसमें वाल्ट डिज्नी के पूर्व को-एक्जीक्यूटिव पाउचिंग केविन मेयर का नाम भी शामिल है। मेयर को टिकटॉक का चीफ एक्जीक्यूटिव बनाया गया है।
अमेरिका में हो रही सख्त छानबीन
चीन से संबंध होने के कारण टिकटॉक को अमेरिका में सख्त छानबीन का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका को शक है कि चीन टिकटॉक पर यूजर्स का डेटा शेयर करने का दबाव बना सकता है। टिकटॉक का मालिकाना हक चीन की कंपनी बाइटडांस के पास है।
चीन के बाहर वर्कफोर्स बढ़ाने का अनुमान
सूत्र का कहना है कि कंपनी पिछले कई सप्ताह से अमेरिका पर फोकस कर रही है। लेकिन नया हेडक्वार्टर लंदन में बनाए जाने की भी काफी संभावनाएं हैं। सूत्र का अनुमान है कि टिकटॉक आने वाले वर्षों में चीन से बाहर लंदन समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर भी महत्वपूर्ण साइज में वर्कफोर्स बढ़ा सकता है।
अभी भी चल रही बातचीत
हाल ही में संडे टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा था कि लंदन में ग्लोबल हेडक्वार्टर बनाने को लेकर टिकटॉक की ब्रिटेन सरकार से बातचीत टूट गई है। हालांकि, सूत्रका कहना है कि ब्रिटेन सरकार और टिकटॉक के बीच अभी भी बातचीत चल रही है। हालांकि, टिकटॉक ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भारत ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया
लद्दाख की गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद भारत ने चीन की कंपनियों पर सख्त रूख अपनाया है। भारत सरकार ने चीनी कंपनियों के टिकटॉक, वीचैट समेत 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सोशल वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक अपना नया हेडक्वार्टर लंदन में बना सकता है। इस संबंध में टिकटॉक की ब्रिटेन सरकार से बातचीत चल रही है। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र के हवाले से रॉयटर्स की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से संबंध तोड़ने के लिए टिकटॉक यह कदम उठा रहा है। चीन से संबंध होने के कारण टिकटॉक को भारत समेत कई देशों में प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि प्रतिबंधों से निपटने के लिए टिकटॉक यह नई रणनीति अपना रहा है।
अन्य शहरोंके नाम पर भी विचार
सूत्रके मुताबिक, नया हेडक्वार्टर बनाने के लिए टिकटॉक लंदन समेत अन्य शहरों के नाम पर भी विचार कर रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी शहर के नाम पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि लंदन के अलावा अन्य किन शहरों के नाम पर विचार हो रहा है। लेकिन टिकटॉक ने इस साल अमेरिका के कैलिफोर्निया में हायरिंग तेज की है। इसमें वाल्ट डिज्नी के पूर्व को-एक्जीक्यूटिव पाउचिंग केविन मेयर का नाम भी शामिल है। मेयर को टिकटॉक का चीफ एक्जीक्यूटिव बनाया गया है।
अमेरिका में हो रही सख्त छानबीन
चीन से संबंध होने के कारण टिकटॉक को अमेरिका में सख्त छानबीन का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका को शक है कि चीन टिकटॉक पर यूजर्स का डेटा शेयर करने का दबाव बना सकता है। टिकटॉक का मालिकाना हक चीन की कंपनी बाइटडांस के पास है।
चीन के बाहर वर्कफोर्स बढ़ाने का अनुमान
सूत्र का कहना है कि कंपनी पिछले कई सप्ताह से अमेरिका पर फोकस कर रही है। लेकिन नया हेडक्वार्टर लंदन में बनाए जाने की भी काफी संभावनाएं हैं। सूत्र का अनुमान है कि टिकटॉक आने वाले वर्षों में चीन से बाहर लंदन समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर भी महत्वपूर्ण साइज में वर्कफोर्स बढ़ा सकता है।
अभी भी चल रही बातचीत
हाल ही में संडे टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा था कि लंदन में ग्लोबल हेडक्वार्टर बनाने को लेकर टिकटॉक की ब्रिटेन सरकार से बातचीत टूट गई है। हालांकि, सूत्रका कहना है कि ब्रिटेन सरकार और टिकटॉक के बीच अभी भी बातचीत चल रही है। हालांकि, टिकटॉक ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भारत ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया
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