मोबाइल हैंडसैट बनाने वाली चीन की कंपनी शाओमी भारत में अपने एमआई स्टोर की संख्या बढ़ाना जारी रखेगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि यह उसके भारतीय कारोबार में करीब 15 प्रतिशत का योगदान देता है। शाआमी ने साल 2014 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया था। पहले कंपनी सिर्फ ऑनलाइन फोन की बिक्री करती थी। बाद में कंपनी ने 2017 में अपनी स्पेशल रिटेल दुकानों एमआई स्टोर की शुरुआत की। बता दें कि बजट फोन होने के कारण भारतीयों के बीच यह काफी पाॅपुलर ब्रान्ड है।
कश्मीर और अंडमान एवं निकोबार में भी स्टोर हैं
एमआई स्टोर के अलावा कंपनी 75 ये ज्यादा एमआई होम्स, 45 से अधिक एमआई स्टूडियोज और फ्रेंचाइजी के तहत 8,000 से अधिक एमआई प्रीफर्ड पार्टनर्स स्टोर चेन भी चलाती है। शाआमी के भारतीय कारोबार के प्रबंध निदेशक मनु जैन ने कहा है कि एमआई स्टोर वर्तमान में देश के छोटे से छोटे शहरों में मौजूद हैं। कंपनी के पास कश्मीर और अंडमान एवं निकोबार में भी स्टोर हैं। इनमें से कई स्टोर आम लोगों ने खोले हैं जिन्हें रिटेल सेक्टर या स्मार्टफोन बाजार का कोई अनुभव नहीं था। ये ऐसे लोग थे जो उद्यमी और कारोबार के मालिक बनना चाहते थे।
यूपी में 3,000वां एमआई स्टोर खुला
उन्होंने कहा कि कंपनी ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अपना 3,000वां एमआई स्टोर खोला है। कंपनी के लगभग सभी स्टोर फायदे में हैं। जैन ने कहा कि वर्तमान में कंपनी के भारतीय कारोबार की आधी कमाई रिटेल दुकानों से आती है। इसका भी 30 प्रतिशत अकेला एमआई स्टोर से आता है। वे कहते हैं कि ये स्टोर हमारा सबसे तेजी से बढ़ता रिटेल कारोबार है और हम 500 से 3,000 स्टोर की संख्या तक आ गए हैं। मनु जैन ने कहा कि मांग में तेजी को देखते हुए हम त्योहारी सीजन तक 100 फीसदी प्रोडक्शन बढ़ाएंगे।
पांच से बढकर 15 प्रतिशत हो गई हिस्सेदारी
कंपनी के कुल कारोबार में इसकी हिस्सेदारी पांच से 15 प्रतिशत हो गई है। शाओमी देश-विदेश के हिसाब से अपनी कमाई के आंकड़े जारी नहीं करती। लेकिन रजिस्टर्ड कंपनी लिस्ट के मुताबिक, 2018-19 में उसकी कुल आय 54 प्रतिशत बढ़कर 35,426.92 करोड़ रुपए रही जो 2017-18 में 23,0621.11 करोड़ रुपए थी। केवल एमआई स्टोर के नेटवर्क ने देश में कुल 6,000 से अधिक रोजगार दिए हैं।
शाओमी के सभी स्मार्टफोन भारत में बनाए जाते हैं
हाल के एक इंटरव्यू में मनु जैन ने कहा था कि शाओमी के सभी स्मार्टफोन और उसके दूसरे अधिकांश प्रोडक्ट भारत में ही बनाए गए हैं। इसके अलावा इन प्रोडक्ट के लिए जरुरी करीब 65 फीसदी असेसरीज भारत के ही बने हुए हैं। हम किसी दूसरी कंपनी के तुलना में कही ज्यादा भारतीय कंपनी हैं। मनु जैन ने इस बात की उम्मीद जताई कि भारत और चीन के बीच तनाव का कंपनी के भारतीय कारोबार पर असर नहीं पड़ेगा। उनके शब्दों में अगर कहें तो चीनी विरोध सिर्फ सोशल मीडिया तक है लेकिन असल में कंज्यूमर इससे प्रभावित नहीं होगा।
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