ऐप आधारित कैब बुकिंग सेवा देने वाली कंपनी उबर अब भारत में अपने कारोबार का विस्तार करेगी। इसके लिए करीब 140 इंजीनियर्स की भर्ती करेगी। उबर ने बुधवार को बताया कि कंपनी बेंगलुरु और हैदराबाद में 140 इंजीनियरों की भर्ती कर रही है। कंपनी ने कहा कि वह भारत में और अधिक इनोवेशन करना चाहती है। इसके लिए टैलेंटेड इंजीनियर्स को मौका देगी। बता दें कि कंपनी ने कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के कारण हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है।
भारत के आउटस्टैंडिंग प्रोडक्ट का लाभ उठाना चाहते हैं
कंपनी के सीनियर डायरेक्टर जयराम वालीयुर ने कहा कि हम भारत के आउटस्टैंडिंग प्रोडक्ट और सेवाओं का लाभ उठाना चाहते हैं। इसके लिए हम इंजीनियर्स की भर्ती करने की योजना बना रहे हैं। 2017 में कंपनी के पास भारत में केवल 80 इंजीनियर्स की टीम थी। अब यह 600 की टीम हो गई है। हाल में उबर की टेक टीम ने डिजिटल पेमेंट पर निवेश किया है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। साथ ही कंपनी मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का भी उपयोग करना शुरू कर दिया है।
3700 कर्मचारियों को निकाल चुकी है कंपनी
उबर के वैश्विक स्तर पर कुल 6,700 कर्मचारी हैं। इसमें से भारत में उसने 600 कर्मचारियों को निकाल दिया है। वैश्विक स्तर पर कंपनी ने 3,700 कर्मचारियों की छंटनी की है। बीते महीने उबर ने इन कर्मचारियों को जूम के जरिए वीडियो कॉल कर कहा था कि कोविड-19 महामारी एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रेवेन्यू में 14 प्रतिशत की वृद्धि
कंपनी को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रेवेन्यू में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह 3.54 अरब डॉलर रहा है। हालांकि इसी दौरान उसका शुद्ध घाटा बढ़कर 2.92 अरब डॉलर हो गया। एक साल पहले समान अवधि में हुए 1.1 अरब डॉलर के घाटे की तुलना में यह 1.63 गुना ज्यादा है। बता दें कि इससे पहले उबर की प्रतिद्वंदी कंपनी ओला ने मई में 1,400 कर्मचारियों को निकाल दिया था।
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