गैजेट डेस्क. सोशल मीडिया पर वारंगल पुलिस कमिश्नर डॉक्टर वी रविंद्र का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने नए आरएफआईडी (RFID) सायबर फ्रॉड के बारे में बताया है। ये फ्रॉड कैसे किया जाता है और इससे बचने का क्या तरीका है, इस बारे में भी बताया गया है। इस वीडियो से लोगों को जागरूर करना है, ताकि वे इस तरह के फ्रॉड के शिकार नहीं हों। दरअसल, ये ऐसा साइबर क्राइम है जिसमें लोगों के बैंक अकाउंट से आसानी से पैसे निकाल लिए जाते हैं।
क्या है RFID साइबर फ्रॉड?
आरएफआईडी को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) कहा जाता है। ये एटीएम कार्ड स्किमिंग है। दरअसल, नए कॉन्टैक्टलेस डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स से दो हजार रुपए तक की शॉपिंग के लिए किसी भी तरह के पिन कोड या ओटीपी की जरूरत नहीं होती। बस कार्ड को स्वाइप मशीन के पास लेने जाने पर ही पेमेंट हो जाता है। ये कार्ड नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) को सपोर्ट करते हैं, जिसके चलते वॉलेट में होने के बाद भी इनसे आसानी से पेमेंट किया जा सकता है। यही वजह है कि आपके साथ आसानी से साइबर फ्रॉड हो सकता है।
आरएफआईडी एटीएम कार्ड स्किमिंग करने वाले लोग स्वाइप मशीन को किसी सख्श के वॉलेट के पास ले जाते हैं। मशीन 4 से 5 सेंटीमीटर की दूरी से ही उस कार्ड को कैच कर लेती है। फिर मशीन में तय अमाउंट डालकर पेमेंट कर लिया जाता है। इस तरह का फ्रॉड चलते-फिरते या फिर खड़े हुए लोगों के साथ भी हो जाता है। मार्केट में आरएफआईडी चिप रीडर आसानी से उपलब्ध हैं।
एक्सपर्ट भी मानते हैं ऐसे कार्ड से खतरा
साइबर सुरक्षा के एक्सपर्ट पवन दुग्गल मानते हैं कि इस तरह के कार्ड से होने वाला लेन-देन असुरक्षित हो सकता है और साइबर फ्रॉड को बढ़ावा दे सकता है। इसकी सुरक्षा को लेकर और अधिक स्पष्टता लाने और ग्राहकों को जागरूक करने की जरूरत है। ग्राहकों को भी इस कार्ड का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। दूसरी तरफ, आईडीबीआई बैंक, भोपाल के डीजीएम श्रीजीत ने कहा, "इन कार्ड्स से सुरक्षा को खतरा तो है। कम से कम दो हजार रुपए तक तो बिना पिन कोड शॉपिंग की जा सकती है। हालांकि बैंक के ऐप के जरिए इसकी लिमिट तय कर सकते हैं।"
इस तरह के फ्रॉड से बचने के उपाए
1. अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड को एल्युमिनिय फॉइल में लपेटकर रखें। ये RFID फ्रीक्वेंसी ब्लॉक करता है।
2. अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड को RFID फ्रीक्वेंसी को ब्लॉक करने वाले पाउच में रखें।
3. RFID फ्रीक्वेंसी ब्लॉक करने वाले वॉलेट का इस्तेमाल करें।
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