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गैजेट डेस्क. कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES 2020) में सैमसंग अपने कई इनोवेटिव प्रोडक्ट पेश कर रही है। कंपनी ने इस इवेंट में अपने सेल्फी टाइप इनविजिबल कीबोर्ड को भी शोकेस कर दिया है। ये एक वर्चुअल कीबोर्ड है जो सभी तरह के फ्लैश सरफेस पर काम करेगा। हालांकि, अभी कंपनी ने इसके कमर्शियल रिलीज के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
सेल्फी टाइप कीबोर्ड सैमसंग की एक्सपेरिमेंटल सी-लैब प्रोग्राम का हिस्सा है। जो पहले भी कई प्रोडक्ट्स को लॉन्च कर चुकी है। सेल्फीटाइप यूजर के स्मार्टफोन के सेल्फी कैमरा से ऑपरेट होता है। कैमरा यूजर की फिंगर्स के मोशन को ट्रैक करता है। यानी कीबोर्ड में जिस तरह से टाइप किया जाता है, उसी तरह से ये उंगलियों के मूवमेंट को कैप्चर करके रियल टाइम में टाइप करता है। ये कीबोर्ड स्मार्टफोन, टैबलेट सभी तरह डिवाइस पर काम करता है।
गैजेट डेस्क. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार, 5 जनवरी को हुई हिंसा में शामिल लोगों को वीडियो फुटेज की मदद से पहचाना जाएगा। सरकारी सूत्रों के मुताबिक पुलिस इस काम के लिए फेस रिकॉग्निशन सिस्टम की मदद लेगी। बता दें कि जेएनयू में कुछ नकाबपोश पुरुषों के ग्रुप द्वारा हिंसा की गई थी। यूनिवर्सिटी में हिंदू रक्षा दल नाम के ग्रुप के शामिल होने की भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।
क्या है फेस रिकॉग्निशन सिस्टम
फेसियल या फेस रिकॉग्निशन सिस्टम एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो लोगों को डिजिटल इमेज या फिर किसी वीडियो फ्रेम से पहचानने में सक्षम होती है। इस सिस्टम के मदद से लोगों की पहचान उसकी फोटो, एंगल, लाइट, उम्र, चश्मा, दाढ़ी, निशान, टैटू और हेयर स्टाइल जैसी चीजों को मिलाकर कर सकते हैं। फोटो मिलाने का काम नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के डाटाबेस में मौजूद फोटो, वीडियो से की जाती है।
ऐसे काम करता है ये सिस्टम
फेस रिकॉग्निशन सिस्टम के काम करने के कई तरीके होते हैं, लेकिन चुनिंदा फेसियल फीचर्स की मदद से ये किसी इमेज का मिलान डाटाबेस में मौजूद जानकारी से करता है। इसके लिए लिए क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) का इस्तेमाल किया जाता है। ये सिस्टम इतना पावरफुल होता है कि सीसीटीवी द्वारा कैप्चर वीडियो से ली गई इमेज के जरिए भी किसी व्यक्ति की पहचान की जा सकती है।
फेस रिकॉग्निशन सिस्टम की मदद से गुमशुदा बच्चों को ढूंढने में मदद मिलती है। ठीक ऐसे ही लावारिस लाश की पहचान की जा सकती है। स्मार्टफोन को फेस से अनलॉक करने वाला फीचर इस टेक्नोलॉजी पर काम करता है।
अभिषेक तैलंग. कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES 2020) के पहले ही दिन एक से बढ़ कर एक गैजेट्स और टेक्नोलॉजी का ऐलान हो गया। सोनी और सैमसंग जैसे दिग्गजों ने ढेरों गैजेट्स और क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी दिखा दी। सोनी ने जहां अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार और प्ले स्टेशन 5 की झलक पूरी दुनिया को दिखाई। तो वहीं सैमसंग ने भी बैली नाम का अपना एआई पर्सनल असिस्टेंट के साथ हेल्थकेयर और स्मार्ट होम के क्षेत्र में कई शानदार टेक्नोलॉजी का आगाज किया। CES के ऐसे ही 5 गैजेट्स और टेक्नोलॉजी के लिएवीडियो देखें...
गैजेट डेस्क. लास वेगास में शुरू हुए कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES 2020) में लेनोवो ने थिंकपैड X1 फोल्ड लॉन्च किया है। ये बड़े टैबलेट या लैपटॉप के जैसा डिवाइस है। खास बात है कि इसकी स्क्रीन को फोल्ड किया जा सकता है। कंपनी का कहना है कि ये दुनिया का पहला फोल्डेबल पीसी भी है। फोल्ड होने के बाद ये किसी बुक या डायरी के जैसा नजर आता है। जिसे आसानी से कैरी भी किया जा सकता है। इसकी कीमत 2,499 डॉलर (1,79,466 रुपए) हो सकती है। इसकी बिक्री इस साल के सेकंड हाफ में शुरू हो सकती है।
लेनोवो थिंकपैड X1 के स्पेसिफिकेशन
इसमें 13.3-इंच की फोल्डिंग OLED डिस्प्ले स्क्रीन दी है। इस लैपटॉप के साथ ब्लूटूथ कीबोर्ड भी आता है। ये कीबोर्ड फोल्ड स्क्रीन में फिक्स हो जाता है। वहीं, अनफोल्ड स्क्रीन के साथ भी इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। इस डिवाइस का वजन 1 किलोग्राम से कम है। ये माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करेगा। इसमें 5G कनेक्टिविटी भी मिलेगी।
इसे वर्टिकल और हॉरिजॉन्टल दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके ऊपर लेदर का कवर है, जैसा कई डायरी में होता है। स्क्रीन को फोल्ड करने बाद इसमें वर्चुअल कीबोर्ड भी आ जाता है। इसे कीबोर्ड लगाने के बाद भी फोल्ड कर सकते हैं। इसमें फोन की तरह लॉक/अनलॉक बटन और वॉल्यूम रॉकर्स भी दिए हैं। इसे बनाने में कार्बन फाइबर की प्लेट्स और मिक्स्ड अलॉय का इस्तेमाल किया गया है। जो इसे मजबूत बनाती हैं।
> इसमें इंटेल का लेकफील्ड प्रोसेसर दिया है। ये स्पीड के साथ बैटरी लाइफ बचाने का भी काम करता है।
> 8GB रैम और 1TB का ऑनबोर्ड स्टोरेज भी दिया है। इसमें 4G/5G सिमकार्ड ट्रे भी दी है।
> इसमें फास्ट चार्जिंग वाली बैटरी है, जो 50 घंटे का बैकअप देती है।
> 5 मेगापिक्सल का वेब कैम दिया है। डॉल्बी स्पीकर्स दिए हैं। इसमें 2 USB C-टाइप पोर्ट दिए हैं।
> एक एक्टिव पेन भी दिया जा रहा है। यानी आप पेन की मदद से लिखने, ड्राइंग जैसे कई काम कर पाएंगे।
> लेदर कवर में एक किक स्टैंड भी दिया है। यानी इस पर आप कोई वीडियो देखते हैं तब इसे स्टैंड कर सकते हैं।
सोशल मीडिया डेस्क. जेएनयू में हिंसा का मुद्दा मंगलवार को भी ट्वीट पर छाया हुआ है। पीएम मोदी ट्विटर पर 1 नंबर रैंक पर तो गृहमंत्री अमित शाह 2 नंबर रैंक पर ट्रेंड कर रहे हैं। वहीं तीसरे नंबर पर स्वरा भास्कर हैं, जो लगातार जेएनयू को लेकर मुखर हैं।ट्विटर के टॉप ट्रेंडिंग हैशटैग में से तीन हैशटैग जेएनयू से जुड़े हुए हैं। इसमें #JNUTerrorAttack, #JNUHiddenTruth और #JNU शामिल हैं।#JNUHiddenTruth तो टॉप-3 में ट्रेंड कर रहा है।हमने इन तीनों ही हैशटैग की ट्विटर पर पड़ताल की और पता किया कि आखिर यूजर्स इनके बारे में क्या शेयर कर रहे हैं।
1. #JNUTerrorAttack
95 हजार से ज्यादा ट्वीट
2. #JNUHiddenTruth
42 हजार से ज्यादा ट्वीट
3. #JNU
ऑटो डेस्क. लास वेगास में चल रहे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो में सोनी ने सबसे बड़ा सरप्राइज दिया। शो में टेक कंपनी सोनी ने अपनी इलेक्ट्रिक कॉन्सैप्ट कार विजन-एस को पेश किया। इसी के साथ कंपनी ने ऑटोमोटिव इंडस्ट्री ने अपने एंट्री की। कंपनी ने इसे बनाने के लिए बोस, कॉन्टिनेंटल, एनवीडिया और क्वालकॉम जैसे कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
सोनी विजन-एस में हाई-रेजोल्यूशन, CMOS इमेजिंग सेंसर और रडार जैसे कुल 33 सेंसर से लैस हैं। इसमें टाइम ऑफ फ्लाइट (ToF) सेंसर भी शामिल है जो कार कें बैठे लोगों के अलावा कार के अंदर और बाहर की चीजों की पहचान करते हैं। इसी के साथ कार में 360 डिग्री रियलिटी ऑडियो और वाइड स्क्रीन डिस्प्ले जैसे फीचर्स भी है। कंपनी आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी, क्वाउड टेक्नोलॉजी समेत टेलीकम्युनिकेशन जैसे सेगमेंट में भी काम कर रही है।
लुक्स के मामले में टेस्ला मॉडल 3 जैसी दिखने वाली इस कार में चार लोगों के बैठने की क्षमता है। इसमें 200 kW की दो इलेक्ट्रिक मोटर लगी हैं जो हर एक्सेल का ताकत देती है। इसकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे 100 kmph की रफ्तार तक पहुंचने में मात्र 4.8 सेकंड का समय लगता है। कार की टॉप स्पीड 240 किमी प्रतिघंटा है।
गैजेट डेस्क. लास वेगास में चल रहे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो 2020 में चीनी कंपनी लेनोवो ने अमेरिकन कंपनी क्वालकॉम के साथ मिलकर दुनिया का पहला 5G योगा लैपटॉप पेश किया है। इसे प्रोजेक्ट लिमिटलेस में तहत तैयार किया गया है। इसका कॉन्सेप्ट कम्प्यूटैक्स 2019 इवेंट के दौरान पेश किया गया था। ये विंडोज हैलो सिक्योरिटी, डॉल्बी एटम्स साउंड एन्हैन्समेंट और ईसिम सपोर्ट के साथ आएगा।
लेनोवो योगा 5G के स्पेसिफिकेशन
> 14-इंच फुल-HD IPS टचस्क्रीन डिस्प्ले स्क्रीन
> यूजर का चेहरा पासवर्ड होगा और फिंगरप्रिंट से लॉगइन होगा
> मैक्सिमम डाउनलोड स्पीड 4Gb प्रति सेकंड तक
> बड़ी फाइल्स और मूवी सेकंड्स में डाउनलोड होंगी
> कंपनी का दावा 24 घंटे की बैटरी लाइफ मिलेगी
> क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8cx कम्प्यूट प्लेटफॉर्म पर तैयार
> इस लैपटॉप का वजन 1.35 किलोग्राम
कीमत : इस 5G लैपटॉप की शुरुआती कीमत 1,499 डॉलर (लगभग 1,06,000 रुपए) होगी। वहीं, इसकी बिक्री इसी साल मार्च से जून महीने के बीच में शुरू हो सकती है।
सैमसंग गैलेक्सी क्रोमबुक 2-इन-1
इवेंट में कोरियन कंपनी सैमसंग ने अपनी नई गैलेक्सी क्रोमबुक 2-इन-1 लॉन्च की है। ये क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करेगी। इसमें बिल्ट-इन स्टायलस और गूगल असिस्टेंट भी मिलेगा। इस क्रोमबुक को 360-डिग्री तक घुमाया जा सकेगा। इसमें फोल्डिंग के चार मोड्स टेंट, लैपटॉप, फ्लैट और टैबलट दिए हैं। ये 9.9mm पतला है। वहीं, इसका वजन 1.04 किलोग्राम है।
गैलेक्सी क्रोमबुक 2-इन-1 के स्पेसिफिकेशन
> सैमसंग की इस क्रोमबुक में 13.3-इंच का एमोलेड टचस्क्रीन दी है। जिसका रेजोल्यूशन 4K (3840x2160 पिक्सल) है।
> ये इंटेल के 10th जनरेशन कोर प्रोसेसर और इंटेल UHD ग्राफिक्स से लैस है।
> इसमें 16GB LPDDR3 रैम और ऑनबोर्ड 1TB SSD स्टोरेज दिया है।
> ये फिंगरप्रिंट रिकॉग्नाइजेशन और बैकलिट कीबोर्ड के साथ आता है। इसमें 2 वॉट के स्पीकर्स दिए हैं।
> इसमें दो कैमरा हैं जिसमें एक 1-मेगापिक्सल का डिस्प्ले स्क्रीन और दूसरा 8-मेगापिक्सल का कीबोर्ड के पास दिया है।
कीमत : गैलेक्सी क्रोमबुक की कीमत 999.99 डॉलर (करीब 71,500 रुपए) है। इसकी बिक्री इस साल के पहले क्वाटर यानी जनवरी से मार्च के बीच शुरू हो सकती है।
आसुस के गेमिंग लैपटॉप
ताइवान की कंपनी आसुस ने इवेंट में अपना स्लिम और लाइटवेट रोग जेफरस G14 गेमिंग लैपटॉप लॉन्च किया है। ये कंपनी का प्रीमियम लैपटॉप है, जिसमें नई 'एनिमी' LED मिलेगी। ये सिस्टम में अलग-अलग एनिमेशन इफेक्ट्स और उनकी इनफॉर्मेशन देगी। हालांकि, ये ऑप्शल रहेगी। कंपनी ने नई सीरीज के एंट्री लेवल मॉडल TUF गेमिंग A15 और TUF गेमिंग A17 भी लॉन्च किए हैं। ये सभी लैपटॉप भारत में इस साल के सेकंड क्वाटर में लॉन्च किए जाएंगे।
आसुस रोग जेफरस G14 के स्पेसिफिकेशन
> ये गेमिंग के साथ दूसरे होम या ऑफिस वर्क के लिए भी काफी पावरफुल मशीन है।
> ये 17.9mm पतला और 1.6 किलोग्राम वजनदार है। ये मूनलाइनट व्हाइट और इक्लिप्स ग्रे कलर में मिलेगा।
> लैपटॉप में एनवीडिया जीफोर्स RTX 2060 GPU, 32GB रैम और 1TB SSD स्टोरेज दिया है।
> बैटरी चार्जिंग के लिए इसमें USB टाइप-C एडॉप्टर दिया है। इसमें सेल्फ क्लीनिंग कूलिंग सिस्टम मिलेगा।
आसुस रोग गेमिंग डेस्कटॉप
आसुस ने गेमिंग लैपटॉप के साथ गेमिंग डेस्कटॉप रोग स्ट्रिक्स GA15, रोग स्ट्रिक्स GT15 डुओ और ई-स्पोर्ट्स रेडी रोग स्ट्रिक्स GA35, रोग स्ट्रिक्स GT35 डुओ भी लॉन्च किए हैं। ये सभी विंडोज 10 पर रन करेंगे। इन सभी डेस्कटॉप में कस्टमाइज RGB लाइटिंग कैबिनेट दी है। कैबिनेट में EMI-शील्डेड ग्लास पैनल दिया है, जिससे सीपीयू के अंदर के सभी कम्पोनेंट दिखाई देते हैं। इनमें इंटेल के 10th जनरेशन कोर प्रोसेसर दिया है। वहीं, एनवीडिया जीफोर्ड GTX 1650 4GB ग्राफिक्स कार्ड दिया है।
अभिषेक तैलंग. इस दशक का पहला CES शुरू होने में बस चंद ही घंटे बचे हैं। CES यानी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो, हर साल लास वेगास में होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी का मेला। जहां दुनिया जहां की तमाम टेक कंपनियां अपने सबसे बेहतरीन गैजेट्स दिखाती हैं। जनवरी के पहले हफ्ते में होने वाले टेग के इस महाकुंभ से ही इस बात का अंदाजा लगता है कि आने वाले सालों में टेक्नोलॉजी की बयार किस दिशा में बहेगी। इस साल का CES तो और भी ज्यादा जरूरी है क्योंकि ये इस दशक का पहला CES होगा।
तो इस साल CES में क्या वो 3 बड़े ट्रेंड्स होंगे जो आने वाले 10 सालों तक हमारी टेक लाइफ को आगे बढ़ाने की ताकत रखते है (और मैं 5G और स्मार्टफोन की बात नहीं कर रहा)।
घर बनेगा स्मार्ट :स्मार्ट होम और उससे जुड़े ढेरों गैजेट्स साल 2015 के बाद से ही हमारे रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बनने लगे हैं। इस साल CES में भी हमें यही ट्रेंड देखने को मिलेगा जहां ढेरों छोटी बड़ी कंपनियां इंटरनेट ऑफ थिंक्स (IOT) के कॉन्सेप्ट के तहत ढेरों कनेक्टेड डिवाइस दिखाएंगी। जहां गूगल और अमेजन जैसी कंपनियां स्मार्ट गैजेट्स के क्षेत्र में अपने दबदबे का पूरा नजारा CES के मंच पर दिखाएंगी, वहीं दूसरी तरफ कई छोटे-मोटे स्टार्टअप्स से भी ढेरों दिलचस्प स्मार्ट होम के कॉन्सेप्ट देखने को मिलेंगे। जिसमें घर को सिक्योर बनाने वाले स्मार्ट सिक्योरिटी सिस्टम से लेकर हर घर में इस्तेमाल होने वाले कंज्यूमर एप्लिकेशन को भी और ज्यादा स्मार्ट और इंटरनेट कनेक्टेड बनाए जाने की होड़ मचेगी।
अब इसमें भी देखना ये दिलचस्प होगा कि कौन-सी कंपनी ज्यादा गैजेट्स दिखाती है? अमेजन, गूगल या कोई और?
स्मार्ट कारें :2010 के बाद से ही CES में ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी जोर-शोर से हिस्सा लेने लगा है। पिछले 10-15 सालों में स्मार्ट कार्स या स्मार्ट असिस्टेंट सिस्टम की टेक्नोलॉजी को CES के मंच से बढ़-चढ़ कर दिखाया जाता रहा है। इस साल के CES में भी स्मार्ट कार्स और आम कार को स्मार्ट बनाने के लायक ढेरों गैजेट्स दिखाए जाएंगे। आपकी कार के अंदर के एंटरटेनमेंट सिस्टम का मेकओवर करने वाले भी कई सिस्टम देखने को मिलेंगे। उम्मीद है कि कार एंटरटेनमेंट सिस्टम में वॉयस इनेबल असिस्टेंट और सर्विसेज के कई पहलू देखने को मिलेंगे। पर इतना तय है कि वॉयस और बायोमैट्रिक्स का कैसे कार की सेफ्टी और आपके एक्सपीरियंस को बेहतर बनाया जाए, इसमें कई इनोवेशन दिखने की उम्मीद रहेगी।
इसके साथ ही एडवांस ड्राइव असिस्टेंट सिस्टम की भी धूम रहेगी। जिससे आपकी कार पूरी तरह से सेल्फी ड्राइव ना सही पर काफी हद तक खुद से ड्राइव करना सीखने लगेगी। जिसमें कम दूरी या लिमिटेड स्पीड पर सेल्फी ड्राइविंग भी शामिल हो सकती है।
वियरेबल्स :स्मार्टवॉचेस और फिटनेस बैंड्स तो अभी भी रहेंगे पर वियरेबल्स टेक्नोलॉजी में पिछले कई सालों से VR और AR को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर अब तक गेमिंग और एंटरनेटनेंट के क्षेत्र में ही ज्यादातर इनके इस्तेमाल के बारे में सोचा जा रहा था। उम्मीद है कि इस बार हेल्थ सेक्टर और ट्रेनिंग के लिहाज से भी AR और VR पर छोटे-मोटे स्टार्टअप्स के अलावा एपल, गूगल, फेसबुक जैसे बड़े नाम भी सोचेंगे।
(अभिषेक तैलंग, टेक गुरू और मशहूर यूट्यूबर हैं)