सोमवार को भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर बैन लगा दिया है। जिसके बाद अब यूजर्स के बीच टिकटॉक के इंडियन वर्जन चिंगारी ऐप को डाउनलोड करने की होड़ सी लगगई है। टिकटॉक पर बैन लगने के कुछ समय बाद ही चिंगारी को लगभग एक लाख लोगों ने डाउनलोड किया और हर घंटे ऐप पर 20 लाख व्यूज मिल रहे हैं।
भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प के बाद भड़की चीनी विरोधी भावनाओं के कारण इसकी लोकप्रियताबढ़ती चली गई। पहले ही इसे 30 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं। ऐप को बेंगलुरु स्थित प्रोग्रामर बिस्वत्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले साल तैयार किया था, जो अब गूगल प्ले स्टोर पर टॉप पर चल रही है। इसने टिकटॉक की क्लोन कही जाने वाली मित्रों ऐप को भी पीछे छोड़ दिया है।
उम्मीद से अधिक ट्रैफिक मिल रहा है- नायक
- नायक ने कहा, चूंकि यह बात अब लोगों को पता चल गई है कि भारतीयों के पास अब टिकटॉक का एक देसी और अधिक मनोरंजक विकल्प है, इसलिए हम अपने ऐप पर उम्मीद से अधिक ट्रैफिक दर्ज कर रहे हैं।"
- नायक ने आगे बताया कि- चिंगारी नए बेंचमार्क सेट कर रहा है, बहुत सारे निवेशक हमारे ऐप में रुचि दिखा रहे हैं। हम अपने फ्री-ऑफ-कॉस्ट सोशल प्लेटफॉर्म को बड़ा करने के लिए बोर्ड पर एक अच्छा निवेशकोंको प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
आनंद महिंद्रा ने भी डाउनलोड किया ऐप
- उद्योगपति आनंद महिंद्रा "जिन्होंने कभी टिकटॉक यूज नहीं किया, ने भी चिंगारी को डाउनलोड किया और इसके बारे में ट्वीट करते हुए कहा, "आपसे अधिक शक्ति"।
ऐप पर मिलती है कई तरह की सुविधाएं
- चिंगारी यूजर्स को वीडियो डाउनलोड और अपलोड करने, दोस्तों के साथ चैट करने, नए लोगों के साथ बातचीत करने, कंटेंट शेयर करने और फीड के माध्यम से ब्राउज़ करने की अनुमति देता है। चिंगारी यूजर्स को व्हाट्सएप स्टेटस, वीडियो, ऑडियो क्लिप, जीआईएफ स्टिकर और फोटो के साथ क्रिएटिव होने का अवसर मिलता है।
10 भाषाओं में उपलब्ध, वीडियो वायरल होने पर भुगतान भी करता है ऐप
- यह ऐप अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलुगु जैसे भाषाओं में उपलब्ध है। चिंगारी कंटेंट क्रिएटर के वीडियो वायरल होने के आधार पर उन्हें भुगतान भी करता है।
- ऐप पर अपलोड किए गई हर वीडियो पर यूजर को व्यूज के हिसाब से पॉइंट्स मिलते हैं, इन पॉइंट्स को बाद में पैसों में बदला जा सकता है। ऐप गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है।
- चिंगारी ऐप के को-फाउंडर और चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर सुमित घोष ने चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि- लंबे समय से टिकटॉक यूजर्स की जासूसी कर रहा था और चीन को डेटा वापस भेज रहा था। हम खुश हैं कि आखिरकार यह कदम उठाया गया है।
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