गैजेट डेस्क. चीनी कंपनी रियलमी सोमवार (24 फरवरी) को दिल्ली में होने वाले रियलमी एक्स50 प्रो 5जी स्मार्टफोन को लॉन्च करेगी। हालांकि यह पहले बार्सिलोना में होने वाले मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में ग्लोबली लॉन्च किया जाना था लेकिन कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण इसे कैंसिल कर दिया गया। अब इसे दिल्ली में लॉन्च किया जा रहा है, जिसकी दुनियाभर में इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। भारत में इसकी कीमत 50 हजार रुपए तक हो सकती है। कंपनी का दावा है कि रियलमी एक्स50 प्रो 5जी भारत का पहला 5जी स्मार्टफोन है, हालांकि iQoo कंपनी भी 25 फरवरी को लॉन्च होने वाले फोन के साथ यही दावा कर रही है।
कंपनी के बताया कि, रियलमी एक्स50 प्रो 5जी को दिल्ली में होने जा रहे इवेंट में लॉन्च किया जाएगा। इवेंट दोपहर 2.30pm बजे से शुरू होगा। इसके इन्वाइट्स में देखा जा सकता है कि फोन में डुअल पंच होल सेल्फी कैमरा मिलेगा जो दिसंबर में लॉन्च हुए रियलमी एक्स50 5जी में भी दिए गए थे, हालांकि अभी तक इसे भारत में लॉन्च नहीं किया गया है लेकिन बावजूद इसके कंपनी इसके अपग्रेड वर्जन को लॉन्च कर रही है।
गैजेट डेस्क. स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी रियलमी अब स्मार्ट टीवी सेगमेंट में एंट्री करने जा रही है। रियलमी इंडिया के सीईओ माधव सेठ ने एक टेक यूट्यूबर को दिए इंटरव्यू में बताया की साल की दूसरी तिमाही में कंपनी भारतीय बाजार में एक नहीं बल्कि कई सारे स्मार्ट टीवी लॉन्च करेगी। इसके साथ ही सेठ में रियलमी लिंक ऐप के बारे में भी जनकारी दी। यह ऐप रियलमी आईओटी डिवाइस के लिए सेंट्रल हब का कम करेगा। ऐप से कंपनी के IoT(इंटरनेट ऑफ थिंग्स) डिवाइस के साथ वियरेबल भी कंट्रोल किए जा सकेंगे। इसके अलावा कंपनी ने अपकमिंग फिटनेस बैंड के कुछ फीचर्स से भी पर्दा उठाया।
गैजेट डेस्क. इंफिनिक्स एस5 प्रो 6 मार्च को लॉन्च होगा लेकिन लॉन्चिंग से पहले ही फोन की रियल-लाइफ इमेज वायरल हो गई हैं। लीक तस्वीरों के मुताबिक, फोन में नॉचलेस डिस्प्ले और इसमें पॉप-अप सेल्फी कैमरा मिलेगा। फोटोग्राफी के लिए फोन में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। यह कैमरा सेटअप काफी हद तक वीवो वी15 स्मार्टफोन से मिलता जुलता है। वीवो वी15 की कीमत 26,990 रुपए है। रियर कैमरा के अलावा इंफिनिक्स एस5 प्रो के बैक पैनल पर फिंगरप्रिंट सेंसर भी है जैसे वीवो वी15 में दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इंफिनिक्स के इस फोन की कीमत 10 हजार रुपए यानी कम कीमत में इसमें प्रीमियम फोन का फील मिलेगा।
ऑनर 9X से होगा मुकाबला
इस समय पॉप-अप सेल्फी कैमरे वाला सबसे सस्ता स्मार्टफोन ऑनर 9X है। फोन में 4000 एमएएच बैटरी है। कंपनी ने इसे 4 जीबी और 6 जीबी रैम वैरिएंट में लॉन्च किया है। भारतीय बाजार में इसकी शुरुआती कीमत 13,999 रुपए है। यानी इंफिनिक्स एस5 प्रो का मुकाबला ऑनर 9 एक्स से देखने को मिल सकता है।
फोन में मिलेगा 48 मेगापिक्सल का मेन कैमरा
तस्वीरों के मुताबिक, इसमें 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा सेंसर मिलेगा जो इस समय काफी ट्रेंड में है। इंफिनिक्स एस5 प्रो में बड़ी स्क्रीन मिलेगी, कयास लगाएं जा रहा है कि यह 6.6 इंच का स्क्रीन होगी। इंटरनेट पर वायरल हो रही तस्वीरों के मुताबिक, इसमें ग्रेडिएंट ग्रीन कलर कलर ऑप्शन भी मिलेगा। इसमें एंड्रॉयड 10 ओएस और मीडियाटेक प्रोसेसर मिल सकता है। फिलहाल फोन के सेल्फी कैमरे की डिटेल्स जारी नहीं की है लेकिन यह 32 मेगापिक्सल का सेंसर हो सकता है।
गैजेट डेस्क. श्याओमी का सब-ब्रांड ब्लैक शार्क जल्द ही नया गेमिंग स्मार्टफोन ब्लैक शार्क 3 5जी लॉन्च करने की तैयारी में है। इसमें क्वालकॉम का फ्लैगशिप स्नैपड्रैगन 865 प्रोसेसर और हाई रिफ्रेश्ड रेट वाली बड़ी डिस्प्ले मिल सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोन में बेहतरीन बैटरी कैपेसिटी और चार्जिंग रेट मिलेगा। हाल ही कंपनी के ब्रांड मैनेजर में जनता से लिए सुझावों को एक चीनी सोशल मीडिया साइट वीबो पर शेयर किया, जिसमें लोगों से पूछा गया था कि कौन सा चार्जिंग रेट, बैटरी कैपेसिटी और डिसचार्जिंग रेट गेमिंग डिवाइस के लिए बेस्ट है।
मैनेजर ने पोस्ट में चार कॉम्बीनेशन्स ने दिए थे, जिसमें से 65 वॉट + 5000 एमएएच बैटरी सही था। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि अपकमिंग ब्लैक शार्क 3 5जी स्मार्टफोन में 65 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। इसमें 5000 एमएएच बैटरी मिलेगी जिसे 0-100% चार्ज होने में 38 मिनट का समय लगेगा। हालांकि बाकी के तीन कॉम्बीनेशन्स भी बाजार में मौजूद स्मार्टफोन में उपलब्ध हैं। हुवावे मैट एक्स में 55 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट वाली 4500 एमएएच बैटरी है, ओप्पो में 65 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट वाली 4000 एमएएच बैटरी है, वहीं iQOO 3 में 55 वॉट चार्जिंग सपोर्ट वाली 4440 एमएएच बैटरी है।
फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की बात करें तो ब्लैक शार्क 3 5जी में स्नैपड्रैगन 865 प्रोसेसर मिलेगा जो एक्स55 5जी मोडेम से लैस होगा। इसमें LPDDR5 फ्लैश चिप समेत यूएफसी 3.0 सपोर्ट भी मिलेगा। इसके अलावा इसमें वाई-फाई 6 समेत एनएफसी सपोर्ट भी मिलता है। इसे ब्लैक शार्क 2 के अपग्रेड वर्जन के तौर पर लॉन्च किया जा रहा है। फिलहाल इसके बाकी फीचर्स सामने नहीं आए हैं।
गैजेट डेस्क. इस हफ्ते भारतीय बाजार में बैक-टू-बैक लॉन्चिंग देखने को मिली। नए एमिशन नॉर्म्स लागू होने से पहले ही हीरो मोटोकॉर्प, सुजुकी मोटरसाइकिल और मारुति सुजुकि ने अपने बीएस6 लाइनअप को पेश किया। टेक सेगमेंट में भी श्याओमी, सैमसंग और टेक्नो जैसे ब्रांड्स ने अपने नए स्मार्टफोन और एक्सेसरीज को लॉन्च किया। सबसे ज्यादा सुर्खियों में साउथ कोरियाई कंपनी सैमसंग का फोल्डेबल स्मार्टफोन गैलेक्सी Z फ्लिप रहा। यह कंपनी का दूसरा फोल्डेबल फोन है जिसे भारतीय बाजार में उतारा गया। इसकी कीमत 1.10 लाख रुपए है। पहली सेल के दौरान ये एक घंटे की भीतर ही आउट ऑफ स्टॉक हो गया था।
गैजेट डेस्क. दुनिया के 200 करोड़ और भारत के 40 करोड़ लोग अपने मोबाइल पर वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं और हर यूजर कई ग्रुप से जुड़ा होता है। यदि आप भी उन लोगों में से हैं, जो ऐसे ग्रुप्स पर निजी जानकारी शेयर करते हैं तो सतर्क हो जाएं। आपके ग्रुप्स के मैसेज अनजान व्यक्ति आसानी से पढ़ सकते हैं। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आपका नाम और फोन नंबर भी अनजान हाथों में पड़ सकता है।
दरअसल, वेबसाइट मदरबोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, लाखों वॉट्सऐप ग्रुप की लिंक गूगल पर उपलब्ध है। मदरबोर्ड की टीम ने संयुक्त राष्ट्र से अधिमान्य एक एनजीओ के वॉट्सऐप ग्रुप का पता लगाया और वह जुड़ भी गई। सुरक्षा से जुड़ी वॉट्सऐप की इस खामी की जानकारी सबसे पहले जॉर्डन विल्डन नामक पत्रकार ने ट्विटर पर शेयर की। उन्होंने पता लगाया कि वॉट्सऐप के ‘Invite to Group Link’ फीचर को गूगल पर सर्च किया जा सकता है। ऐप रिवर्स इंजीनियर जेन वॉन्ग के मुताबिक, ‘chat.whatsapp.com’ सर्च करने पर गूगल 4,70,000 रिजल्ट दिखाता है।
इसलिए हो रहा
एडमिन लोगों को ग्रुप में शामिल करने के लिए ‘Invite to Group via Link’ फीचर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन वे इसे सोशल मीडिया या किसी वेबसाइट पर शेयर कर देते हैं। ऐसे में गूगल जैसे सर्च इंजन इसे खोज लेते हैं।
वॉट्सऐप ने दी सफाई
प्रवक्ता एलिसन बॉनी ने कहा कि ‘किसी कंटेंट की तरह इन्वाइट लिंक भी पब्लिक चैनल पर शेयर की जाए तो कोई भी इस तक पहुंच सकता है।’ वहीं गूगल के लाइजन अफसर डैनी सुलिवान ने ट्वीट किया,‘गूगल और अन्य सर्च इंजन ओपन वेब में उपलब्ध रिजल्ट दिखाते हैं।’ हालांकि मामला उजागर होने के बाद गूगल ने इंडेक्सिंग बंद कर दी। हालांकि अन्य सर्च इंजन पर यह उपलब्ध है।
वॉट्सऐप पर प्राइवेसी का खतरा बरकरार है
मई 2019 में इजराइली साॉफ्टवेयर पेगासस नामक स्पाइवेयर टूल से वॉट्सऐप को हैक करने की खबरें आईं। इनके जरिए यूजर का क्लाउड आधारित अकाउंट एक्सेस किया जा सकता था।
नवंबर 2019 में भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी सीईआरटी-इन ने वॉट्सऐप यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की थी कि एमपी4 फाइल के साथ वायरस फैल रहा है। इससे यूजर्स की निजी जानकारियां चोरी होने का खतरा है। इसलिए इस फाइल को डाउनलोड न करें।
एडमिन ऑनलाइन लिंक शेयर न करें : एक्सपर्ट
एक्सपर्ट्स की मानें तो एडमिन खुद ही ग्रुप इनवाइट्स को ऑनलाइन शेयर कर रहे हैं। उन्हें लिंक सिर्फ उन्हीं लोगों से शेयर करनी चाहिए िजन्हें वे जानते हैं। किसी वेबसाइट पर शेयर नहीं करना चाहिए।
गैजेट डेस्क. सैमसंग ने हाल ही में अपने गैलेक्सी S20 अल्ट्रा 5G स्मार्टफोन को भारत में लॉन्च किया है। इसमें 108 मेगापिक्सल का कैमरा दिया है। वहीं, श्याओमी भी इतने मेगापिक्सल कैमरा वाला स्मार्टफोन मी मिक्स अल्फा लॉन्च करने वाली है। कुल मिलाकर अब स्मार्टफोन, कैमरा फोन बन गया है। वैसे, 1999 पहली बार जापान की कंपनी क्योकेरा (Kyocera) ने अपने VP-210 में कैमरा का इस्तेमाल किया था। ये पहला कलर वीडियो फोन भी था। इस फोन से कैलिफोर्निया में पैदा हुए बच्चे की कलर फोटो क्लिक की गई थी, जिसका रेजोल्यूशन 320x240 पिक्सल और साइज 27KB था। इसके बाद, 2000 में जापान की ही कंपनी शार्प ने J-SH04 फोन में VGA कैमरा दिया। यहीं से कैमरा, फोन का अहम हिस्सा बन गया।
21 सालों बदलता गया फोन का कैमरा
1999 से 2020 तक आते-आते फोन और इसमें आने वाला कैमरा दोनों पूरी तरह बदल गए। पहले जहां फोन में एक कैमरा होता था, तो अब उसकी जगह 5 से 6 कैमरा ने ले ली है। 2007 में नोकिया, एलजी, सैमसंग, सोनी एरिक्सन जैसी कई कंपनियों के फोन में 5 मेगापिक्सल तक के कैमरा आने लगे। इनसे क्लिक होने वाली फोटो का रेजोल्यूशन 1024x768 पिक्सल और साइज करीब 380KB होता था।
यहां से फोन में आने वाले कैमरा में जबरदस्त क्रांति देखने को मिली, क्योंकि इसके बाद फोन और कैमरा के कॉम्बिनेशन ने डिजिटल कैमरा की मार्केट खत्म करना शुरू कर दी।
दुनिया में डिजिटल कैमरा की बिक्री 1951 में शुरू हो गई थी। ऐसे कैमरों की बिक्री का ग्राफ हर साल बढ़ता रहा। साल 2009 में तो 121 मिलियन (12.1 करोड़) डिजिटल कैमरा की बिक्री हुई थी। उसी साल लगभग 350 मिलियन (35 करोड़) कैमरा वाले फोन की बिक्री हुई। 2015 तक डिजिटल कैमरा की बिक्री का आंकड़ा 25 मिलियन (करीब 2.5 करोड़) पर पहुंचा, तो दूसरी तरफ कैमरा फोन का आंकड़ा 1472 मिलियन (147.2 करोड़) तक पहुंच गया। 2019 में डिजिटल कैमरा का ग्राफ गिरकर 10 मिलियन (1 करोड़) के करीब आ गया। डिजिटल कैमरा की बिक्री के गिरते ग्राफ के पीछे की एक वजह 2010 के बाद से लगभग सभी फोन में कैमरा आना भी रहा।
इस बारे में अभिषेक तैलंग (टेक गुरु और यूट्यूबर) ने बताया कि लोगों को ऐसी सोच से बाहर आना होगा कि जितने मेगापिक्सल का फोन होगा उतना अच्छा होगा। मेगापिक्सल सिर्फ फोटो के साइज को बढ़ाने का काम करता है। जबकि फोन में 12 मेगापिक्सल, 16 मेगापिक्सल या 32 मेगापिक्सल का सेंसर ही होता है। मान लीजिए किसी फोन 48 मेगापिक्सल का कैमरा दिया है, तब उसमें 12 मेगापिक्सल का ही लेंस होगा, लेकिन पिक्सल बिनिंग टेक्नोलॉजी ये उसके रेजोल्यूशन को चार गुना तक बढ़ा देगा। जिससे वो फोटो 48 मेगापिक्सल की बन जाएगी। DSLR या दूसरे प्रोफेशनल कैमरों में 12 से 24 मेगापिक्सल के पावरफुल लेंस ही होते हैं। फिल्म की शूटिंग में भी ऐसे ही कैमरे इस्तेमाल किए जाते हैं। फोन के कैमरा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बेहतर बनाया जा रहा है।