कोरोना ने देश के टैबलेट मार्केट को भी प्रभावित किया है। बुधवार को जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक, पिछली तिमाही कि तुलना में इस तिमाही इसके शिपमेंट में 24 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जिसकी वजह सप्लाई चेन प्रभावित होना और घरेलू मांग में कमी को माना जा रहा है। वहीं, कई हिस्सों में जारी लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था में अस्थिरता के कारण टैबलेट सप्लाई और कंजूमर डिमांड में आए दबाव के कारण दूसरी तिमाही में भी शिपमेंट में 5-10 फीसदी गिरावट आने की संभावना है।
47% हिस्सेदारी के साथ लेनेवो पहले स्थान पर
- इसके बावजूद, 47 प्रतिशत की भारी हिस्सेदारी के साथ लेनोवो ने स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों के आधार पर मार्च तिमाही 2020 में पहला स्थान हासिल किया है। लेनोवो एम सीरीज़ ने पूरे टैबलेट बाजार पर कब्जा कर लिया। CMR की पहली तिमाही की टैबलेट पीसी मार्केट रिपोर्ट रिव्यू के अनुसार, इसकी M10 (एचडी और फुल एचडी) सीरीज ने लेनोवो के मार्केट शेयर में 20 प्रतिशत तक योगदान दिया।
- इंडस्ट्री इंटेलीजेंस ग्रुप (आईआईजी), सीएमआर के विश्लेषक, मेनका कुमारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने भारत में टैबलेट बाजार को प्रभावित किया। बाजार की खराब स्थितियों के बावजूद, लेनोवो अपनी एम सीरीज के जरिए सफलता हासिल करने में सफल रही।
सैमसंग की हिस्सेदारी में 12% की गिरावट
सैमसंग ने अपनीबाजार हिस्सेदारी में पिछले साल की तुलना में 12 फीसदी की गिरावट देखी। सैमसंग ने इस साल कोई नया टैबलेट लॉन्च नहीं किया है और बाजार में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए नए अच्छे फीचर्स के साथ नए मॉडल लॉन्च करने की जरूरत है।
11% हिस्सेदारी के साथ iBall तीसरे स्थान पर
iBall ने 11 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। हालांकि, इसकी कुल बिक्री में 26 फीसदी की गिरावट आई है।
शिपमेंट में भारत की 45% तक का योगदान
6-7 इंच डिस्प्ले टैबलेट के शिपमेंट से भारत के बाजार में कुल शिपमेंट का 28 फीसदी हिस्सा है। दूसरी ओर, 10-इंच और उससे अधिक के डिस्प्ले वाले टैबलेट में 45 फीसदी शिपमेंट का योगदान होता है।
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