कोरोनावायरस संक्रमण के कारण भारत समेत पूरी दुनिया ने लॉकडाउन का सामना किया है। लॉकडाउन के दौरान कंपनियों ने अपने अधिकांश कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) कराया है। हालांकि, इस दौरान इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या रही है। अब कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम को न्यू नॉर्मल बना लिया है और भविष्य में भी वर्क फ्रॉम होम कराने पर विचार कर रही हैं। ऐसे में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या का समाधान करने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) सामने आया है। ट्राई ने ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी और इंटरनेट संबंधी सेवाओं में सुधार के लिए एक कंसलटेशन पेपर जारी कर सुझाव मांगे हैं।
इंटरनेट स्पीड 50 एमबीपीएस तक ले जाने के लिए मांगा रोडमैप
ट्राई ने सभी हित-धारकों से कहा है कि वे ग्राहकों की संख्या बढ़ने आधार पर ब्रॉडबैंड नेटवर्क का प्रदर्शन और इससे निपटने को लेकर सुझाव दें। साथ ही ट्राई ने हित-धारकों से कहा है कि वे नेशनल डिजिटल कम्युनिकेशंस पॉलिसी (एनडीसीपी) 2018 के उद्देश्यों के मुताबिक, इंटरनेट स्पीड को 50 मेगाबाइट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) तक ले जाने के लिए रोडमैप भी पेश करें।
इन चार मुद्दों पर भी मांगे सुझाव
- 1- फिक्स्ड एंड मोबाइल ब्रॉडबैंक की परिभाषा।
- 2- इंफ्रास्ट्रक्टर निर्माण के लिए इनोवेटिव अप्रोच।
- 3- ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को प्रमोट करना।
- 4- ब्रॉडबैंड स्पीड को बढ़ाने के लिए उठाए जाने वाले कदम।
21 सितंबर तक दे सकते हैं सुझाव
ट्राई के कंसलटेशन पेपर के मुताबिक, सभी हितधारक अपने सुझाव 21 सितंबर तक दे सकते हैं। काउंटर सुझावों के लिए 5 अक्टूबर तक का समय दिया गया है। आपको बता दें कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (डीओटी) ने ट्राई से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को लेकर सिफारिशें मांगी हैं। इसके बाद ही ट्राई ने सभी हित-धारकों को सुझाव देने के लिए कंसलटेशन पेपर जारी किया है।
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